NCP broken in Maharashtra: बिग ब्रेकिंग न्‍यूज: महाराष्‍ट्र में टूटी NCP, पवार बने उप मुख्‍यमंत्री, भुजबल सहित नौ विधायक बनें मंत्री

महाराष्‍ट्र में शिवसेना के बाद राष्‍ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में टूट हो गई है। चाचा और पार्टी सुप्रीमो शरद पवार से नाराज चल रहे पार्टी के विधायक और सदन में नेता प्रतिपक्ष अजित पवार अपने समर्थक विधायकों के साथ सरकार में शामिल हो गए हैं। पवार उप मुख्‍यमंत्री बनाए गए हैं।

Update: 2023-07-02 08:52 GMT

मुंबई। शिव सेना के बाद राष्‍ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) भी टूट गई है। चाचा और पार्टी सुप्रीमो शरद पवार से नाराज चल रहे अजित पवार आज अपने समर्थक विधायकों के साथ सरकार में शामिल हो गए हैं। राजभवन में आयोजित समारोह में पवार ने उन्‍होंने राज्‍य के दूसरे उप मुख्‍यमंत्री के रुप में शपथ ली। उनके साथ वरिष्‍ठ नेता छगन भुजबल सहित एनसीसी के नौ विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली।

राजभवन में आयोजित समारोह में मुख्‍यमंत्री एकनाथ शिंदे और उप मुख्‍यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की मौजूदगी में राज्‍यपाल रमेश बैस ने सरकार में शामिल हुए एनसीपी के विधायकों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। उल्‍लेखनीय है कि हाल ही में एनसीपी प्रमुख शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले और प्रफुल्ल पटेल को नया कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया था। इसके बाद से अजित पवार की नाराजगी बढ़ गई थी। हाल ही में उन्‍होंने नेता प्रतिपक्ष का पद छोड़कर संगठन का काम करने की बात कही थी।

इन नेताओं ने ली शपथ

अजित पवार दूसरे उप मुख्‍यमंत्री बने। छगन भुजबल, दिलीप पाटिल, संजय बनसोडे, धनंजय मुंडे, हसन मुश्रीफ, धर्माराव, अदिति तटकरे और अनिल पाटिल ने मंत्री पद की शपथ ली।

पार्टी नहीं टूटी, विधायक गए हैं सरकार में

इस घटनाक्रम पर एनसीपी प्रमुख पवार ने कहा कि एनसीपी नहीं टूटी है। पार्टी ने सरकार का समर्थन नहीं किया बल्कि यह विधायकों का फैसला है। इस बीच पार्टी की कार्यकारी अध्‍यक्ष और पवार की बेटी सुप्रीया सुले पार्टी प्रमुख से मिलने पुणे पहुंच गई हैं।

रविवार को बुलाई पार्टी विधायकों की बैठक

अजित पवार ने रविवार को पार्टी के विधायकों की यहां अपने सरकारी आवास में बैठक बुलाई थी। पार्टी सूत्रों के अनुसार इसी दौरान सरकार के साथ जाने का बड़ा फैसला हुआ, लेकिन पार्टी प्रमुख शरद पवार व उनकी पार्टी और पार्टी की कार्यकारी अध्‍यक्ष सुप्रीया सुले को इसकी भनक भी नहीं लग पाई।

2019 में बने थे उप मुख्‍यमंत्री

बता दें कि 2019 में पावर ने देवेन्द्र फडणवीस के साथ मिलकर सरकार बनाने का फैसला किया था। 23 नवंबर 2019 को दोनों नेताओं ने राजभवन जाकर शपथ ग्रहण भी कर लिया था, लेकिन उनकी सरकार एक दिन भी नहीं चल पाई। कुछ ही देर बाद दोनों को इस्‍तीफा देना पड़ा था।

सदन में एनसीपी के 53 विधायक

288 सदस्‍यीय महाराष्‍ट्र विधानसभा में एनसीपी के 53 विधायक हैं। शिवसेना के विभाजन के बाद एनसीपी महाराष्‍ट्र में भाजपा के बाद दूसरी बड़ी पार्टी है। अजित पवार ने पार्टी के 30 विधायकों के अपने साथ होने का दावा किया है।

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