स्पीकर की अंतिम इच्छा: स्पीकर डॉ. चरणदास महंत बोले- मरने से पहले मेरी अंतिम इच्छा राज्यसभा में काम करने की

राज्यसभा भेजने का फैसला कांग्रेस में सिर्फ हाईकमान करता है

Update: 2022-04-12 16:39 GMT

बिलासपुर, 12 अप्रैल 2022। विधानसभा के स्पीकर डॉ. चरणदास महंत ने फिर से राज्यसभा जाने की इच्छा जताई है। मेयर रामशरण यादव की माता को श्रद्धांजलि देने पहुंचे स्पीकर डॉ. महंत ने मीडिया से बातचीत में कहा कि हर व्यक्ति की कुछ न कुछ अंतिम इच्छा होती है। मरने से पहले उनकी अंतिम इच्छा राज्यसभा जाने की है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि राज्यसभा जाने का फैसला कांग्रेस में हाईकमान करता है। उन्हें अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर काम करने का अवसर मिला। अब वे चाहते हैं कि मरने से पहले राज्यसभा में भी काम करने का अवसर मिले। स्पीकर डॉ. महंत इससे पहले भी राज्यसभा जाने की इच्छा जता चुके हैं। उस दौरान सीएम भूपेश बघेल ने कहा था कि डॉ. महंत सीनियर नेता हैं। राज्यसभा कौन जाएगा यह हाईकमान तय करता है। बता दें कि राज्यसभा सांसद छाया वर्मा और रामविचार नेताम का कार्यकाल इस साल जून में समाप्त हो जाएगा।

विपक्ष की संख्या कम लेकिन उन्हें ज्यादा समय देता हूं

स्पीकर डॉ. महंत ने कहा कि विधानसभा स्पीकर का पद संवैधानिक होता है। उनके लिए सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों समान हैं। संख्या बल के हिसाब से विपक्ष की संख्या कम है, लेकिन वे सवाल पूछने का ज्यादा अवसर देते हैं। समय भी ज्यादा देते हैं। विपक्ष के सवालों पर कार्रवाई होती है। सत्ता पक्ष का भी आरोप है कि मैं विपक्ष को ज्यादा अवसर देता हूं, लेकिन विधानसभा स्पीकर होने के कारण सबको अवसर देना मेरा काम है। समय से पहले सत्रावसान के संबंध में सवाल पर उन्होंने कहा कि हमारी भी इच्छा है कि सत्र लंबी चले। यह खुशी की बात है कि कोरोना काल में छत्तीसगढ़ में सर्वाधिक पांच सत्र चला है।

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