UPSC सलेक्ट हुए प्रतीक अग्रवाल से इंटरव्यू में पूछा- शिक्षा सचिव बनकर कैसे बढ़ाओगे स्कूलों में बच्चों की संख्या, दिया ये जवाब...
छत्तीसगढ़ में पर्यटन और नक्सल समस्या को दूर करने के संबंध में भी पूछा गया था सवाल।
रायपुर, 30 मई 2022। आप शिक्षा सचिव हैं। स्कूलों में बच्चों की संख्या कैसे बढ़ाएंगे? यूपीएससी के इंटरव्यू में यह सवाल पूछा गया रायपुर के प्रतीक अग्रवाल से। प्रतीक ने कहा कि मैदानी क्षेत्रों में दर्ज संख्या अच्छी है, लेकिन पिछड़े इलाकों में कम है। इसे बढ़ाने के लिए इन्सेंटिव देना होगा। पिछड़ी जनजातियों के लोगों को यह बताना होगा कि पढ़ाई से उन्हें क्या लाभ होगा। इससे वे प्रेरित होंगे और बच्चों को पढ़ाई के लिए भेजेंगे। प्रतीक का यूपीएससी में 156वां रैंक है। रायपुर के प्रतीक अग्रवाल की मां ममता अग्रवाल पूर्व पार्षद रही हैं। पिता सुभाष अग्रवाल व्यापारी हैं। माता-पिता भाजपा से जुड़े हुए हैं।
दोस्त प्राइवेट जॉब कर विदेश जाना चाहते थे, प्रतीक ने सेवा का रास्ता चुना
प्रतीक ने रायपुर से स्कूलिंग की। इसके बाद बिट्स पिलानी से सिविल इंजीनियरिंग की। इस दौरान जब कैम्पस सलेक्शन की बारी आई, तब प्रतीक के दोस्त विदेशों में नौकरी के बारे में सोच रहे थे, लेकिन प्रतीक ने यूपीएससी के जरिए सेवा का रास्ता चुना। 2019 में ग्रेजुएशन के बाद यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी। 2020 में जब पहली बार परीक्षा में बैठे तक प्रीलिम्स में ही चूक गए। इसके बाद नई रणनीति के साथ तैयारी शुरू की। प्रतीक के मुताबिक वे रोज 6-8 घंटे पढ़ाई करते थे। परीक्षा के दिनों में 8-10 घंटे नियमित रूप से पढ़ाई करने लगे।
इस तरह देंगे पर्यटन को बढ़ावा, इन दो आईएएस अफसरों से प्रेरित रहे
यूपीएससी इंटरव्यू के दौरान प्रतीक से छत्तीसगढ़ में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए क्या-क्या कदम उठाए जा सकते हैं, उस पर सवाल आया। प्रतीक ने बताया कि यहां प्राकृतिक वातावरण के साथ-साथ धार्मिक पर्यटन के लिए अपार संभावनाएं हैं। इसके लिए ज्यादा से ज्यादा प्रचार-प्रसार पर जोर देंगे। इसमें अलग-अलग माध्यमों के अलावा डिजिटल प्रमोशन पर भी फोकस करेंगे। प्रतीक ने नक्सल क्षेत्र में आईएएस अमित कटारिया और रजत बंसल द्वारा किए जा रहे कार्यों के साथ अपनी रणनीति भी बताई।