अच्छी खबर: 12 से 14 साल के बच्चों को भी लगेगी कोरोना वैक्सीन, इस महीने के पहले हफ्ते से हो सकती है शुरुआत

Update: 2022-01-17 12:19 GMT

नईदिल्ली 17 जनवरी 2022. कोरोना महामारी से बचने का सबसे कारगर उपाय वैक्सीनेशन है. जिसे लेकर सरकार कई अभियान चला रही है. देश में फिलहाल 15 से 18 साल के बच्चों का टीकाकरण किया जा रहा है. अभियान का अगला चरण इस साल तीन जनवरी से शुरू किया गया है. अब मार्च से 12 से 15 साल के बच्चों के लिए भी वैक्सीनेशन अभियान शुरू हो जाएगा. यह जानकारी कोविड-19 पर बने नेशनल टेक्निकल एडवायजरी ग्रुप ऑन इम्युनाइजेशन के चेयरमैन डॉ एन के अरोड़ा (Dr N K Arora) ने दी है. अरोड़ा ने कहा है कि फरवरी के अंत या मार्च की शुरुआत से ही 12 से 15 साल के बच्चों को वैक्सीन दी जाने लगेगी.

 डॉ अरोड़ा ने कहा, 15 से 17 आयु वर्ग के बीच देश में 7.4 करोड़ बच्चे हैं. हमारा उद्येश्य है कि इन सभी बच्चों को जनवरी के आखिर तक वैक्सीन की पहली डोज उपलब्ध करा दी जाए. इसके बाद हम दूसरी खुराक देने के लिए फरवरी से अभियान चलाएंगे. फरवरी के आखिर तक दूसरी खुराक के लक्ष्य को भी पूरा कर लिया जाएगा. इसलिए हम चाहते हैं कि 12 से 14 साल के बीच बच्चों को फरवरी के आखिर या मार्च के पहले सप्ताह से वैक्सीन देनी शुरू हो जाए.

डॉ एन के अरोड़ा ने कहा, 12 से 17 साल के बच्चे काफी हद तक बड़ों की तरह ही होते हैं. इसलिए इन्हें कोरोना के प्रति सुरक्षा प्रदान करना बेहद जरूरी है. इस उम्र के बच्चे काफी गतिशील होते हैं और उन्हें इधर-उधर ज्यादा करना पड़ता है. उन्हें स्कूल, कॉलेज, दोस्तों से मिलने जाना होता है, इसलिए उन्हें संक्रमण का खतरा भी ज्यादा है.  उनके अनुसार, टीनएजर्स काफी गतिशील होते हैं। इनका स्कूल और कॉलेजों में एक दूसरे से मिलना-जुलना होता है, जिससे इन्हें कोरोना संक्रमण होने का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में इन्हें जल्द से जल्द वैक्सीन लगाना बेहद जरूरी है। इंडियन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स के पूर्व अध्यक्ष डॉ प्रमोद जोग का कहना है कि सरकार को गंभीर बीमारी से पीड़ित 5-14 साल के बच्चों को भी वैक्सीन के दायरे में लाना चाहिए। 

भारत बायोटेक द्वारा विकसित की गई कोवैक्सिन को भारत सरकार ने 2 से 17 साल के बच्चों के लिए इमरजेंसी में इस्तेमाल करने की मंजूरी दी है। इस वैक्सीन को बच्चों पर किए गए ट्रायल में सुरक्षित पाया गया था।

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