Target Killing in Bastar: चुनावी साल में लाल आतंक के निशाने पर नेता, पांच महीने में 5 हत्याएं, गरमाई राजनीति
Target Killing in Bastar
Target Killing in Bastar: जगदलपुर। प्रदेश में विधानसभा चुनव की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है। उधर, बस्तर में एक बार फिर से लाल आतंकी (नक्सलवादी) सिर उठाने की कोशिश में जुट गए हैं। दहशत फैलाने के इरादे से नक्सली राज नेताओं (साफ्ट टारगेट) को लगातार निशाना बनाने की कोशिश कर रहे हैं।
चुनावी वर्ष में नक्सली अब तक (जनवरी से जून) आधा दर्जन से ज्यादा बार नेताओं पर हमला कर चुके हैं। बीते पांच महीनों में नक्सलियों ने कई भाजपा नेताओं की हत्या कर दी है। इसकी वजह से अब इस पर राजनीति शुरू हो गई है। भाजपा के नेता सरकार के संरक्षण में टारगेट किलिंग का आरोप लगा रहे हैं तो कांग्रेस टारगेट किलिंग को भाजपा की संस्कृति बता रही है।
जानिए जनवरी से अब तक कितने भाजपा नेताओं की नक्सलियों कर दी हत्या
चुनावी वर्ष 2023 के शुरुआती छह महीने में नक्सली करीब पांच भाजपा नेताओं की हत्या कर चुके हैं। ताजा घटना 21 जून की है। बीजापुर में नक्सलियों ने काका अर्जुन की गला रेतकर हत्या कर दी। काका अर्जुन भाजपा के अनुसूचित जनजाति मोर्चा के जिला महामंत्री थे।
- 16 जनवरी को किलेपाल में भाजपा नेता बुधराम करटाम का शव संदिग्ध परिस्थितियों में गांव के बाहर से बरामद किया गया। करटाम पूर्व सरपंच थे।
- 05 फरवरी बीजापुर जिले के आवापल्ली इलाके के एक अंदरूनी गांव में भाजपा के मंडल अध्यक्ष नीलकंठ कक्केम की नक्सलियों ने हत्या कर दी।
- 10 फरवरी नारायणपुर के छोटे डोंगर में भाजपा के जिला उपाध्यक्ष सागर साहू की नक्सलियों ने गोली मारकर हत्या कर दी।
- 11 फरवरी की शाम इंद्रावती नदी के पार नक्सलियों ने भाजपा नेता रामधर की हत्या की गई।
- 28 मार्च की रात नारायणपुर के ग्रामीण इलाके में रामजी दोदी नक्सलियों ने हत्या कर दी। साहू भाजपा के जिला उपाध्यक्ष थे।
भाजपा के लिए काम नहीं करने की चेतावनी
21 जून को बीजापुर में भाजपा नेता काका अर्जुन की हत्या के बाद नक्सलियों ने शव के पास एक पर्चा छोड़ा था, उसमें भाजपा के लिए काम नहीं करने की चेतावनी दी गई थी। भाजपा इसकी वजह से इन हत्याओं को लेकर सरकार पर निशाना साधा रही है।
कांग्रेस विधायक के काफिले पर हमला
करीब दो महीने पहले नक्सलियों ने कांग्रेस विधायक विक्रम मंडावी के काफिले पर हमला किया था। घटना 18 अप्रैल की है। विधायक मंडावी बीजापुर के गंगालू हाट बाजार में नुक्कड़ सभा करके लौट रहे थे। इस घटना में मंडावी के काफिले में चल रही एक गाड़ी पर गोली लगी थी, लेकिन सभी लोग सुरक्षित बच निकले थे।
चुनावी साल में ही हुआ था झीरम हत्या कांड
झीरम हत्या कांड भी चुनावी वर्ष 2013 में हुआ था। इस नक्सली हमले में भाजपा के तत्काली प्रदेश अध्यक्ष नंद कुमार पटेल, वरिष्ठ नेता वीसी शुक्ला और पूर्व नेता प्रतिपक्ष महेंद्र कर्मा सहित कई बड़े नेताओं की जान चली गई थी।
बस्तर में नक्सलवाद खात्मे का श्रेय लेने की होड़
एक तरफ नक्सली नेताओं की हत्याएं कर रही हैं, दूसरी तरफ सरकारें नक्सलवाद को नियंत्रित कर लेने का दावा कर रही है। राज्य और केंद्र सरकार इसे अपनी-अपनी उपलब्धि बता रही है। इसी सप्ताह छत्तीसगढ़ के दौरे पर आए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दुर्ग में सभा को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र सरकार की वजह से बस्तर में नक्लवाद खात्मे की ओर है। उन्होंने दावा कि सुकमा के एक छोटे हिस्से को छोड़ दें तो बाकी बस्तर संभाग में नक्सवाद अब नहीं बचा है। राज्य सरकार पर इसी दावे के साथ इसे अपनी उपलब्धि बताती है।
नेता प्रतिपक्ष बोले- राज्य सरकार के संरक्षण में नक्सली कर रहे टार्गेट किलिंग
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने आरोप लगाया है कि प्रदेश सरकार के संरक्षण में नक्सली टारगेट किलिंग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ महीनों में बस्तर के विभिन्न क्षेत्रों में भाजपा नेता, कार्यकर्ता, पदाधिकारी, जनप्रतिनिधि की नक्सली लगातार हत्या कर रहे हैं। वहीं, प्रदेश सरकार नक्सली वारदातों पर नियंत्रण का झूठा दावा कर रही है। चंदेल ने आरोप लगाया कि पिछले पांच वर्ष में नक्सली केवल मुखबिरी के शक में दो सौ लोगों की जान ले चुक हैं।
टारगेट किलिंग भाजपा की संस्कृति- कांग्रेस
भाजपा के आरोपों पर प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि भाजपा की लाशों पर राजनीति करने की आदत है। 15 साल के रमन सरकार के दौरान नक्सली गतिविधियां बढ़ी थी, आज नक्सली गतिविधियों में 80 प्रतिशत की कमी आई है। ठाकुर ने कहा कि भाजपा के कार्यकर्ता की हत्या बहुत दुखद है। इन हत्या को टारगेट किलिंग बताकर भाजपा ओछी राजनीति कर रही है। टारगेट किलिंग भाजपा नेताओं की संस्कृति है। रमन सरकार के दौरान परिवर्तन यात्रा की सुरक्षा हटाकर झीरम घाटी में षड़यंत्रपूर्वक कांग्रेस नेताओं हत्या की गई।