तनु हत्याकांड: कार से ले गया था आरोपी, रास्ते में ही हत्या करने की आशंका... एनपीजी न्यूज़ से एक्सक्लुसिव बातचीत पर तनु के भाई ने किए कई खुलासे, बोले-लव ट्रैंगल की बात...

Update: 2022-12-02 07:01 GMT

NPG न्यूज़

रायपुर। तनु हत्याकांड मामले में एनपीजी न्यूज से तनु के बड़े भाई उमेश कुर्रे ने बातचीत करते हुए कई बड़े खुलासे किए। उमेश ने एनपीजी को बताया कि उनके पिता कोरबा में ही खेती किसानी करते हैं। परिवार में दो भाई और तीन बहन है। सबसे छोटी तनु कुर्रे थी। तनु पढ़ाई लिखाई में ठीक थी और वो अपना भविष्य खुद बनाना चाहती थी। इसी उद्देश्य से आज से तीन साल साल पहले वो रायपुर आई थी और रायपुर में कोचिंग की कोचिंग करते करते कॉम्पटीशन एक्जाम की तैयारी कर रही थी। इस दौरान रायपुर में रहते हुए उसने पहली नौकरी आईसीआईसीआई बैंक से शुरू की। यहां पर उसकी सैलरी शुरू में आठ हजार रुपये थी। इसके बाद उसे एक्सिस बैंक से 18 हजार रुपये में ऑफर मिला और उसने ये नौकरी जॉइन भी की। नौकरी मिलने के बाद इसकी जानकारी उसने परिजनों को दी थी। हर रोज तनु को माताजी से और बड़ी बहन व भाई कॉल कर उससे उसका हालचाल जाना करते थे।

शादी की चर्चा

उमेश ने आगे बताया कि तनु को ठीक ठाक जॉब लगने के बाद उसके लिए ढ़ेर सरे रिश्ते आने लगे थे। और इस बारे में मां ने तनु से चर्चा की और कहा था कि बेटी अब तेरी शादी करनी है। इसके जवाब में तनु ने कहा कि अगर ठीक रिश्ता मिले तो वो शादी भी कर लेगी। बीते अक्टूबर में जब तनु दीवाली मनाने घर आई थी इस दौरान उसके लिए एक पटवारी युवक का रिश्ता भी आया था। बातचीत भी चल रही थी, लेकिन इससे पहले ये घटना हो गई।

उमेश से जब ये पूछा गया कि सचिन अग्रवाल को तनु कैसे जानती थी?

उसका जवाब था कि तनु जब ऐक्सिस बैंक में थी उस दौरान (आज से छह आठ माह पहले) सचिन अग्रवाल रायपुर आया था और रायपुर में अपने परिजनों का खाता खुलवाने के लिए एक्सिस बैंक तनु के पास पहुंचा था। चुकी तनु बैंक में सेल्स एक्जीक्यूटिव थी तो उसने सचिन के परिजनों का एकाउंट अपने बैंक से खुलवाया। इसके बाद आरोपी बैंक में अपने जान पहचान के भी खाते खुलवाने लगा आते जाते रहता था। धीरे धीरे दोनों में अच्छी दोस्ती हो गई। इसकी जानकारी तनु ने परिजनों को भी दी थी। कुर्रे ने आगे कहा कि सचिन से जान पहचान तीन साल से बताई जा रही है, ये बिल्कुल भी सच नहीं है। सचिन से तनु की जान पहचान सिर्फ आठ माह पुरानी है।

जब मृतिका के भाई से ये पूछा गया कि क्या तनु सचिन को पसंद करती थी?...

उसने कहा कि तनु ने उनको कभी भी नहीं बताया था कि वो सचिन को पसंद करती है, हां सिर्फ ये जरूर बताई थी कि सचिन उसका दोस्त है, ओ ओडिसा का है अब ओ रायपुर में रहता है और उसके परिजन रायपुर में ही रहते हैं, जिनसे वो मिलने आते जाते रहता है। साथ मे सचिन के परिवार वालों का उसके बैंक में एकाउंट भी है। तनु के रिश्ते सचिन से सिर्फ एक दोस्त की तरह थे।

मॉल, फिल्म और और सचिन से मुलाकात के संबंध में उमेश ने बताया कि सचिन अपने फैमली के साथ रायपुर में ही रहता है सचिन इस दौरान अपने दोस्त व परिजनों के नाम का एकाउंट खोलने का झांसा दिया था, इसी के संबंध में वो उसके साथ जा रही है। इसके बाद तनु से कोई बातचीत नहीं हुई।

लव ट्रैंगल के संबंध में उमेश ने बताया कि मीडिया में जिस बिलासपुर के युवक के बारे में कहा जा रहा है वो युवक उनका रिश्तेदार है और उसे तनु भैया कहकर बुलाती थी। तनु और उसके बीच किसी तरह का कोई और रिलेशनशिप नहीं थे। एक रिश्तेदार के नाते दोनों की बातचीत हुआ करती थी। 19 नवम्बर को जब तनु सचिन के साथ मूवी देखकर मॉल से बाहर निकल रही थी उस दौरान भी बिलासपुर वाले युवक का फोन आया होगा और आरोपी उसके बाद से उस पर बेवजह शक करने लगा।

कार से कुछ घंटे में आ जाएंगे कहकर ले गया था आरंग

उमेश कुर्रे ने बताया कि सचिन ने झांसा दिया कि उसके कुछ दोस्त व परिजन आरंग में हैं जिनका खाता उसे खुलवाना है तो उसे उसके साथ आरंग जाना होगा। बातों में आकर दोनों आरंग के लिए निकल गए। यहां पर पहुंचने के बाद दोनों कार से ही बलांगीर चले गए। भाई ने आशंका जताई कि आरोपी ने उसके साथ विवाद किया होगा और फिर उसकी हत्या रास्ते में ही कर दी होगी। बेवजह मीडिया में इस बात को तूल दिया जा रहा है कि ये लव ट्रैंगल है, जबकि ऐसा कुछ भी नहीं था।

मोवा पंडरी थाने में गुमसुदगी की शिकायत

इधर जब 20 और 21 नवम्बर को तनु को कॉल किया गया तो उसकी तरफ से कॉल रिसीव नहीं किया गया। बहन को बार बार कॉल करने के बाद भी जवाब नहीं मिलने से परिजन डर गए और सीधे कोरबा से रायपुर आये। 22 नवंबर को तनु पीजी अपने कमरे में नहीं मिली, जिसके बाद परिजन सीधे मोवा पंडरी थाने पहुंचे और इसकी जानकारी पुलिस को दी। पुलिस ने मामले को संज्ञान में लेते हुए युवती की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू की। इसके बाद परिजन सचिन के रिश्तेदार शंकर नगर निवासी सचिन के घर पहुंची और उसका नंबर लेकर उससे संपर्क किया। सचिन अग्रवाल से संपर्क होने पर इसने बताया कि तनु मेरे रिश्तेदार के घर पर है और मैं विशाखापत्तनम में हूं। और वो दोनों शादी करना चाहते है ये भी बात बोला गया। अब शादी के बाद ही दोनों रायपुर आएंगे। इतने में में सचिन अपना नंबर बंद कर दिया।

फिर तनु के परिजन थाने के इंचार्ज से बात की और जिला पुलिस से भी बात की। इसके बाद एक टीम रायपुर से सर्च के लिए भेजी गई। लोकेशन के आधार में सर्च करने पर सचिन ने बताया कि तनु बागभहरा में है। सचिन ने अपना कुछ काम से विशाखापत्तनम होना बताया। काफी रिक्वेस्ट किया की तनु ठीक है इसका कोई सबूत मांगे तब सचिन ने कोई जवाब नहीं दिया। बार बार सचिन अपना लोकेशन बदलता रहा। मोवा पुलिस भी लोकेशन के आधार पर सर्च करने लगे। 24 नवम्बर को तुरेकेला रेलवे स्टेशन में लोकेशन का पता चला फिर बागबाहरा से तुरेकेला की ओर रायपुर पुलिस रवाना हुई। तब रेलवे स्टेशन में पता किए तो आरोपी के होने की जानकारी मिली। उसी समय फिर कंटाबंजी में लोकेशन आया और पुलिस टीम सर्च करते हुए सचिन का लोकेशन 200 km दूर मिला।

रात पुलिस की टीम वापस रायपुर पहुंची। एस्स्क बाद फिर से रायपुर की एक टीम को भेजा गया ओडिशा और तब जाकर खबर आया कि बलांगीर के तुराइकेला जंगल में एक शव मिला है। जिसकी शिनाख्त नहीं हो पा रही है। रायपुर से एक और टीम भेजी गई तनु के परिजन के साथ, कुछ कुछ सबूत मिले, तनु की आईडी कार्ड और स्कूटी की चाबी क आधार पर उसकी पहचान की गई। शव काफी जला हुआ था। इस बीच लगातार सचिन और तनु के भाई से व्हाट्सएप चैटचल ही रही थी।

लगातार संपर्क में रहकर बातों में उलझा रहा था आरोपी

इधर शव की जानकारी मिलते ही सचिन भी कोलकाता भागने की फिराक में था। सचिन समलेश्वरी ट्रेन में बैठकर कोलकाता के लिए निकल चुका था और इस दौरान उससे उमेश के मोबाइल पर बातचीत भी होती रही। लगातार आरोपी बातों में उलझकर कह रहा था कि उसके साथ उसकी बहन है और दोनों जल्द शादी भी करने वाले हैं। जैसे ही पुलिस को ये जानकारी मिली कि आरोपी ओडिशा छोड़कर कोलकाता के लिए समलेश्वरी ट्रेन से निकला हुआ है तो पुलिस की टीम ने रेलवे स्टेशन को पूरी तरह से घेर कर आरोपी को चलती ट्रेन से पकड़ा।

आरोपी को मिले कड़ी से कड़ी सजा

उमेश ने रूंधे गले से कहा कि अब हमारी बहन तो नहीं है इस दुनियां में और मैं चाहता हूं कि आरोपी को उसके कृत्य पर ऐसी कड़ी सजा मिले की फिर कभी कोई आरोपी ऐसी घटना को दोबारा न दोहरा पाए।

फिलहाल सचिन से अभी इस संबंध में पूछताछ जारी है। जल्द ही इस पूरे मसले पर ओडिशा पुलिस ख़ुलासा कर इसकी जानकारी मीडिया को देगी।

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