सावन स्पेशल टिप्स : दुखों का होगा अंत, भगवान शिव को ऐसे करें प्रसन्न, सावन के इन दिनों में जरूर करें ये काम
रायपुर I हिंदू धर्म में सावन का महत्व है। यह माह जीवन में हरियाली और उत्साह लेकर आता है। इस माह में धार्मिक काम करने से जीवन में खुशहाली आती है। सावन भगवान शिव (Lord Shiva) को समर्पित है। इस दिन भगवान शिव की आराधना (Worship) करने से वे जल्द ही प्रसन्न हो जाते हैं और मनवांछित फल का वरदान प्रदान करते हैं।
सावन में अभी दिन बाकी है। इसलिए भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए कुछ न कुछ काम करना चाहिए, ताकी उनकी कृपा बनी रहें, क्योंकि शिव भगवान प्रसन्न रहेंगे तो आपकी हर मनोकामना को पूर्ण करेंगें। इसके अलावा भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए व्यक्ति को रुद्राक्ष भी धारण करना चाए, जिससे उनकी कृपा बनी रहें। यहां कुछ उपाय बता रहे हैं जिसे आजमाकर आप अपने जीवन में खुशहाली ला सकते हैं।
शादी और नौकरी के लिए
सावन शिवलिंग पर केसर मिला दूध अर्पित करने से विवाह में आ रही रुकावटें दूर होती है। इसके साथ ही शीघ्र विवाह के योग भी बनते हैं। इसके अलावा किसी भी के दिन पीपल के वृक्ष से एक साफ़ व बिना कटा हुआ पत्ता तोड़ लाएं। पत्ते को गंगाजल से धोएं फिर उसे एक थाली में रखकर 11 बार गायत्री मंत्र से अभिमंत्रित करके अपने पूजा वाले स्थल पर शिव जी की शरण में रख दें। ऐसा हर सोमवार के दिन करना है अगले सोमवार नया पत्ता लाएं तब पुराना पत्ता हटाएं और उसे उसी पीपल के पेड़ के नीचें रख आएं। यह नौकरी प्राप्ति का सटीक उपाय है।
इस मंत्र से पाएं मनवांछित फल
अगर आपको धन की कमी रहती है। इच्छा पूरी नहीं होती है तो धन प्राप्ति के लिए मछलियों को आटे की गोलियां खिलाएं। गोलियां खिलाते समय भगवान शिव का ध्यान करते रहना चाहिए। धन की बढ़ोतरी के लिए घर में पारद से निर्मित शिवलिंग स्थापित करके प्रतिदिन पूजा करें। इच्छा पूर्ति के लिए सावन में किसी भी दिन या सोमवार को 21 बिल्व पत्रों पर चंदन से ऊं नम: शिवाय लिखकर शिवलिंग पर अर्पित करें।
दुखों का करें अंत
आप सुख-समृद्धि की प्राप्ति के लिए और परेशनियों से छुटकारा पाने के लिए इस माह में नंदी (बैल) को हरी घास खिलाएं। गरीबों को भोजन करवाने से घर में कभी भी अन्न की कमी नहीं होती है। इसके साथ ही पितरों की आत्मा को भी शांति मिलती है।
वंशहीन को मिलती संतान
सावन में आटे से 11 शिवलिंग निर्मित करके 11 बार उनका जलाभिषेक करने से संतान प्राप्ति के योग बनते हैं। जल में काले तिल मिलाकर शिवलिंग का अभिषेक करते समय ऊं नम: शिवाय का जाप करें। ऐसा करने से व्यक्ति को आत्मिक शांति मिलेगी।
बीमारी से मुक्ति के लिए
सावन में रोगों से मुक्ति हेतु शिवलिंग का 101 बार जलाभिषेक करें। जलाभिषेक करते समय ॐ जूं सः मंत्र का जाप करते रहें। पापों से मुक्ति और सुखों की प्राप्ति के लिए सावन में हर दिन या सोमवार के दिन भोलेनाथ को तिल और जौ अर्पित करें। भगवान शिव को जौ अर्पित करने से सुख में वृद्धि और तिल चढ़ाने से पापों का नाश होता है।