MP Sehore Borewell Rescue- 300 फिट के खुले बोरवेल में गिरी ढ़ाई साल की मासूम, निकालने के लिए चलाया जा रहा रेस्क्यू ऑपरेशन
MP Sehore Borewell Rescue सीहोर। मध्यप्रदेश के सीहोर जिले में ढाई साल की बच्ची खेत में खुले बोर में गिर गई है। बोर की गहराई 300 फीट है, जिसमें बच्ची 25 फीट की गहराई पर फंसी हुई हैं। सूचना मिलते ही जिला प्रशासन के आला अफसर मौके पर पहुंच गए हैं और बच्ची को सुरक्षित निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है। सीहोर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का गृह जिला भी है।
सीहोर जिला मुख्यालय से 15 किलोमीटर की दूरी पर ग्राम बड़ी मुंगावली स्थित है। यहां कृषक गोपाल कुशवाहा ने अपने खेत में बोर खुदवाया था। 300 फीट की खुदाई के बाद भी पानी नहीं मिलने पर उसने खुदाई बंद कर बोर को यूंही खुला छोड़ दिया था। गोपाल कुशवाहा के खेत के बाजू में राहुल कुशवाहा का खेत है। राहुल कुशवाहा की ढाई वर्ष की बच्ची सृष्टि कुशवाहा आज दोपहर खेलते हुए इस खुले बोर में गिर गई। सूचना मिलने पर कलेक्टर समीर कुमार सिंह व पुलिस अधीक्षक मयंक अवस्थी समेत तमाम अफसर ग्राम पहुंचे हैं और बच्ची को सकुशल निकालने के लिए कोशिश कर रहे है। मौके पर मेडिकल की टीम भी मौजूद है।
घटना के बारे में मिली जानकारी के अनुसार आज दोपहर 1 से डेढ़ के बीच राहुल कुशवाहा की पत्नी रानी अपने ढाई वर्ष की बच्ची सृष्टि को लेकर खेत में काम करने पहुंची थी। काम करने के दौरान उसकी बेटी सृष्टि खेत में खेल रही थी। खेलते खेलते वह बाजू के खेत में पहुंच गई। वहां कुछ दिन पहले बोर के लिए गड्ढा खोदा गया था, जो कि खुला था। सृष्टि अचानक खेलते खेलते गड्ढे में गिर गई। सृष्टि को गड्ढे में गिरते हुए उसकी मां ने भी देखा। वह दौड़ते हुए बोर के गड्ढे के पास आई। मगर तब तक के सृष्टि गड्ढे में समा चुकी थी। उसके चिल्लाने पर आसपास खेतों में काम कर रहे लोग भी वहां पहुंचे। सरपंच के माध्यम से अधिकारियों तक इसकी जानकारी पहुंची। घटना के संज्ञान में आने पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बच्ची के सकुशल रेस्क्यू के निर्देश दिए हैं। उनके निर्देश के बाद एसडीआरएफ की टीम भी मौके पर पहुंच गई हैं। मुख्यमंत्री सचिवालय के अधिकारी सीहोर जिला प्रशासन के अधिकारियों से संपर्क बनाए हुए हैं। राहत कार्य के संबंध में जानकारी मिली है कि बच्ची 25 फीट की गहराई में फंसी हुई है। बोर से 5 फीट की दूरी पर चार जेसीबी व 6 पोकलेन की मदद से 20 फीट गहरा गड्ढा खोदा जा चुका है। 5 फीट का गहरा गड्ढा खोदने के बाद टनल बनाकर बच्ची को बाहर लाया जाएगा। बच्ची के बाहर आते ही इलाज के लिए एंबुलेंस के साथ मेडिकल की टीम भी तैनात है।
बच्ची की दादी कलावती बाई ने बताया कि मेरी पोती मेरी बहू के साथ खेत पहुंची थी, और खेलते हुए मेरी पोती बोर के ऊपर रखे तगाड़ी में बैठ गई। जिसके बाद वह नीचे गिर पड़ी। मेरी बहू उसे बचाने दौड़ी पर नहीं बचा पाई। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा है कि "मैने स्थानीय प्रशासन को आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिये हैं। मैं भी सतत प्रशासन के संपर्क में हूँ। रेस्क्यू टीम बच्ची को सुरक्षित बचाने के लिए प्रयासरत है। बिटिया की कुशलता की प्रार्थना करता हूँ।"