गोलवलकर को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री की ट्वीट पर संघ के प्रचार प्रमुख ने जताई कड़ी आपत्ति, बताया संघ की छवि खराब करने की साजिश
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के संस्थापकों में शामिल और संघ के दूसरे सरसंघचालक माधवराव सदाशिवराव गोलवलकर को लेकर किए गए ट्वीट की वजह से पूर्व मुख्यमंत्री विवादों में पड़ गए हैं। संंघने उनकी ट्वीट पर कड़ी आपत्ति की है।
एनपीजी न्यूज डेस्क
गोलवलकर को लेकर अविभाजित मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने एक ट्वीट किया है। संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील अम्बेकर ने कड़ी आपत्ति जताई है।
प्रचार प्रमुख अम्बेकर ने कहा कि ‘श्री गोळवलकर गुरूजी के संदर्भ में यह ट्वीट तथ्यहिन है तथा सामाजिक विद्वेष उत्पन्न करने वाला है। संघ की छवि धूमिल करने के उद्देश्य से यह झूठा photoshopped चित्र लगाया हैं। श्री गुरूजी ने कभी भी ऐसे नहीं कहा। उनका पूरा जीवन सामाजिक भेदभाव को समाप्त करने में लगा रहा।
दरअसल दिग्विजय सिंह सात जुलाई को एक ट्वीट किया है। यह किसी पुरानी किताब के पन्ने जैसा है। उस पर गोलवरकर की तस्वीर है साथ में दलित, पिछड़ों और मुस्लिमों को लेकर उनकी राय दर्ज है।
जानिए क्या लिखा है दिग्विजय सिंह की पोस्ट में
दिग्विजय सिंह ने जो फोटो शेयर किया है उस पर लिखा है- सदाशिवराव गोलवलकर ने अपनी पुस्तक we and our nationhood identified में स्पष्ट लिखा है। जब भी सत्ता हाथ लगे तो सबसे पहले सरकार की धन, संपत्ति, राज्यों की जमीन और जंगल पर अपने दो तीन विश्वसनीय धनी लोगों को सौंप दे। 95 प्रतिशत जनता को भिखारी बना दे, उसके बाद सात जन्मों तक सत्ता हाथ से नहीं जाएगी। वहीं, नीचे लिखा है कि मैं सारी जिंदगी अंग्रेजों की गुलामी करने को तैयार हूं, लेकिन जो दलित, पिछड़ों और मुस्लमानें को बराबरी का अधिकार देती हो ऐसी आजादी मुझे नहीं चाहिए।
संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील अम्बेकर ने इस तस्वीर को फोटो शॉपड बताया है। वहीं, कई लोगों ने इस ट्वीट को लेकर दिग्विजय सिंह की कड़ी आलोचना की है। वहीं, कई लोगों ने इस फेक न्यूज के लिए पूर्व मुख्यमंत्री के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की भी मांग की है।
जानिए कौन हैं गोलवलकर
माधवराव सदाशिवराव गोलवलकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के दूसरे सरसंघचालक और विचारक थे।