दगाबाज दोस्त फंसा: दोस्त ने मोबाइल सुधारने दिया तो उसका गूगल पे अकाउंट एक्टिवेट किया, नया मोबाइल खरीदा, दूसरे खातों में भी पैसे ट्रांसफर किए

दुर्ग पुलिस ने आरोपी को पकड़ा। मोबाइल जब्त, बचत पैसे ऑनलाइन गेम में लुटाए।

Update: 2022-06-02 10:55 GMT

दुर्ग, 02 जून 2022। साइबर ठगी के आरोप में पुलिस ने एक धोखेबाज दोस्त को गिरफ्तार किया है, जिसने मोबाइल पर गूगल पे अकाउंट एक्टिवेट कर मोबाइल खरीदी की। दूसरे खातों में भी पैसे ट्रांसफर किए। जांच के दौरान जीमेल आईडी से आरोपी का पता चल गया।

सुरडुंग गांव के धनेश्वर राम साहू ने जामुल थाने में शिकायत की थी कि उसके बैंक खाते से 46500 रुपए गायब हो गए हैं। इस केस की जांच की जिम्मेदार साइबर सेल को दी गई। जांच में यह पता चला कि गूगम पे के जरिए तीन अलग-अलग खातों में पैसे ट्रांसफर किए गए हैं। धनेश्वर की आईडी से ही यह गूगल पे अकाउंट बनाया गया था, लेकिन मेल आईडी विक्की निषाद था।

जब साइबर सेल ने धनेश्वर से जानकारी ली, तब पता चला कि उसने गूगल पे एक्टिवेट नहीं किया है। जब उससे विक्की निषाद के बारे में पूछा गया, तब बताया कि मोबाइल सुधारने के लिए अपने साथ काम करने वाले विक्की निषाद को दिया था। पुलिस ने विक्की को पकड़ा। उससे पूछताछ में यह पता चला कि धनेश्वर के फोन को सुधारने के बाद विक्की ने देखा कि बैंक पासबुक, एटीएम कार्ड सबकी तस्वीरें गैलरी में है।

विक्की ने धनेश्वर के मोबाइल में गूगल पे डाउनलोड किया। इसके बाद बैंक खाते और एटीएम का नंबर इस्तेमाल कर उसे एक्टिवेट कर लिया। उसने मेल आईडी अपना दिया था। इस तरह उसी मोबाइल दुकान से एक मोबाइल हैंडसेट खरीद लिया। बाद में कुछ खातों में और पैसे ट्रांसफर किए थे। पुलिस ने उसे पकड़ लिया है।

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