पति का बंटवारा : सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने पहली पत्नी के रहते की दूसरे शादी, हफ्ते में 3-3 दिन बताएगा समय, संडे फ्री
NPG ब्यूरो. सावित्री की कहानी तो आपने सुनी होगी, जिसने यमराज से अपने पति सत्यवान को वापस पा लिया. यहां दो पत्नियों के बीच पति को पाने की लड़ाई थी. कोई भी अलग होना नहीं चाहता था, इसलिए तय हुआ कि तीन-तीन दिन का बंटवारा कर लें. यह किस्से कहानियों में नहीं, बल्कि फैमिली कोर्ट के बाहर बाकायदा काउंसलर की मदद से करारनामे में हुआ है. इसमें दोनों पत्नी इस बात पर राजी हो गई हैं कि पति 3-3 दिन एक-एक के साथ रहेगा और संडे को उसकी मर्जी होगी कि वह कहीं भी रह सकता है.
अब पूरा किस्सा तफ्शील (विस्तार) से सुनाते हैं. ग्वालियर की एक लड़की की शादी गुरुग्राम के एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर से हुई. पति-पत्नी में प्यार था. अच्छे से जीवन चल रहा था. दो साल तक दोनों साथ रहे. इस बीच एक बेटा भी हुआ. इसके बाद कोरोना आ गया. देशभर में लॉकडाउन लग गया. वर्क फ्रॉम होम का समय आया. सॉफ्टवेयर इंजीनियर ग्वालियर आया. कुछ दिन घर से ही काम किया. इसके बाद पत्नी और बेटे को ससुराल में छोड़कर गुरुग्राम चला गया. यह कहानी का पहला पार्ट है.
दूसरा पार्ट यह है कि सॉफ्टवेयर इंजीनियर को अपने दफ्तर की सहकर्मी से प्यार हो गया. पत्नी नहीं थी, इसलिए दोनों लिव इन रिलेशनशिप में रहने लगे. प्यार इतना गहरा हो गया कि कानून और समाज के रीति-रिवाजों को भुलाकर सहकर्मी से शादी कर ली. शादी के बाद उनकी एक बेटी हो गई. आप कहेंगे कि इस बीच पहली पत्नी कहां थी? पहली पत्नी मायके में ही थी. वह गुरुग्राम आना चाहती थी कि लेकिन सॉफ्टवेयर इंजीनियर लेने नहीं गया. एक दिन वह गुस्से में खुद ही धमक गई तो भांडा फूट गया.
अब आता है कहानी का तीसरा और हैप्पी एंडिंग वाला पार्ट. अपनी सौतन को देखकर पहली पत्नी खूब भड़की. इसके बाद मायके लौट आई. उसने ग्वालियर में फैमिली कोर्ट की शरण ली. यहां मुलाकात हुई काउंसलर हरीश दीवान से. दीवान साब ने बात की तो पता चला कि पहली पत्नी तलाक और गुजारा भत्ता चाहती थीं. उन्होंने समझाया कि कोर्ट केस लंबा चलेगा. गुजारा भत्ता भी इतना पर्याप्त नहीं मिलेगा कि जीवनभर बेटे के साथ अच्छे से गुजारा हो सके.
काउंसलर ने सॉफ्टवेयर इंजीनियर को ग्वालियर बुलवाया. उसे समझाया कि हिंदू मैरिज एक्ट में पहली पत्नी के रहते दूसरी शादी करना गुनाह है. पत्नी थाने में दहेज प्रताड़ना समेत कई केस कर सकती है. एक बार एफआईआर हुई तो जेल जाना पड़ेगा. इसके बाद नौकरी भी चली जाएगी. सॉफ्टवेयर इंजीनियर को बात जंची. दोनों पत्नी को भी समझ आ गया कि पति जेल गया तो उनका और बच्चों का क्या होगा. हालांकि दोनों एक साथ एक ही घर पर रहने के लिए तैयार नहीं थीं, इसलिए दोनों के बीच एक करार हुआ. करार कुछ ऐसा है कि पति दोनों पत्नी के घर हफ्ते में तीन-तीन दिन का समय बिताएगा. संडे को वह अपनी मर्जी से किसी के पास भी रह सकता है.