किसका हिंदुत्‍व चुनावी- किसकी है बपौती: छत्‍तीसगढ़ में अब हिंदुत्‍व पर जंग, कांग्रेस और भाजपा खुद को बता रही सच्‍चा हिंदू, जानिए क्‍या है दावें

Political war on Hindutva in Chhattisgarh

Update: 2023-06-26 13:33 GMT

रायपुर। राम के बाद अब छत्‍तीसगढ़ की राजनीति हिंदुत्‍व  (Political war on Hindutva in Chhattisgarh) पर गरमा गई है। कांग्रेस और भाजपा के बीच खुद को सच्‍चा हिंदु साबित करने की जंग शुरू हो गई है। कांग्रेस कह रही है कि भाजपा सत्‍ता हासिल करने के लिए हिंदुत्‍व की माला जपती है। इस पर भाजपा की तरफ से पलटवार हुआ है। भाजपा कह रही है कि कांग्रेस चुनावी हिंदु है।

भाजपा का कटाक्ष- गांधी जी ने कांग्रेस को विसर्जित करने की बात कही थी

कांग्रेस नेता कृष्‍णन के बयान पर पलटवार करते हुए भाजपा विधायक और पार्टी के प्रवक्‍ता अजय चंद्राकर ने कहा कि आचार्य कष्‍णन पहले अपने राज्‍य (उत्‍तर प्रदेश) की चिंता कर लें। चंद्राकर ने कहा कि कांग्रेस को महात्‍मा गांधी की हर बात याद है, लेकिन यह याद नहीं है कि गांधी जी ने कांग्रेस को विसर्जित करने की भी बात कही थी। चंद्राकर ने कहा कि कांग्रेस चुनावी हिंदु है, लेकिन भाजपा की विचारधारा चुनाव तक सीमित नहीं रहती है, हमारी संस्‍कृति में हिंदुत्‍व है।

साव ने बताया भाजपा की वैचारिक जीत

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने कहा कि आज कांग्रेस अगर हिंदुत्‍व की बात करने पर विवश है तो यह भाजपा की ही वैचारिक जीत है। राहुल गांधी हिंदू और हिंदुत्‍व को एक नहीं मानते, भारत को एक राष्ट्र नहीं मानते। लोकसभा में जिस कांग्रेस के पूर्व प्रधानमंत्री ने देश के संसाधनों पर पहला हक मुसलमानों का बताकर तुष्टिकरण की सबसे खराब मिसाल पेश की थी, जिस कांग्रेस के पहले प्रधानमंत्री पं. नेहरू ने खुद को ‘एक्सीडेंटल हिंदू’ बताकर महात्मा गांधी की अवमानना की थी, वह कांग्रेस आज हिंदुत्‍व के रास्ते पर होने और महात्मा गांधी के सबसे बड़ा हिंदू होने का दंभ किस मुंह से भर रही है? जिस कांग्रेस की पूर्व प्रधानमंत्री ने गौरक्षा कानून की मांग कर रहे साधु-संतों पर संसद भवन के सामने गोलियां बरसाई, धर्मांतरण के एजेंडे में बाधक साधु-संतों और शंकराचार्यों पर जुल्म ढाए, आतंकवादियों को ‘श्रीमान’ और ‘जी’ कहकर हिंदू संस्कृति पर लगातार प्रलाप करते रहे हों, हिंदू आतंकवाद जैसे जुमले गढ़ते रहे हों, वह कांग्रेस हिंदुत्‍व को ‘भाजपा-विहिप की बपौती नहीं’ कहकर क्या साबित करना चाह रही है?

जानिए क्‍यों छत्‍तीसगढ़ की राजनीति में गरमाया है हिंदुत्‍व का मुद्दा

इस विवाद की शुरुआत रविवार को कांग्रेस नेता और प्रियांका गांधी के राजनीतिक सलाहकार आचार्य प्रमोद कृष्‍णन की कांग्रेस भवन में हुई प्रेसवार्ता से हुई है। कृष्‍णन ने हिंदुत्‍व के मुद्दे पर भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा सत्‍ता के लिए हिंदुत्‍व के नाम पर लोगों की आस्‍था के साथ खिलवाड़ करती है। हिंदुत्‍व भाजपा की बपौती नहीं है। इसके आगे कृष्‍णन ने महात्‍मा गांधी को सबसे बड़ा हिंदु बताते हए कहा कि कांग्रेस हिंदुत्‍व के रास्‍ते पर चलती है। इसके बाद से ही दोनों तरफ से बयानबाजी का दौर शुरू हो गया है।

इससे पहले राम के नाम पर हो चुकी है जमकर बयानबाजी

प्रदेश की राजनीति में इससे पहले राम के नाम पर जमकर राजनीति हो चुकी है। कांग्रेस कहती है कि हमारे राम छत्‍तीसगढ़ के भांचा हैं। हमारे राम माता कौशल्‍य और शबरी माता के राम हैं। हम उन्‍हें सुख और दुख दोनों में याद करते हैं, लेकिन भाजपा केवल चुनाव के समय वोट के लिए राम को याद करती है।

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव एवं छत्तीसगढ़ प्रभारी कुमारी सैलजा, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम की उपस्थिति में 27 जून 2023 सुबह 10 बजे प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन रायपुर में मोर्चा-संगठन, प्रकोष्ठ-विभाग के प्रदेश अध्यक्षों की बैठक लेंगी।

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