BJP अध्यक्ष पर अविश्वास: कांग्रेस ने पीयूष कोसरे और सुबोध हरितवाल को बनाया पर्यवेक्षक, 4 को होगी वोटिंग

राजधानी और आसपास की सबसे बड़ी महासमुंद नगर पालिका में कांग्रेस के पास अध्यक्ष बनाने का मौका।

Update: 2022-07-02 14:30 GMT

रायपुर। राजधानी और आसपास की सबसे बड़ी महासमुंद नगर पालिका में भाजपा अध्यक्ष की कुर्सी खतरे में है। कांग्रेस ने नगर पालिका अध्यक्ष प्रकाश चंद्राकर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव प्रस्तुत किया है। चार तारीख को अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग होनी है। इससे पहले कांग्रेस ने प्रदेश महामंत्री पीयूष कोसरे और राष्ट्रीय प्रवक्ता सुबोध हरितवाल को पर्यवेक्षक बनाया है। हरितवाल ने कांग्रेस का अध्यक्ष बनाने के लिए पर्याप्त संख्या होने का दावा किया है।

महासमुंद नगर पालिका चुनाव के दौरान किसी भी दल के पास स्पष्ट बहुमत नहीं था। 30 वार्ड में भाजपा 14, कांग्रेस 8, आम आदमी पार्टी से एक, जोगी कांग्रेस से 2 और 5 निर्दलीय जीते थे। तत्कालीन परिस्थितियों के अनुसार भाजपा अध्यक्ष बनाने में कामयाब रही। प्रकाश चंद्राकर अध्यक्ष बने, जबकि उपाध्यक्ष बनाने में भाजपा मात खा गई और कृष्णा चंद्राकर उपाध्यक्ष बन गए।

चुनाव के बाद जोगी कांग्रेस की राशि त्रिभुवन महिलांग और राजेंद्र चंद्राकर ने कांग्रेस प्रवेश कर लिया था। वहीं, 6 महीने बाद निर्दलीय पार्षद बबलू हरपाल, जगत महानंद और डमरूधर मांझी ने कांग्रेस और बड़े मुन्ना देवार व राहुल चंद्राकर ने भाजपा से हाथ मिला लिया था। इसके बाद का अंक गणित भाजपा 16, कांग्रेस 13 और आप से एक पार्षद थे। कांग्रेस की ओर से जैसे ही अविश्वास प्रस्ताव पेश किया गया, उसके बाद भाजपा के दो पार्षद कांग्रेस के खेमे में चले गए। इस तरह भाजपा की संख्या 14 और कांग्रेस की 15 हो गई।

अविश्वास प्रस्ताव में जीत के लिए 21 वोट की जरूरत है। कांग्रेस ने दावा किया है कि उनके पास पर्याप्त वोट हैं। यही वजह है कि कांग्रेस ने पर्यवेक्षकों की नियुक्ति कर दी है, जिससे किसी तरह की गड़बड़ी न हो।

Tags:    

Similar News