फिर से लग सकता है नाइट कर्फ्यू: 'ओमिक्रॉन' के बढ़ते संक्रमण के बीच केंद्र ने राज्यों को किया अलर्ट, PM मोदी करेंगे बड़ी बैठक, नाइट कर्फ्यू पर जोर
नईदिल्ली 22 दिसम्बर 2021. केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने राज्यों को चिट्ठी लिखकर कहा है कि जांच में तेजी लाएं और वॉर रूम एक्टिव करें. जरूरत पड़े तो राज्य सरकार नाइट कर्फ्यू लगा सकती है. पत्र में कहा गया है कि डेल्टा की तुलना में ओमिक्रॉन तीन गुना ज्यादा तेजी से फैल रहा है. देश के 14 राज्यों में अब तक Omicron के 220 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने राज्य सरकारों को पत्र लिखकर सचेत किया है कि मौजूदा वैज्ञानिक प्रमाण बताते हैं कि ओमिक्रॉन, डेल्टा वेरिएंट के मुकाबले कम से कम तीन गुना ज्यादा संक्रामक है. उन्होंने राज्यों से जिला स्तर पर निगरानी बढ़ाने, टेस्टिंग बढ़ाने और अस्पतालों को किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रखने के निर्देश दिए हैं.
इससे पहले मंगलवार को केंद्र की तरफ से सभी राज्यों को कोरोना के नए वैरिएंट को रोकने से जुड़े दिशा निर्देश जारी किए गए हैं. खत के जरिए केंद्र ने राज्यों को सचेत किया है. इतना ही नहीं महाराष्ट्र जहां कोरोना के नए वैरिएंट के मामले सबसे अधिक है वहां नए साल के जश्न पर पूरी तरह से पाबंदी लगाया जा सकता है.
वहीं, केंद्र सरकार ने ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों पर राज्यों को चेतावनी दी थी और कहा था कि ओमिक्रॉन डेल्टा वैरिएंट की तुलना में तीन गुणा ज्यादा तेजी से फैलता है. राज्यों को राज्य वॉर रूम केंद्रों को एक्टीव करने की सलाह दी है. जिला और स्थानीय स्तर पर सख्त कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं. वहीं, खत में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने जांच के साथ निगरानी बढ़ाने के आदेश दिए हैं. इसके अलावा नाइट कर्फ्यू लगाने और बड़ी भीड़ जुटने पर सख्त नियम बनाने के आदेश दिए हैं. वहीं, शादियों और अंतिम संस्कार में लोगों की संख्या निर्धारित करने को लेकर भी निर्णय लेने की सलाह दी है.
वहीं, आपको बता दें कि भारत में ओमिक्रॉन के मामले तेजी से फैल रहा है. देश के 14 राज्यों मे ओमिक्रॉन वेरिएंट (Coronavirus Omicron)फैल चुका है. देश में अब तक 220 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं. भारत में ओमिक्रॉन के सबसे ज्यादा मामले मुंबई में देखने को मिले हैं. दिल्ली में भी हालत खराब है. इसके अलावा गुजरात, तमिलनाडू, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, वेस्ट बंगाल समेत अन्य राज्यों में भी ओमिक्रॉन के मामले सामने आ चुके हैं.
बंगाल में ओमिक्रॉन के खतरे के बीच क्रिसमस और नए साल के जश्न पर नहीं लगेगी कोई पांबदी. उधर, कर्नाटक में नए साल के जश्न से पहले पाबंदी लगेगी.