भाजपा का जन्म तुष्टिकरण के खिलाफ: रमन सिंह बोले- दुनिया को खुली किताब की तरह पता है कि भाजपा तुष्टिकरण की राजनीति नहीं करती

Update: 2022-07-04 12:47 GMT

रायपुर। भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह ने सोमवार को कहा कि भाजपा कभी तुष्टिकरण की राजनीति नहीं करती। पूरी दुनिया के लोगों को यह खुली किताब की तरह पता है। भाजपा का जन्म ही तुष्टिकरण के खिलाफ हुआ है।

राष्ट्रीय कार्यसमिति से लौटे पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह ने एयरपोर्ट पर मीडिया से बातचीत में कहा कि हिंदुस्तान में एक ही राजनीतिक दल है, जो सांप्रदायिकता और तुष्टिकरण के खिलाफ पूरी दुनिया में जानी जाती है, वह भाजपा है। भाजपा का जन्म तुष्टिकरण के खिलाफ हुआ। जम्मू कश्मीर में दो निशान दो विधान के खिलाफ संघर्ष कर भाजपा ने अपनी राजनीतिक यात्रा शुरू की थी। तुष्टिकरण की राजनीति कांग्रेस करती है।

खाद जितना आना चाहिए उससे ज्यादा

पूर्व सीएम ने खाद की कमी के सवाल पर कहा कि छत्तीसगढ़ के लिए सालभर का जो कोटा निर्धारित है, शुरू में जितना कोटा आना चाहिए, उसे ज्यादा मात्रा में खाद पहुंच चुकी है। इस संबंध में उन्होंने केंद्रीय मंत्री से भी बात की है। पूर्व सीएम ने कहा कि छत्तीसगढ़ को खाद की पर्याप्त मात्रा दी जा रही है। राज्य सरकार सिर्फ और सिर्फ व्यापारियों को लाभ दिलाने के लिए डीएपी और सुफर फास्फेट का ज्यादा कोटा दे रहे हैं। ओपन मार्केट में व्यापारियों से ट्रकों में खाद ले लो। सोसाइटी में एक भी बोरा खाद नहीं है। इसका मतलब है कि सरकार जान बूझकर कालाबाजारी को बढ़ावा दे रही है। ये सब मिलीभगत का मामला है। केंद्र के ऊपर डालने की जरूरत नहीं है।

जीएसटी की बैठक में जाएं और बात रखें

जीएसटी में कमी के मामले में पूर्व सीएम ने कहा कि ये जीएसटी की बैठक में जाते नहीं। चिट्ठी पर चिट्ठी लिखते हैं। दिनभर की बैठक होती है। 24 घंटे की बैठक होती है। बैठक में अपने मुद्दों में बात करें। यहां बैठे-बैठे चिट्ठी लिखने से क्या फर्क पड़ेगा। जीएसटी कौंसिल की मीटिंग का महत्व इतना है कि जिनको बुलाया जाता है, वे रहते हैं और अपने प्रस्तावों पर चर्चा कराते हैं। पुरानी पेंशन स्कीम लागू करने के मामले में रमन ने कहा कि सब जानते हैं कि पेंशन स्कीम में ऐसा कोई क्लॉज नहीं था। इसके लिए तकनीकी दृष्टि से प्रधानमंत्री से बात करनी चाहिए।

कॉरिडोर निर्माण की दिशा में काम नहीं

छत्तीसगढ़ में हाथियों की समस्या पर रमन ने कहा कि एक वातावरण का निर्माण करना चाहिए। द्वंद्व बढ़ता जा रहा है। खास तौर पर जंगल के उन क्षेत्रों में जहां खड़ी फसल है, उसे हाथी नुकसान पहुंचा रहे हैं। बस्तियों में घुस रहे हैं। कॉरिडोर के निर्माण की जो कल्पना की थी, उसके निर्माण का काम हो नहीं पा रहा है। कॉरिडोर में एलीफेंट के लिए पर्याप्त वातावरण का निर्माण हो। उनके लिए पर्याप्त पानी की व्यवस्था हो, चारे की व्यवस्था हो। उस दिशा में काम नहीं हो रहा है।

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