MMI Hospital: MMI में डॉ. खाखरिया की हत्‍या का आरोप: परिजन बोले- प्रमाण के साथ की शिकायत, PMO से भी आ चुका लेटर, लेकिन..

MMI Hospital: रायपुर के बड़े प्राइवेट अस्‍पतालों में शामिल एमएमआई नारायणा अस्‍पताल की लापरवाही से एक महिला की मौत को लेकर बवाल मचा हुआ है। इस बीच राजधानी के प्रसिद्ध डॉ. अनिल खाखरिया के परिजनों ने भी एमएमआई अस्‍पताल पर सनसनीखेज आरोप लगा दिया है।

Update: 2024-09-14 09:33 GMT

MMI Hospital: रायपुर। डॉ. अनिल खाखरिया, यह रायपुर ही नहीं पूरे छत्‍तीसगढ़ के लिए जाना पहचाना नाम है। डॉ. खाखरिया डेंटिस्ट थे। डॉ. खाखरिया मेडिकल प्रेक्टिस के साथ ही आरटीाई के माध्‍यम से मेडिकल फिल्‍ड की गंदगी भी साफ करने में लगे हुए थे। उन्‍होंने मेडिकल सहित अन्य कई प्रकार के भ्रष्टाचार का खुलासा किया था वो काई मेडिकल भ्रष्टाचार के मामले में व्हिसलब्लोअर थे। छत्तीसगढ़ के डेंटल कॉलेज के पहले सीईओ और छत्तीसगढ़ से Dental council of India के प्रथम सदस्य रहे। रेड क्रास सोसइटी के सदस्‍य रहे। रामकृष्ण मिशन में 32 सालों तक फ्री में सेवा दी।

इसी साल 14 मई को चक्कर, दस्त और कमज़ोरी की शिकायत पर परिजन रिश्‍तेदारों की सलाह पर एमएमआई नारायणा अस्‍पताल ले गए। डॉ. खाखरिया की पत्‍नी नंदा बताती हैं कि वे (डॉ. खाखरिया) अपने पैरों पर चल कर एमएमआई गए थे। सब कुछ ठीक था, लेकिन अस्‍पताल वालों ने जानबूझकर उनका गलत ईलाज किया। मैं और मेरी बेटी बार-बार वहां के डॉक्‍टरों को टोकते रहे। इंदौर और मुम्‍बई के डॉक्‍टरों से एमएमआई के डॉक्‍टरों की बता कराई, उन्‍होंने भी कहा कि ईलाज गलत चल रहा है, लेकिन वे लोग नहीं माने और 16 मई को उनकी मौत हो गई।

हार्ट बीट चल रही थी, फिर भी मोर्चरी में डाल दिया

डॉ. खाखरिया की पत्‍नी के अनुसार गलत दवा की वजह से डॉ. खाखरिया की धड़क थम गई। इस दौरान उन्‍हें सीपीआर दिया गया तो उनकी सांसे फिर चलने लगी, लेकिन वहां डॉक्‍टरों ने ठीक से प्रक्रिया का पालन नहीं किया और मृत घोषित करके मोर्चरी में भेज दिया। उन्‍होंने दावा कि दूसरे दिन जब डॉ. खाखरिया का शरीर घर लाया गया तब भी उनकी धड़कने चल रही थी। आनन-फानन में हम उन्‍हें दूसरे अस्‍पताल ले जाने के लिए निकले लेकिन रास्‍तें में धड़कन रुक गई।

हर किसी से कर ली शिकायत, लेकिन नहीं हो रही है जांच

डॉ. खाखरिया की पत्‍नी ने बताया कि एमएमआई नारायणा अस्‍पताल में डॉ. खाखरिया के ईलाज में बरती गई लापरवाही और उनकी मौत के हमारे पुख्‍ता प्रमाण है। एमएमआई की तरफ से दिए गए रिपोर्ट्स में ही ईलाज में लापरवाही के कारण उनकी मौत की पुष्टि हो रही है। इसको लेकर हमने दस्‍तावेज के साथ कई जगह शिकायत किया है। इनमें मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया, राज्‍यपाल और मुख्‍यमंत्री से लेकर प्रधानमंत्री तक शामिल हैं। पीएमओ की तरफ से इस मामले में जांच के लिए मुख्‍य सचिव को पत्र भी भेजा गया है, लेकिन कोई जांच नहीं हो रही है।

परिजनों के अनुसार इस वजह से की गई हत्‍या

परिजनों का आरोप है कि एमएमआई नारायणा में कई ऐसे डॉक्‍टर हैं जिनकी डिग्री सही नहीं है। बहुत से ऐसे भी डॉक्‍टर हैं जिनके पास चाइना और यूक्रेन की ऐसी डिग्र‍ियां हैं जो मान्‍य नहीं है। 2006 के व्‍यामप फर्जीवाड़ा में शामिल रहे एक डॉक्‍टर भी वहीं एमएमआई में हैं। डॉ. खाखरिया ऐसी गड़बड़ी को उजागर करने के साथ ही उसके खिलाफ लड़ाई भी लड़ते थे, इसी वजह से वहां के डॉक्‍टरों ने मिलकर डॉ. खाखरिया की हत्‍या कर दी।

बोले- हम भी एयर लिफ्ट करने वाले थे, तभी..

डॉ. खाखरिया की पत्‍नी ने बताया कि हमने भी उन्‍हें एयर लिफ्ट करके ईलाज के लिए बाहर ले जाने की तैयार कर चुके थे। एयर एम्‍बुलेंस के लिए बात भी हो गई थी, लेकिन अस्‍पताल की तरफ से समय पर रिपोर्ट नहीं दी गई। इसके कारण एक दिन और रुकना पड़ा और इसी दौरान डॉ. खाखरिया की मौत हो गई। उन्‍होंने यह बात आज सामने आए भारती देवी खेमानी की मौत का जिक्र करते हुए बताई। बता दें कि भारती देवी के पुत्र ने अस्‍पताल और एयर एम्‍बुलेंस कंपनी पर अपनी मां की हत्‍या का आरोप लगाया है।

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