आईएएस गिरफ्तार : नगर निगम कमिश्नर पर 1.11 करोड़ के भ्रष्टाचार का आरोप, एसआईटी ने घर से गिरफ्तार किया
नई दिल्ली ब्यूरो. हरियाणा से एक आईएएस अधिकारी की गिरफ्तारी की खबर आ रही है. सोनीपत नगर निगम के कमिश्नर और हरियाणा भवन के एडिशनल रेजीडेंट कमिश्नर धर्मेंद्र सिंह को एसआईटी ने गुरुग्राम स्थित उनके घर से गिरफ्तार किया है. धर्मेंद्र सिंह का नाम 1.11 करोड़ के भ्रष्टाचार के मामले में सामने आया है. यह प्रकरण आईएएस के फरीदाबाद नगर निगम के एडिशनल कमिश्नर रहने के दौरान का है. आईएएस को कुछ देर में कोर्ट में पेश किया जाएगा. धर्मेंद्र सिंह 2012 बैच के प्रमोटी आईएएस हैं.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक नई दिल्ली के मेसर्स हरचंद दास गुप्ता कंस्ट्रक्शन कंपनी के मालिक ललित मित्तल ने जून 2022 में फरीदाबाद कोतवाली में 1.11 करोड़ रुपए हड़पने की एफआईआर लिखाई थी. यह राशि सरकारी ठेका दिलाने के एवज में पंकज गर्ग, आरबी शर्मा, जेके भाटिया द्वारा लिए गए थे. उसे फरीदाबाद नगर निगम में ठेका दिलाने की बात कही गई थी. उसके लिए आरोपियों ने अधिकारियों से सेटिंग होने का हवाला भी दिया था. साथ ही, बताया कि दिए हुए पैसे अधिकारियों को दिए गए हैं. ललित मित्तल को किसी तरह का ठेका नहीं मिला तो उसने शिकायत दर्ज कराई. कोतवाली में एफआईआर दर्ज होने के बाद एसीपी विष्णु प्रसाद के नेतृत्व में एसआईटी गठित की गई थी. इस मामले की जांच के दौरान एसआईटी को आईएएस धर्मेंद्र सिंह के खिलाफ कुछ पुख्ता सबूत मिले, जिसके आधार पर गिरफ्तारी की गई है.
52 करोड़ के टेंडर को 87 करोड़ किया
आईएएस धर्मेंद्र सिंह के खिलाफ फरीदाबाद ही नहीं, बल्कि सोनीपत में भी गड़बड़ी की बातें सामने आई हैं. जानकारी के मुताबिक सोनीपत में नगर निगम आयुक्त रहते हुए एक इमारत के निर्माण में भी गड़बड़ी करने की जानकारी एसआईटी को मिली है. सिंह ने 52 करोड़ के टेंडर की राशि को बढ़ाकर 87 करोड़ कर दिया था. एसआईटी ने इसकी जांच तकनीकी टीम से कराई.
फरीदाबाद मामले की जांच कर रही एसआईटी के सामने 200 करोड़ रुपए के भुगतान का मामला सामने आया है, जिसमें बिना किसी तरह का काम हुए भुगतान किया गया है. इसमें तीन आईएएस रडार में हैं.