IAS गिरफ्तार: बिल क्लियर करने के लिए मांगी थी एक प्रतिशत कमीशन...सहायक सचिव को भी पकड़ा गया

Update: 2022-06-21 06:57 GMT

चंडीगढ़ 21 जून 2022। बिल क्लियर करने के लिए 1 प्रतिशत कमीशन माँगने के आरोप में 2008 बैच के आईएएस अधिकारी व उनके सचिव को गिरफ्तार किया गया है। अधिकारी ने साढ़े सात करोड़ रुपये के सीवरेज योजना का बिल पास करने के लिए एक प्रतिशत कमीशन मांगे थे। जिसकी पहली किश्त आईएएस को मिल चुकी थी। दूसरी किश्त की मांग के बाद उनकी व उनके सचिव की गिरफ्तारी की गई है। जिन्हें आज अदालत में पेश किया जाएगा।

जानकारी के अनुसार मामला पंजाब कैडर के 2008 बैच के आईएएस संजय पोपली का है। वे पूर्व में कांग्रेस की सरकार के समय मे वाटर सप्लाई व सीवरेज बोर्ड के सीईओ थे। इस दौरान नवांशहर में साढ़े सात करोड़ का प्रोजेक्ट बना था। जिसका एक प्रतिशत कमिशन वह ठेकेदार से मांग रहे थे।

ठेका करनाल के ठेकेदार संजय कुमार ने लिया हुआ था। जिनसे एक प्रतिशत कमीशन की मांग की जा रही थी। ठेकेदार ने 12 जनवरी को आईएएस अधिकारी के सचिव के रूप में तैनात अधीक्षक स्तर के अधिकारी संजीव वत्स के माध्यम से 3.5 लाख रुपये का भुगतान किया। संजीव सुप्रिडेंटेड इंजीनियर रैंक के अधिकारी है। पोपली ठेकेदार से शेष 3.5 लाख रुपये की मांग कर रहे थे। शिकायतकर्ता ने फोन कॉल रिकॉर्ड किया और मुख्यमंत्री की भ्रष्टाचार रोधी हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज कराई।

शिकायत के बाद पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने भ्रष्टाचार के मामले में 2008 बैच के सीनियर आइएएस अधिकारी संजय पोपली को सोमवार यानी कल देर रात गिरफ्तार कर लिया। विजिलेंस ने संजय पोपली को उनके चंडीगढ़ के सेक्टर 20 स्थित घर से गिरफ्तार किया है। विजिलेंस ने उनके सहायक सचिव रहे संजीव वत्स को भी गिरफ्तार किया है। संजीव को जालंधर के मकान से गिरफ्तार किया गया है। दोनों के खिलाफ मोहाली विजिलेंस ब्यूरो पुलिस स्टेशन में एफआइआर नंबर-9 भ्रष्टाचार अधिनियम की धारा 7, 7ए और 120बी के तहत मामला दर्ज किया गया है। दोनों आरोपितों को आज डिस्ट्रिक्ट कोर्ट मोहाली में पेश किया जाएगा। वर्तमान में संजय पोपली पेंशन डायरेक्ट के पद पर पदस्थ है।

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