उदयन कांड-2: छत्तीसगढ़ में अनुकंपा नियुक्ति पाने प्रिंसिपल पिता के साथ मां और दादी की हत्या कर घर में दफना दिया
रायपुर। छत्तीसगढ़ के महासमुंद में हुए तीन कत्ल की घटना ने साइको किलर उदयन दास की याद दिला दी। याद होगा... 2017 की वो मर्डर मिस्ट्री, जब एक साइको किलर उदयन दास ने पिता की प्रोपर्टी के लिए माता पिता और गर्लफ्रेंड की बेरहमी से हत्या कर दी थी। आरोपी ने माता पिता की हत्या कर रायपुर के डीडी नगर स्थित अपने मकान के आंगन में गाड़ दिया था। गर्लफ्रेंड आकांक्षा की हत्या मध्यप्रदेश के भोपाल में कर उसके शव को भी घर के कमरे में ही दफना दिया था। ठीक इसी तरह का मामला अब महासमुंद से सामने आया है।
बेटे ने पिता की नौकरी पाने के लिए ऐसी प्लानिंग तैयार की, जिसे सुनकर आपके भी रौंगटे खड़े हो जाएंगे। आरोपी अमित भोई ने पिता की नौकरी हथियाने के लिए पहले सो रही दादी की हत्या की, फिर माता पिता को भी मार डाला। इतना ही नहीं आरोपी बेटे ने शव को घर मे जलाकर तीनों के अवशेष को आंगन में छोटे छोटे गड्ढे कर दफना दिया। इस मामले में पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। नीचे पढ़ें पूरी कहानी...
जानिए क्या है पूरा मामला
दरअसल, सिंघोड़ा थाना क्षेत्र के ग्राम पुटका में रहने वाले उदित भोई ने 12 मई को सिंघोड़ा थाना आकर सुबह 10 बजे सूचना दी कि उसके प्राचार्य पिता प्रभात भोई उसकी माता सुलोचना(47) व दादी झरना भोई (75) 8 मई को इलाज के लिए रायपुर निकले, जो अब तक घर वापस नहीं आए। थाना सिंघोड़ा में गुम इंसान क्रमांक 05/23 कायम कर उनकी तलाश शुरू की गई। इधर, तीन तीन लोगों के लापता होने की सूचना को महासमुंद पुलिस ने गंभीरता से लिया।
पुलिस एक तरफ गायब इंसानों की तलाश कर ही रही थी कि दूसरी तरफ माता-पिता व दादी के गायब होने की खबर मिलते ही प्रभात कुमार भोई का छोटा बेटा अमित कुमार भोई अपने घर ग्राम पुटका आया। तब चाचा पंचानन भोई ने बताया कि तुम्हारे पिता प्रभात भोई, मां झरना, दादी सुलोचना 8 मई से लापता है। अमित भोई अपने चाचा पंचानन भोई के साथ अपने ग्राम पुटका के घर गया तब उसका बड़ा भाई उदित भोई घर पर नहीं था। घर की बाड़ी में गया तो उसे बाड़ी में कुछ जलाने के निशान दिखे। साथ ही कुछ बदबू भी आ रही थी। घर में जला हुआ राख भी था जब उसने राख को हटाया तो उसमें मानव हड्डी के टुकड़े मिले।
अमित ने पूरे घर की तलाशी ली तो उसे हाल ही में दीवाल पर खून के छींटे तथा बाड़ी में स्थित बाथरूम में खून जैसा धब्बा और बाड़ी में जलाने का निशान मिला। घर से कुछ कदमो की दूरी पर बगल में एक छोटे से गड्ढे में राख का ढेर मिला। अमित को अनहोनी होने की आशंका हुई और उसने थाना सिंघोड़ा आकर इसकी सूचना दी।
सूचना को पुलिस ने गंभीरता से लिया और आईजी आरिफ शेख ने तत्काल फॉरेंसिक टीम ले जाकर घर की जांच करने के निर्देश दिए। जांच के बीच पुलिस को जानकारी मिली कि प्रभात भोई का बड़ा बेटा उदित भोई आदतन नशेड़ी प्रवृत्ति का है। घटनास्थल पर मिलने वाले साक्ष्य के आधार पर संदेही बेटे उदित भोई को हिरासत में लिया गया। संदेही से जब सख्ती से पूछताछ की गई जिसमें उसने हत्या का अपराध कबूल कर लिया।
अनुकम्पा नौकरी के लिए की हत्या
आरोपी ने बताया कि उसका अपने माता-पिता से अक्सर पैसे को लेकर विवाद होते रहता था। उसके पिता सरकारी नौकरी में थे जिसके चलते उसने सोचा कि पिता की मौत के बाद उसे बड़ा बेटा होने के नाते अनुकंपा नियुक्ति मिल जाएगी और आराम से वह तनख्वाह के पैसों से अय्याशी करता रहेगा। 8 मई की मध्य रात 2 से 3 के बीच जब उसके माता-पिता व दादी कमरे में सो रहे थे। तब उसने अपने पास रखे हॉकी स्टिक से प्रभात भोई, माता झरना, दादी सुलोचना बाई के सर पर प्राणघातक हमला कर हत्या कर दिया और सबको बाड़ी में बने बाथरूम की तरफ रख दिया।
घटना के 2 दिन बाद 10-11 मई को तीनों के शव को घर में रखे लकड़ी से जला दिया। जलाने के बाद बचे राख एवं हड्डी को वही पास के छोटे गड्ढे में दबा दिया। और घर की अच्छे से सफाई कर दी। अपने पिता प्रभात भोई को जिंदा बताने के लिए उनके फोन पे के माध्यम से खरीददारी कर रहा था और चाचा समेत अन्य रिश्तेदारों को पिता के मोबाइल से सुरक्षित होने का मैसेज भेज रहा था। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर घटना में प्रयुक्त सेनेटाइजर, लाईटर को जब्त किया है। जिसे उसने दीवान के अंदर छुपा कर रखा था।