राहुल को बचाने में अब नई मुश्किल: मौसम बिगड़ने के कारण बिजली बंद, अभी तक सुरंग बनाने का काम शुरू नहीं हो पाया; सुबह तक पहुंच पाएंगे बोरवेल तक

Mission Save Rahul: 32 घंटे से जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रहा 10 साल का मासूम। मुश्किल यह कि बोलने और सुनने में अक्षम। मानसिक स्थिति भी ठीक नहीं।

Update: 2022-06-11 19:09 GMT

जांजगीर, 12 जून 2022। 80 फीट गहरे बोरवेल के गड्ढे में फंसे 10 साल के मासूम राहुल साहू का रेस्क्यू ऑपरेशन अब मिशन बन गया है। NDRF, SDRF के साथ पूरा जिला व पुलिस प्रशासन जुटा हुआ है, लेकिन चुनौतियां बढ़ती जा रही हैं। शनिवार देर रात मौसम बिगड़ने से बिजली चली गई, इसलिए एक नई समस्या खड़ी हो गई। फिलहाल 65 फीट गहरा गड्ढा खोदा जा चुका है। अब सुरंग बनाने के काम शुरू किया जाएगा। एक्सपर्ट्स के मुताबिक यह काम बेहद सावधानी से करना होगा, इसलिए ऐसा अनुमान है कि राहुल तक पहुंचने में सुबह हो जाएगी।


पिहारिद गांव में शुक्रवार को दोपहर बाद करीब 4 बजे राहुल बोरवेल के गड्ढे में गिरा था। वह पिछले 32 घंटे से जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रहा है। शुक्रवार शाम से ही कलेक्टर-एसपी के साथ प्रशासन और पुलिस टीम मौके पर है। रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार जारी है। शनिवार देर रात तक राहुल जिस गहराई में फंसा है, उतनी ही गहराई का गड्ढा खोद दिया गया है। इस गड्ढे में चढ़ने-उतरने के लिए रैम्प बनाया जा रहा है, क्योंकि सुरंग बनाने के दौरान जो मलबा निकलेगा, उसे फेंकना होगा और लोग आते-जाते रहेंगे।

बड़ी ड्रिलिंग मशीन कैटरपिलर से पत्थरों को तोड़कर बाहर निकाला जा रहा है। रेस्क्यू मिशन में अभी भी 4 से 5 घण्टे लगने की संभावना है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक बोरवेल तक सुरंग तैयार करने रिस्क नही लिया जा रहा है, क्योंकि आसपास का हिस्सा धसकने का डर है। टेक्निकल एक्सपर्ट के मशविरा के पश्चात पाइप को वेल्डिंग करके सुरंग में सपोर्ट के लिए रखा जाएगा। गढ्ढे में ऑक्सीजन सिलेंडर सहित अन्य जरूरी सुविधाएं पहुंचाने के साथ ही आगे कोई स्टेप उठाया जाएगा।

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