Gobar Ghotala Politics on Gobar गोबर पर राजनीति: भाजपा का आरोप- खरीदी में 229 करोड़ का घोटाला, कांग्रेस का पलटवार- कहा विपक्ष का संगठित झूठ

Gobar Ghotala Politics on Gobar चुनाव करीब है ऐसे में प्रदेश की राजनीति में बयानबाजी और आरोप- प्रत्‍यारोप का दौर भी तेज हो गया है। प्रदेश की राजनीति में अब कथित गोबर घोटला गरमाने लगा है।

Update: 2023-07-24 15:04 GMT

(Gobar Ghotala Politics on Gobar रायपुर। छत्‍तीसगढ़ में पक्ष और विपक्ष राजनीति का कोई भी मुद्दा हाथ से जाने नहीं देना चाह रहे हैं। चुनाव करीब है ऐसे में हर रोज दोनों तरफ से नए-नए बयान जारी किए जा रहे हैं। दोनों तरफ से सियासी तीर चल रहे हैं। धान, नान के बाद अब राजनीति गोबर में भ्रष्‍टाचार तक आ गई है। भाजपा सरकार पर गोबर खरीदी में भ्रष्‍टाचार (Gobar Ghotala) का आरोप लगा रही है तो कांग्रेसी इसे झूठ करार दे रहे हैं।

Politics on Gobar भाजपा का आरोप- बिहार के चारा घोटला से बड़ा है गोबर खरीदी घोटाला Gobar Ghotala

भाजपा विधायक और रायपुर संभाग प्रभारी सौरभ सिंह ने सोमवार को पत्रकार वार्ता प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर गोबर की खरीदी में 229 करेाड़ के भ्रष्‍टाचार (Politics on Gobar) का आरोप लगाया। उन्‍होंने कहा कि यह बिहार के चारा घोटला से भी बड़ा घोटला है। सिंह ने कहा कि गोबर खरीदी में कैसे भ्रष्टाचार (Gobar Ghotala) हुआ है यह प्रदेश सरकार के आंकड़ों से पता चल रहा है। उन्होंने कहा कि गोधन न्याय योजना के तहत प्रदेश सरकार ने 246 करोड़ रुपए की गोबर खरीदी की तो यह गोबर सरकारी संपत्ति हो गया क्योंकि गोधन न्याय योजना में सरकार का पैसा लगा, बजट का पैसा लगा है।

सिंह ने सवाल किया कि जब 246 करोड़ का गोबर प्रदेश सरकार ने खरीदा तो खरीदे गए गोबर का क्या बना कर बेचा और उसकी कितनी कीमत मिली? सिंह ने बताया कि प्रदेश सरकार के मंत्री का जवाब आया कि हमने 86 लाख रुपए का ही सामान बेचा है और इसके बारे में भाजपा ने हिसाब लगाया तो 17 करोड़ रुपए की बिक्री का तथ्य सामने आया। सिंह ने कहा कि अगर हिसाब लगाया जाए तो 246 करोड रुपए में से 17 करोड़ रुपए घटा दें तो 229 करोड़ रूपए बचता है, जिसका हिसाब प्रदेश सरकार के पास नहीं है। गोबर खरीदी करने के बाद उसको वर्मी कंपोस्ट खाद बनाकर या पेंट बनाकर बेचा गया तो उसका वैल्यू ऑडिशन किया गया। दो रुपए किलो में गोबर खरीदने के बाद उसको 10 रुपए किलो की दर से वर्मी कंपोस्ट बनाकर बेचते हैं। 10 रुपए किलो की दर से वर्मी कंपोस्ट खाद बेच रहे हैं तो उसके बाद भी टोटल रिलाइजेशन हो रहा है, वह केवल 17 करोड़ रुपए का हो रहा है। तो 229 करोड रुपए कहां गया? वह गोबर है कहां? अगर आपने 229 करोड़ रुपए का सामान नहीं बेचा तो निर्मित सामान कहां-कहां पर है? किस-किस गोठान में हैं? कितना पेंट स्टॉक है? यह प्रदेश सरकार को बताना चाहिए। लेकिन इसका जवाब भी प्रदेश सरकार के मंत्री नहीं दे पा रहे हैं।

सिंह ने बताया कि एक परिवार की तीन महिलाओं ने 282 लाख किलो गोबर बेचा। ऐसे कई उदाहरण हैं। गोबर खरीदी (Politics on Gobar) को लेकर जो आंकड़े बताए जा रहे हैं जहां-जहां गोबर खरीदी की जो मात्रा बताई जा रही है, वहां तो गोबर रखने तक की व्यवस्था नहीं है, उतना स्टॉक ही नहीं बना है जितना यह लोग गोबर खरीदी का दावा करते हैं।

(Politics on Gobar) कांग्रेस बोली- गोबर खरीदी मामले में भाजपा संगठित होकर झूठ बोल रही

भाजपा विधायक के इस बयान पर प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि सिंह के आरोप झूठे बेबुनियाद है तर्कहीन है। सदन में अविश्वास प्रस्ताव पर मुंह की खाने के बाद भाजपा झूठ की राजनीति कर रही है भाजपा हमेशा से गोधन न्याय योजना (Politics on Gobar) के खिलाफ षड्यंत्र कर रही है। 3 माह पहले भाजपा ने प्रेस वार्ता कर 600 करोड़ का गोबर खरीदी का आरोप लगाया था। उसके 15 दिन पहले बृजमोहन अग्रवाल ने 1500 करोड़ रुपए के गोबर खरीदी (Gobar Ghotala) का आरोप लगाया था, भाजपा संगठित होकर गोबर खरीदी मामले में झूठ बोल रही है। प्रदेश में गोधन न्याय योजना के माध्यम से गोपालक एवं महिला स्व सहायता समूह की 2 लाख 9 हजार सदस्यों को योजना का लाभ मिल रहा है। 257 करोड़ रुपया गोठान समिति एवं महिला स्व सहायता समिति सदस्यों को भुगतान हुआ है। अक्टूबर 2022 से प्रदेश में 5959 गोठान स्वावलंबी है स्वालम्बी गोठनों ने 66 करोड़ 96 लाख रु की गोबर खरीदी की है।जिसमे राज्य सरकार का एक रुपया भी नही है।

प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता ठाकुर ने कहा कि भाजपा गोधन न्याय योजना पर झूठे आरोप लगाकर रमन सरकार के दौरान हुए 1677 करोड़ रुपए के गोशाला घोटाला, 1 हजार एकड़ सरकारी जमीन घोटाला, एवं रमन सरकार में हुए हजारों गायों की निर्मम हत्या के महापाप से बच नहीं सकती है। पूरा प्रदेश ने देखा है कि भाजपा नेता गौशाला खोलकर अनुदान खाते थे और गौ माता की निर्मम हत्या करते थे उसके हाड़, मांस को बेचा करते थे। ठाकुर ने कहा कि भूपेश सरकार में चल रहे गोधन न्याय योजना की तारीफ नीति आयोग ने किया है। भाजपा शासित राज्यों ने इस योजना को अपने राज्य में लागू करने प्लान कर रही हैं। पूरे देश में गोधन न्याय योजना की तारीफ हो रही है तो भाजपा नेताओं के पेट में अपचक हो गया है।

Full View

Full View

Tags:    

Similar News