Priyanka Gandhi in Bastar प्रियंका गांधी बोलीं – मेरी दादी कहती थी कि सबसे बढ़िया आदिवासी संस्कृति है, क्योंकि वे प्रकृति का सम्मान करते हैं

Update: 2023-04-13 10:31 GMT

Priyanka Gandhi in Bastar 

जगदलपुर / रायपुर. कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने गुरुवार को जगदलपुर में आयोजित भरोसे का सम्मेलन में अपने दादी इंदिरा गांधी के साथ-साथ पंडित जवाहरलाल नेहरू, राजीव गांधी, सोनिया गांधी और राहुल गांधी का रिश्ता जोड़ा. उन्होंने कहा कि 1955 में पंडित नेहरू यहां आदिवासी सम्मेलन में आए थे. इसके बाद आपके लिए काम किया. मेरी दादी इंदिरा जी के लिए में आपके लिए खास जगह थी. मैं पहली बार बस्तर आई हूं लेकिन मुझे बचपन से बस्तर के बारे में मालूम है. मेरी दादी कहती थी कि सबसे बढ़िया आदिवासी संस्कृति है.

छत्तीसगढ़ के आदिवासी बहुल बस्तर में पहली बाई आईं प्रियंका गांधी ने अपने संबोधन की शुरुआत दंतेश्वरी माई चो जय के साथ की. उन्होंने कहा, आज भरोसे का सम्मेलन है. इतनी बड़ी तादाद में मैं देख रही हूं मेरी बहनें आई हैं. मैं तो छत्तीसगढ़ पहली बार आई हूं मुझे तो आप जानते नहीं है, फिर इतनी बड़ी भीड़ क्यों आई है. आप इसलिए आई हैं क्योंकि आपको मेरे परिवार के एक-एक सदस्य पर भरोसा है. आप इसलिए आई हैं क्योंकि आज से कई साल पहले 1955 में पंडित जवाहरलाल नेहरू आदिवासी सम्मेलन में आए थे. आपके लिए काम किया. इंदिरा जी के दिल में आपके लिए खास जगह थी. बचपन से मुझे बस्तर के बारे में मालूम है. मैं आपकी हस्तकला को पहचानती हूं. आपकी संस्कृति को जानती हूं. मेरे परिवार के एक-एक सदस्य ने आपकी संस्कृति को पहचाना है.


कांग्रेस पार्टी ने जितना भी काम किया यहां उसी भावना और भरोसे की वजह से किया. जीवन में जो भी रिश्ता होता है, हर रिश्ते में भरोसे की जरूरत होती है. ऐसा कोई काम नहीं जो भरोसे के बिना हो. जब मैं स्टॉल पर थी, तब आइसक्रीम वाली बहन ने कहा कि दीदी आप मत खाओ आपका गला खराब हो जाएगा. एक पल में रिश्ता जोड़ लिया. मेरी सहेली बन गई. सार्वजनिक जीवन में सबसे महत्वपूर्ण बात भरोसा होता है. आज हम सब इस मंच पर खड़े हैं आप भरोसा करते हैं कि हमारी सरकार बनेगी तो आपके लिए काम करेंगे.

नेता कैसे-कैसे वादे करते हैं लेकिन पूरी करने वाली पार्टी और नेता कम होते हैं. काम करने वाले कितने हैं, इसका मूल्यांकन पब्लिक के भाई-बहन अच्छी तरह से कर सकते हैं. एक जगह की पहचान संस्कृति के आदर, लोगों के सम्मान और शासन द्वारा आपका मान सम्मान करना चाहिए. छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया नारा आपने सुना है. इस नारे में ही सब कुछ है. इस नारे में आपकी संस्कृति का मान सम्मान है. मुख्यमंत्री जी ने कहा कि किस तरह एक जमाना था कि लोग आने से डरते थे. हिंसा भय था. आज बस्तर ब्रांड बन गया है. आपकी पहचान देश ही नहीं, विदेश में भी है.

मैंने देखा किस तरह हस्तकला को बढ़ाया दिया जा रहा है. मिलेट्स के सामान बनाए जा रहे हैं. पूरे देशभर में बेचा जाए. जहां कम मिलता था सरकार की मदद से आमदनी बढ़ गई है.

मेरी दादी कहती थी कि सबसे बढ़िया संस्कृति आदिवासी संस्कृति है. वे इसलिए आदर करती थी कि आप लोग प्रकृति का सम्मान करते हैं. प्रकृति का आदर करते करते आप अपना रोजगार करते हैं. आपकी संस्कृति के तहत योजना बनाने की कोशिश की है.

साड़ियां सिल्क बना रही हैं. आमदनी बढ़ी है. इससे महिलाओं का आत्म सम्मान और आत्म विश्वास बढ़ा है. आज छत्तीसगढ़ में बेरोजगारी दर सबसे कम है. सबसे ज्यादा वन अधिकार यहां दिए गए हैं. सबसे ज्यादा एमएसपी मिल रही है. यहां का स्वास्थ्य मॉडल पूरी दुनिया में मशहूर हो गया है. पर्यटन हस्तकला वनोपज एमएसपी फिल्म शूटिंग के लिए यहां का ब्रांड बन चुका है. आपकी सरकार आपकी मजबूती के लिए काम कर रही है. आपके भरोसे पर चल रही है. आपके भरोसे को तोड़ा नहीं है.

आपने 15 सालों का भाजपा का शासन देखा. आपने उन पर भी भरोसा किया था, लेकिन वह भरोसा उन लोगों ने रखा नहीं. भय भूख और खूब भ्रष्टाचार चला. आपकी जमीन छीनी गई. हथकड़ियां डाले गए. आपको निर्भर बनाया गया. आत्मनिर्भर नहीं बनाया. भाजपा की सरकार ने आपका विश्वास तोड़ा. आपकी अनदेखी की. गौमाता आवारा घूम रही थी. स्वयं सहायता की बहनों पर भारी कर्ज था. 3000 स्कूल बंद हो चुके थे. कांग्रेस ने आपका गौरव वापस लौटाया है. आदिवासी पर्वों के लिए हर पंचायत में सरकार पैसा भेजेगी. आपके हाथों को हर तरह से मजबूत करने की कोशिश रही है. आपसे जमीन छीनी नहीं गई. लौटाई गई है. 5 लाख लोगों को वनाधिकार के पट्टे मिले. सबसे पहले यह काम इंदिरा जी ने किया था. हमें गर्व है कि धान की सबसे ज्यादा एमएसपी यहां मिल रही है. 18 लाख किसानों का कर्ज माफ हुआ. 42000 करोड़ का निवेश हुआ है. नए उद्योग लगे हैं. मैंने देखा कि उत्तरप्रदेश में आवारा पशुओं से बहुत नुकसान हुआ है. छत्तीसगढ़ में गौ माता भी खुश और जनता भी खुश है.

आपके सामने दो मिसाल है. एक सरकार आपके लिए दिन रात काम करती है. दूसरी मिसाल ऐसी सरकार का जिसने आपकी संपत्ति छीनने का काम किया. सच्चाई आपके सामने है. आपको पहचानना है कि आपका भरोसा किस पर है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी कभी किसी की चुगली नहीं करते. नकारात्मक बात नहीं करते. हमेशा बताते हैं कि छततीसगढ़ के लिए कैसा नया काम किया है. उनके दिल में सचमुच आपके लिए प्रेम है. आपको आगे बढ़ाने की इच्छा है. कम ऐसे नेता हैं जो दिल से जनता के लिए काम करना चाहते हैं. मुझे गर्व है कि यहां कि सरकार ने आपका भरोसा रखा. आपके लिए अच्छी अच्छी योजनाएं बनाई. मेरी आशा है आप अपना भरोसा हममें रखेंगे. जितने भी नेता यहां बैठे हैं उन्हें मौका देंगे.


इंदिरा जी ने दिया, रमन सिंह ने छीना : भूपेश

जगदलपुर / रायपुर. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गुरुवार को आदिवासी बहुल बस्तर के मुख्यालय जगदलपुर में आयोजित भरोसे का सम्मेलन में कहा कि गांधी नेहरू परिवार का बस्तर से रिश्ता रहा है. पूर्व पीएम इंदिरा गांधी ने यहां के आदिवासियों को जमीन का पट्टा दिया था. रमन सिंह की सरकार ने उसे छीन लिया. इसके बाद राहुल गांधी ने वापस दिलाया है.

भरोसे का सम्मेलन में सीएम ने कहा, बस्तर के मुख्यालय जगदलपुर में इंदिरा जी की पोती, राजीव और सोनिया जी की लाडली और राहुल जी की छोटी बहन प्रियंका जी पहली बार बस्तर आई हैं. 15 साल भाजपा की सरकार रही. बस्तर के बाहर छत्तीसगढ़ के जो लोग हैं, वे बस्तर आने से डरते थे. छत्तीसगढ़ के बाहर के लोग छत्तीसगढ़ आने से डरते थे, क्योंकि नक्सलियों की इतनी दहशत थी कोई आने के लिए तैयार नहीं था. जब हम लोग घर से निकलते थे, परिवार के लोगों की रातों की नींद हराम हो जाती थी. जब तक सकुशल लौट नहीं जाते थे, तब तक उनकी चिंता दूर नहीं होती थी. यहां एनएच के पांच किलोमीटर दाएं-बाएं में ही सरकार थी. बाकी में नक्सली थे.


बस्तर के लोगों पर एक तरफ नक्सलियों का दबाव था, दूसरी तरफ पुलिस का डर. दोनों तरफ से गोलियां चलती थीं और सीना हमारे आदिवासियों का होता था. कितने निर्दोष आदिवासियों को नक्सली बताकर जेल में ठूंस दिया गया. स्कूलें बंद, इलाज की व्यवस्था नहीं, रोजगार नहीं था. आदिवासियों के रोजगार के साधनों में से एक महुआ को सड़क में फेंकना पड़ा था.

राहुल गांधी ने चुनाव के आखिरी दिन आचार संहिता समाप्त होने से एक घंटे पहले इसी मंच पर आए थे. लाखों लोग उस कार्यक्रम में आए थे. बस्तर के आदिवासियों, किसानों, मजदूरों को विश्वास दिलाया था. बस्तर के लोगों के जल जंगल जमीन का अधिकार वापस करेंगे. बस्तर के आदिवासियों ने विश्वास व्यक्त किया. 12 के 12 विधायक, सांसद, मेयर और जिला पंचायत अध्यक्ष कांग्रेस के हैं. लोगों ने बड़ा विश्वास व्यक्त किया, भरोसा किया.

इन चार साढ़े चार सालों में जो काम हुआ है. गांधी नेहरू परिवार का बस्तर से जो रिश्ता रहा है, उसके आधार पर किया है. पंडित जवाहरलाल नेहरू 13 मार्च 1955 को बस्तर आए थे. आदिवासी सम्मेलन किया था. इंदिरा जी ने आदिवासियों को पट्टा दिया था. भाजपा ने आदिवासियों की जमीन छीन ली थी. 50 हजार हेक्टेयर जमीन छीनने का काम किया. राहुल जी ने लोकसभा में भूमि अधिग्रहण बिल पारित करवाया था. आदिवासियों की जमीन सरकारों ने छीनने का काम किया. कांग्रेस ने लोहांडीगुड़ा में 4200 एकड़ जमीन वापस करने का काम किया. इंदिरा जी ने दिया रमन सिंह ने छीना और राहुल जी ने वापस किया.

जल जंगल जमीन के अधिकार देने का काम, लाखों परिवार को वन अधिकार पट्टा देने का काम राज्य सरकार ने किया. लघु वनोपज में अधिकार दिया. जहां बंदूक की गोलियां सुनाई देती थीं, आज वहां गीत सुनाई देता है. विकास के रास्ते पर चल पड़े हैं. यहां के नौजवानों को रोजगार दिया.

दंतेवाड़ा के अंदर कभी कोई जा नहीं सकता था. महेंद्र कर्मा जी के गांव जाते थे तो आधे घंटे में वापस कर देते थे. आज दंतेवाड़ा के अंदरूनी गांव में डेनेक्स हमने खोला है. 800 से अधिक लड़कियां काम कर रही हैं. 2500 रुपए में धान खरीदा. केंद्र ने अड़ंगा लगाया समर्थन मूल्य से ज्यादा में धान खरीदा तो चावल नहीं लेंगे. कोरोना काल के बाद भी राजीव किसान न्याय योजना का पैसा जा रहा है. 15 क्विंटल के बजाय 20 क्विंटल धान खरीद रहे हैं. ये जो सम्मेलन है वह भरोसे का सम्मेलन है. सीएम ने पूछा कि भरोसा है कि नहीं है?

सीएम ने कहा, आदिवासियों किसानों मजदूरों माताओं बहनों के भरोसे का सम्मेलन बस्तर और छत्तीसगढ़ के भरोसे का सम्मेलन है. एक तो दंतेश्वरी माई, दूसरा बस्तर का दशहरा और आदिवासियों की संस्कृति, से बस्तर की पहचान है. हमने जूते चप्पल कपड़े बांटने का काम नहीं किया, बल्कि आदिवासियों की जेब में पैसे डालने का काम किया ताकि आप अपनी पसंद से खरीद सकें. कोई कमीशन नहीं. डेढ़ लाख करोड़ बांटने का काम किया है. कभी किसी सरकार ने इतना नहीं दिया है. कांग्रेस की सरकार हर वर्ग की सरकार है. आज बस्तर में शांति लौटी है. 1300 से अधिक आदिवासी जो बंद थे, उन्हें रिहा किया गया है.

इस दौरान सीएम ने बस्तर संभाग मुख्यालय में महिला सहकारी बैंक खोलने का ऐलान किया. बैंक का नाम इंदिरा गांधी महिला सहकारी बैंक होगा. इसी तरह कई कॉलेजों के नामकरण का ऐलान किया. प्राथमिक लघु वनोपज सह कारी समितियों के प्रबंधकों के वेतन पर बड़ा ऐलान किया. इंटरनेशनल स्तर के हॉकी ग्राउंड का ऐलान किया. सीएम ने कहा कि इस ग्राउंड में इतनी बड़ी भीड़ कभी नहीं आई थी. महाराष्ट्र से गाड़ियां मंगाए हैं, तब भी कमी पड़ गई थी.

इससे पहले छत्तीसगढ़ प्रभारी कुमारी सैलजा, मंत्री कवासी लखमा, पीसीसी अध्यक्ष मोहन मरकाम, सांसद दीपक बैज ने भी संबोधित किया. कार्यक्रम में टीएस सिंहदेव, ताम्रध्वज साहू सहित मंत्रिमंडल के सभी सदस्य, सांसद-विधायक व कांग्रेस के पदाधिकारी मौजूद थे.

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