माफीनामा लिख सोनिया से मिले गहलोत, बाहर निकल बोलें नहीं लड़ूंगा चुनाव, सीएम रहूंगा या नहीं सोनिया करेंगी तय
दिल्ली 29 सितंबर 2022। आज अशोक गहलोत सोनिया गांधी से मिले। बाहर निकल कर उन्होंने घोषणा कर दी कि वे कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद का चुनाव नही लड़ेंगे। मुख्यमंत्री रहेंगे या नही यह भी अब सोनिया ही तय करेंगी। उन्होंने सोनिया से माफी मांगने की बात भी कही है।
गहलोत के विधायकों के द्वारा बगावती तेवर अपनाने के बाद गांधी परिवार नाराज हैं। उन्हें एक व्यक्ति एक पद के सिद्धांत के तहत मुख्यमंत्री पद छोड़ राष्ट्रीय अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने को कहा गया था।पर वह अपनी विरासत पायलट को नही सौपना चाहते थे। आज दिल्ली पहुँच कर दस जनपथ में उन्होंने सोनिया गांधी से मुलाकात की
जब वह अंदर जा रहे थे उस समय उनके हाथ मे हाथ से लिखा हुआ माफीनामा था। जिसके कुछ अंश को पत्रकारों ने कैमरे में कैद कर लिए। इसमें लिखा हुआ था कि जो कुछ हुआ उसका दुख है, इससे बहुत आहत हूं। साथ ही सचिन पायलट,सीपी जोशी सहित चार लोगों के नाम sp, cp जैसे शार्ट फॉर्म में लिखे गए थे। मुलाकात के समय केसी वेणुगोपाल भी मौजूद थे। लगभग डेढ़ घण्टे इनके बीच चर्चा हुई।
जिसके बाद बाहर निकल कर अशोक गहलोत ने चुनाव लड़ने से मना कर दिया। उन्होंने कहा कि मैं हमेशा कांग्रेस का वफादार सिपाही रहा हूं। मैं अब राष्ट्रीय अध्यक्ष पद का चुनाव नही लड़ूंगा। मुख्यमंत्री आगे रहुंगा भी या नही ये भी सोनिया ही तय करेंगी। मैने उनसे माफी मांगी है। विधायको ने जो किया वह अप्रत्याशित था। लोगो को लगता होगा कि मैं मुख्यमंत्री बने रहने के लिए ऐसा कर रहा हूं।
गहलोत ने कहा कि हमारे यहां हमेशा से यह कायदा रहा है कि हम आलाकमान के लिए एक लाइन का प्रस्ताव पास करते हैं। मुख्यमंत्री होने के बावजूद मैं यह एक लाइन का प्रस्ताव पास नही करवा पाया, इस बात का दुख रहेगा। इस घटना ने देश के अंदर कई तरह के मैसेज दे दिए।।
इसके साथ ही यह स्पष्ट हो गया कि अशोक गहलोत अब कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद की दौड़ से बाहर हो गए हैं। अब तक चार उम्मीदवारों ने नामांकन फार्म खरीदा है। जिनमें शशि थरूर,दिग्विजय सिंह, मीरा कुमार, व पवन बंसल है। हालांकि पवन बंसल ने खुद के लिए न होकर दूसरे के लिये फॉर्म खरीदने की बात कही है पर किसके लिए खरीदा ये उन्होंने खुलासा नही किया है। कल नामांकन की अंतिम तारीख है।