IPS अफसर लड़ेंगे चुनाव?... पुलिस कमिश्नर का VRS स्वीकार, इस सीट से BJP के टिकट पर कर सकते हैं दावेदारी
लखनऊ 9 जनवरी 2022. उत्तर प्रदेश के1994 बैच के आइपीएस अधिकारी असीम अरुण ने शनिवार को डीजीपी मुकुल गोयल को स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना (वीआरएस) के तहत अपनी अर्जी सौंपी और उसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भेंट भी की थी। IPS असीम अरुण का VRS आवेदन मंजूर हो गया है. इसी के साथ वे अब IPS की सेवा से मुक्त हो गए हैं. इसके लिए बस कुछ औपचारिकता ही रह गई है. खबर है कि असीम अरुण कन्नौज की सुरक्षित सदर सीट से बीजेपी के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ सकते हैं.
बता दें कि असीम अरुण कन्नौज की ठठिया के रहने वाले हैं. इसलिए वे इस इलाके को ही अपना सियासी कर्मभूमि बनाना चाह रहे हैं.शनिवार को एक फेसबुक पोस्ट के जरिए असीम अरुण ने बताया था कि उन्हें सीएम योगी आदित्यनाथ की तरफ से बीजेपी ज्वाइन करने का ऑफर मिला है. उन्होंने इस बात पर खुशी जाहिर की है कि उन्हें इस काबिल समझा गया. वे अब अपना पूरा अनुभव राजनीति में लगाना चाहते हैं.असीम अरुण ने अपने फेसबुक पोस्ट में कहा है कि वे महात्मा गांधी के सिद्धांतों पर काम करने वाले हैं. समाज के हर वर्ग के सम्मान के लिए मेहनत करेंगे.
प्रांतीय पुलिस सेवा (पीपीएस) के 1994 बैच के अधिकारी राजेश्वर सिंह वर्ष 2009 में प्रतिनियुक्ति पर ईडी में गए थे। कानपुर के पुलिस कमिश्नर असीम अरुण ने आइजी एटीएस के पद पर तैनात रहने के दौरान लखनऊ की हाजी कालोनी में मार्च, 2017 में आतंकी सैफुल्लाह को मुठभेड़ में मार गिराने वाली टीम का नेतृत्व किया था और काफी सुर्खियां बटोरी थीं। इसके बाद एडीजी 112 के पद पर तैनात रहने के दौरान कोरोना काल में उन्होंने सराहनीय कार्य किया था। 112 की पीआरवी के जरिये पुलिस ने जिस तरह संक्रमण के काल में जरूरतमंदों की मदद की थी, उससे खाकी की नई छवि सामने आई थी। बतौर पुलिस अधिकारी अपनी विशिष्ट कार्यशैली के लिए चर्चाओं में रहने वाले असीम अरुण ने अब विधानसभा चुनाव का बिगुल बजने के साथ ही राजनीतिक गलियारे में हलचल बढ़ा दी है। असीम अरुण का अभी लगभग नौ वर्ष का कार्यकाल शेष है।