वीडियो: कूनो में निमिबिया के चीते, PM मोदी ने अपने जन्मदिन पर दिया अनोखा तोहफा, पार्क में छोड़े चीते....
भोपाल डेस्क। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने जन्मदिन पर आज कूनो नेशनल पार्क में निमिबिया से लाये गए तीन चीतों को छोड़ा। सुबह 10.30 बजे मोदी कूनो नेशनल पार्क पहुंचे और सुबह 10 बजे ही चिकुन हेलीकॉप्टर से चीतों को यहां लाया गया। इसके बाद कूनो पहुंचकर पीएम मोदी ने पिंजरे से पार्क में तीनों चीतों को छोड़ा।
#WATCH | Prime Minister Narendra Modi releases the cheetahs that were brought from Namibia this morning, at their new home Kuno National Park in Madhya Pradesh.
— ANI (@ANI) September 17, 2022
(Source: DD) pic.twitter.com/CigiwoSV3v
इस दौरान प्रधानमंत्री ने कहा ''कूनो नेशनल पार्क में इन चीतों को देखने के लिए लोगों को धैर्य दिखाना होगा और कुछ महीनों तक इंतजार करना होगा। आज ये चीते मेहमान बनकर आए हैं। कूनो राष्ट्रीय उद्यान को अपना घर बनाने में सक्षम होने के लिए हमें इन चीतों को कुछ महीने का समय देना होगा।''
'ये दुर्भाग्य रहा कि हमने 1952 में चीतों को देश से विलुप्त तो घोषित कर दिया, लेकिन उनके पुनर्वास के लिए दशकों तक कोई सार्थक प्रयास नहीं हुआ। आज आजादी के अमृतकाल में अब देश नई ऊर्जा के साथ चीतों के पुनर्वास के लिए जुट गया है।'
प्रधानमंत्री ने कहा, 'मैं हमारे मित्र देश नामीबिया और वहां की सरकार का भी धन्यवाद करता हूं जिनके सहयोग से दशकों बाद चीते भारत की धरती पर वापस लौटे हैं। मुझे विश्वास है कि ये चीते ना केवल प्रकृति के प्रति हमारी जिम्मेदारियों का बोध कराएंगे, बल्कि हमारे मानवीय मूल्यों और परंपराओं से भी अवगत कराएंगे।'
पीएम मोदी ने कहा, 'दशकों पहले जैव-विविधता की सदियों पुरानी जो कड़ी टूट गई थी, विलुप्त हो गई थी, आज हमें उसे फिर से जोड़ने का मौका मिला है। आज भारत की धरती पर चीता लौट आए हैं। मैं ये भी कहूंगा कि इन चीतों के साथ ही भारत की प्रकृतिप्रेमी चेतना भी पूरी शक्ति से जागृत हो उठी है।
करीब 11 घंटे का सफर करने के बाद चीते भारत पहुंच चुके हैं। पांच मादा और तीन नर चीतों को लेकर विमान ने नामीबिया की राजधानी होसिया से उड़ान भरी। मॉडिफाइड बोइंग 747 विमान से लाए गए इन चीतों में रेडियो कॉलर लगे हुए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इनमें से तीन चीतों को कूनो में छोड़े। दो नर चीतों की उम्र साढ़े पांच साल है। दोनों भाई हैं। पांच मादा चीतों में एक दो साल, एक ढाई साल, एक तीन से चार साल तो दो पांच-पांच साल की हैं।