Raipur-Vishakhapatanam Expressway Land Scam: मीडिया की भीड़ में NPG.NEWS की अलग पहचान, भारतमाला मुआवजा घोटाले की लगातार नौ खबरें छापी, राप्रसे के दो अफसरों के निलंबन से लेकर छापा और चार लोगों की गिरफ्तारी...
Raipur-Vishakhapatanam Expressway Land Scam: रायपुर-विशाखापट्टनम सिक्स लेन ग्रीन कॉरिडोर में मुआवजा घोटाले को सबसे पहले एनपीजी न्यूज ने एक्सपोज किया। एनपीजी ने लगातार नौ खबरें छापी। उसके बाद नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने विधानसभा में मामले को उठाया। एनपीजी की खबर का असर यह हुआ कि सरकार ने राज्य प्रशासनिक सेवा के दो अधिकारियों समेत आधा दर्जन से अधिक तहसीलदारों और पटवारियों को सस्पेंड कर चुकी है। ईओडब्लू ने आज चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।

Raipur-Vishakhapatanam Expressway Land Scam

Raipur-Vishakhapatanam Expressway Land Scam: रायपुर। रायपुर-विशाखापट्टनम सिक्स लेन ग्रीन कॉरिडोर के मुआवजा घोटाले में ईओडब्लू ने कल राज्य प्रशासनिक सेवा के दो अधिकारियों, राजस्व विभाग के कई मुलाजिमों समेत 14 लोगों के ठिकानों पर छापा मारा था। ईओडब्लू ने आज इस मामले में भूमाफिया समेत जमीनों को टुकड़ों का खेल करके करोड़ों रुपए मुआवजे का गबन करने वाले भूमाफिया समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
जाहिर है, भारतमाला परियोजना के मुआवजा घोटाले में यह अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है। बता दें, एनपीजी न्यूज ने सबसे पहले इस घोटाले का भंडाफोड़ किया था। यही नहीं, एक के बाद एक लगातार नौ खबरें प्रकाशित की गई। सरकार ने एक्शन लेते हुए अभनपुर के तत्कालीन एसडीएम और वर्तमान जगदलपुर नगर निगम कमिश्नर निर्भय साहू को सरकार ने सस्पेंड कर दिया। डिप्टी कलेक्टर शशिकांत कुर्रे को घोटाले का मास्टरमाइंड शीर्षक से छपी खबर के दो घंटे के भीतर सरकार ने उन्हें निलंबित कर दिया।
भारतमाला परियोजना में मुआवजा घोटाले के आरोप में एसीबी ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर चालान पेश किया है।
ईओडब्लू के प्रेस नोट के अनुसार ब्यूरो में पंजीबद्ध अपराध क्रमांक-30/2025, धारा-7सी भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 यथासंशोधित भ्र.नि. (संशोधन) अधिनियम 2018 एवं धारा-467, 468, 471, 420, 120बी भादवि में लोकसेवकगण, मुआवजा प्राप्त करने वाले व्यक्ति एवं अन्य व्यक्तियों के द्वारा आपराधिक षडयंत्र कर वर्ष 2020 से 2024 में भारतमाला परियोजना रायपुर विशाखापट्टनम प्रस्तावित इकॉनामिक कॉरीडोर के भू-अर्जन प्रकरण में शासन द्वारा अर्जित भूमि को पुनः शासन को विक्रय कर मुआवजा देने, भूमि स्वामी के बदले किसी अन्य को मुआवजा देने एवं निजी भूमि के गलत मुआवजा तथा उसके टुकड़े कर उपखण्डों में विभाजित कर मुआवजा राशि हड़प कर शासन के साथ छल करते हुए धोखाधड़ी कर करोड़ों रूपये की आर्थिक हानि कारित करने के आरोप में दिनांक 25.04.2025 को राज्य भर के 20 स्थानों में ब्यूरो द्वारा रेड की कार्यवाही की गई थी, रेड पश्चात् आरोपियों से पूछताछ कर पति-पत्नी उमा तिवारी एवं केदार तिवारी को दूसरे व्यक्ति का मुआवजा राशि 2 करोड़ रूपये अवैध तरीके से प्राप्त करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। प्रकरण के अन्य आरोपी हरमीत सिंह खनूजा को उमा तिवारी के सहयोगी के रूप में अधिग्रहण का पैसा अवैध तरीके से प्राप्त करने तथा कई किसानों की मुआवजा राशि हड़पने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। व्यापारी विजय जैन को उमा तिवारी के सहयोगी के रूप में अधिग्रहण का पैसा अवैध तरीके से प्राप्त करने के आरोप में गिरफ्तार कर विशेष न्यायालय (भ्र.नि.अ.), रायपुर में पेश कर पुलिस रिमाण्ड प्राप्त किया गया है। प्रकरण में अग्रिम विवेचना जारी है।