आईएएस की तीसरी पीढ़ी: अक्षय के नाना 1963 में बने थे आईएएस, फिर मम्मी 1991 में सलेक्ट हुईं, अब अक्षय होंगे 2022 बैच के आईएएस

अक्षय के पिता हैं संजय पिल्ले हैं 1988 बैच के आईपीएस अफसर। फिलहाल डायरेक्टर जनरल जेल की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं।

Update: 2022-05-30 12:53 GMT

रायपुर, 30 मई 2022। यूपीएससी की परीक्षा में 51वां रैंक हासिल कर अक्षय पिल्ले ने आईएएस के लिए अपनी सीट पक्की कर ली है। यह जानना बेहद रोचक होगा कि आईएएस के रूप में तीसरी पीढ़ी होंगे। उनके नाना आरकेआर गोनेला आंध्रप्रदेश के 1963 बैच के आईएएस रहे हैं। वहीं, उनकी मम्मी रेणु जी. पिल्ले 1991 की आईएएस हैं। अब अक्षय 2022 बैच के आईएएस होंगे। अक्षय के पिता संजय पिल्ले 1988 बैच के आईपीएस हैं और छत्तीसगढ़ में डायरेक्टर जनरल जेल हैं।

अक्षय के जीवन में मम्मी-पापा के साथ-साथ नाना का भी प्रभाव रहा। वे बचपन से ही ऐसे घर में पले-बढ़े जहां मम्मी आईएएस और पिता आईपीएस अफसर थे। उन्हें भी लगा कि वे आईएएस बनेंगे। वे छत्तीसगढ़ के अलावा अलग-अलग राज्यों में आईएएस-आईपीएस अफसर जो काम कर रहे हैं, उस पर भी नजर रखते थे। इस तरह इंजीनियरिंग के दौरान ही यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी थी।


(अपने दादा-दादी और नाना-नानी के साथ अक्षय। अक्षय से दूसरे नंबर पर दादाजी और तीसरे नंबर पर नानाजी आरकेआर गोनेला हैं।)

स्पेशल चीफ सेक्रेटरी के पद से रिटायर हुए थे गोनेला

आरकेआर गोनेला आंध्रप्रदेश में स्पेशल चीफ सेक्रेटरी रेवेन्यू/फाइनेंस के पद से 1997 में रिटायर हुए। ट्रेनिंग के बाद जब उन्होंने नौकरी शुरू की, तब शुरुआत में ही केंद्र सरकार के रक्षा विभाग में अंडर सेक्रेटरी और डिप्टी सेक्रेटरी के रूप में काम कर चुके हैं। इसी तरह रेणु पिल्ले ने ग्वालियर में असिस्टेंट कलेक्टर के रूप में नौकरी शुरू की। इसके बाद दतिया में एडिशनल कलेक्टर रहीं। वे उमरिया में कलेक्टर रहीं। वर्तमान में पंचायत विभाग की एसीएस हैं। इससे पहले वित्त, स्वास्थ्य, योजना, आर्थिक एवं सांख्यिकी, राजस्व आदि विभागों के साथ-साथ जनगणना निदेशक की भी जिम्मेदारी संभाल चुकी हैं।

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