संविलियन दिवस: छत्तीसगढ़ के शिक्षकों को आज मिला था सम्मान से काम करने का अधिकार, मना रहे संविलियन दिवस, बधाइयों का दौर

Update: 2022-07-01 05:50 GMT

रायपुर 1 जुलाई 2022। आज शिक्षकों का संविलियन दिवस होने से शिक्षकों में उत्साह का माहौल है। सुबह से शिक्षकों के व्हाट्सएप ग्रुपो में बँधाइयो का सिलसिला जारी है और शिक्षक एक दूसरे को लगातार बधाइयां दे रहे हैं।

ज्ञातव्य है कि पंचायत विभाग के अंतर्गत काम करने वाले प्रदेश के शिक्षाकर्मियों ने अपने संविलियन के लिए लंबी लड़ाई लड़ी थी। जिसके चलते उन्हें पूर्ववर्ती भाजपा सरकार में 2013 में पुनरक्षित वेतनमान मिला था। जिसमे 8 साल की सेवा पूरी करने वाले शिक्षकों को पुनरक्षित वेतनमान का लाभ मिल रहा था। 2018 में कांग्रेस की सरकार आने के बाद शिक्षकों का स्कूल शिक्षा विभाग में संविलियन कर लिया गया। जिसमें पहले एक लाख 9 हजार शिक्षक पंचायत से स्कूल शिक्षा विभाग में आये उसके बाद दो सालों में संविलियन की नीति के चलते सभी डेढ़ लाख शिक्षक स्कूल शिक्षा विभाग में आ चुके हैं।

शिक्षकों का मानना है कि संविलियन के बाद उनकी सेवा शर्तों के साथ ही उनके वेतनमान में अंतर आया है जिससे शिक्षकों के जीवन स्तर में बदलाव आया है। इसके साथ ही शिक्षकों को कर्मी शब्द से मुक्ति मिली है और उन्हें शिक्षक होने का सम्मान मिला है। इसलिए शिक्षक 2018 से प्रतिवर्ष 1 जुलाई को शिक्षक दिवस मनाते हैं। आज सुबह से शिक्षकों के व्हाट्सएप ग्रुपो में एक दूसरे को बधाई देने का सिलसिला चल रहा है। शिक्षकों ने कई जगह पौधारोपण, बच्चो को मिठाई व कॉपी किताब वितरण आदि के रचनात्मक कार्यक्रम भी अपने अपने स्तर पर रखें हैं।

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