सरकारी इंजीनियर निकला करोड़पति: विजिलेंस के छापे में मिला नोटों का ढेर... सवा पांच करोड़ नगदी, जमीनों के कागजात और ज्वैलरी बरामद...
पटना। सरकारी इंजीनियर के ठिकानों पर आज दी गई दबिश में करोड़ो रूपये कैश मिले हैं। विजिलेंस ने आज रूरल इंजीनियरिंग सर्विस के कार्यपालन अभियंता के ठिकानों पर छापें मारे। पटना व किशनगंज में मारे गए छापों में करोड़ो रूपये कैश बरामद हुए हैं। जिन्हें गिनने के लिए मशीनें मंगवानी पड़ी।
रूरल इंजीनियरिंग सर्विस के कार्यपालन अभियंता संजय राय के द्वारा काफी मात्रा में अवैध संपति अर्जित करने की शिकायतें मिल रही थी। जिस की तस्दीक के बाद आज सुबह विजिलेंस डीएसपी अरुण पासवान के नेतृत्व में इंजीनियर के किशनगंज व पटना के ठिकानों पर दबिश दी गई। पटना संजय राय का पैतृक निवास है। जबकि किशनगंज जिले में उनकी पोस्टिंग है। मिली जानकारी के अनुसार विजिलेंस की दो टीमों ने शनिवार सुबह 7 बजे एक साथ पटना और किशनगंज में छापे मारे। किशनगंज में 13 मेंबर्स की टीम ने संजय कुमार राय के रूईधाशा, उनके पर्सनल असिस्टेंट ओम प्रकाश यादव के लाइनपाड़ा और कार्यालय के कैशियर खुर्रम सुल्तान के लाइनपाड़ा में बने घर पर छापेमारी की। किशनगंज में उनके निजी सहायक ओम प्रकाश यादव के घर से 3 करोड़ कैश मिले हैं। और किशनगंज में ही उनके कैशियर खुर्रम सुल्तान के घर से एक करोड़ कैश मिले हैं। ओम प्रकाश यादव व कैशियर खुर्रम सुल्तान को इंजीनियर संजय राय ने अपने निजी ख़र्चे पर रखा था और इन्ही के जरिये इंजीनियर वसूली करता था।
इंजीनियर का घर पटना के बसंत विहार कालोनी में है। यहां के दो ठिकानों में दी गई दबिश में सवा करोड़ कैश व लाखों की ज्वैलरी के अलावा इन्वेस्टमेंट के कागजात व जमीनों के कागजात मिले हैं। जिनका कैलकुलेशन किया जा रहा है। भ्रष्टाचार के सबूत मिलने के बाद अपराध दर्ज कर कोर्ट से सर्च वारंट लेकर विजिलेंस ने यह रेड कार्यवाही की हैं। जिसमें नोट गिनने के लिए बैंक से मशीनें भी मंगवानी पड़ी है।