Gedi Daud ...और अब राजनीति में ‘गेड़ी दौड़’ का करंट: बघेल ने दी बघेल को चुनौती, इधर पूर्व सीएम डॉ. रमन को ललकार रही कांग्रेस
Gedi Daud छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है। ऐसे में राजनीतिक दल सियासत का कोई मुद्दा छोड़ना नहीं चाह रहे हैं। ऐसे में अब राजनीति मे गेड़ी दौड़ को लेकर गरमाने लगा है।
Gedi Daud रायपुर। राज्य में एक तरफ छत्तीसगढि़या ओलांपिक (Chhattisgarhi Olympics) चल रहा है। इसमें गिल्ली डंडा, पिट्टूल, संखली, लंगड़ी दौड़, कबड्डी, खो-खो, रस्साकसी और बांटी (कंचा) सहित 16 तरह के परंपरागत खेलों की प्रतियोगिता हो रही है तो दूसरी तरफ विधानसभा (Chhattisgarh Assembly Election 2023) चुनाव की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है तो राजनीतिक दल सियासत का कोई मुद्दा हाथ से जाने नहीं देना चाह रहे हैं।
ऐसे में अब प्रदेश की राजनीति में गेड़ी दौड़ (Gedi Daud) की चुनौती से गरमाने लगी है। एक बघेल ने दूसरे बघेल को गेड़ी दौड़ की चुनौती दे दी है। बघेल वर्सेस बघेल की वजह से मामला और दिलचस्प हो गया है। भाजपा के बघेल ने कांग्रेस के बघेल को गेड़ी दौड़ की चुनौती दी है तो इधर, कांग्रेस पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह को गेड़ी दौड़ के लिए ललकार रही है।
Gedi Daud पाटन से रायपुर के जयस्तंभ चौक तक गेड़ी दौड़ की चुनौती
भाजपा के दुर्ग सांसद विजय बघेल ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को गेड़ी दौड़ की चुनौती दी है। विजय बघेल ने गेड़ी के साथ अपनी और मुख्यमंत्री बघेल की फोटो ट्वीट करते हुए लिखा है कि गेड़ी दौड़ पाटन ले जयस्तंभ तक...कब, कतका बजे आयबर हे बता भूपेश बघेल जी? जवाब के इंतजार रिही।
विजय बघेल के इस ट्वीट को प्रदेश भाजपा के आधिकारिक ट्विटर हैंड से री-ट्वीट करके मुख्यमंत्री बघेल को चुनौती स्वीकार करने की चुनौती दी है। इसके बाद से प्रदेश की राजनीति में गेड़ी दौड़ का करंट दौड़ गया है। दोनों तरफ से बयानों के बयानबाजी की दौड़ शुरू हो गई है।
कांग्रेस ने पूछा Gedi Daud चैलेंज रमन सिंह को वो क्यों चुप हैं?
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री बघेल को गेड़ी दौड़ की चुनौती देने के पहले विजय बघेल अपनी राजनैतिक हैसियत को देखें, अभी वे इतने बड़े नहीं हुए हैं कि वे मुख्यमंत्री को चुनौती दें। गेड़ी चढ़ने की चुनौती डॉ. रमन सिंह को दी गई रमन सिंह इस चुनौती पर क्यों मौन हैं? ठाकुर ने कहा कि डॉ. रमन सिंह घबराकर विजय बघेल को आगे कर रहे है। गेड़ी चढ़ना हो तो विजय बघेल, चुनाव जीतने मूंछ दाव में लगाना था तो कुंवर दिलीप सिंह जूदेव और 15 साल तक सत्ता की मलाई खाए डॉ. रमन सिंह और उनके परिजन। यही भाजपा का छत्तीसगढ़ियां विरोधी चरित्र है। 15 साल में कभी विजय बघेल को भी भाजपा कार्यालय में गेड़ी चढ़ते नही देखा, न गेड़ी दौड़ कराते सुना।
जानिए... कैसे राजनीति में हुई Gedi Daud की इंट्री
छत्तीसगढ़ की राजनीति में गेड़ी दौड़ की इंट्री पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के एक ट्वीट से हुई है। पूर्व सीएम ने 19 जुलाई को एक ट्वीट किया। इसमें तीन लोगों को गेड़ी दौड़ पर दौड़ते दिखा गया। इसमें एक कांग्रेस, दूसरा कांग्रेस और तीसरा आम आदमी पार्टी का प्रतिक बताया गया था। डॉ. रमन के इस ट्वीट पर 19 जुलाई को ही मुख्यमंत्री बघेल ने ट्वीट कर कटाक्ष करते हुए डॉ. रमन को गेड़ी दौड़ की चुनौती दी थी। सीएम भूपेश ने ट्वीट किया था- very good-very good..बहुत सही। धीरे-धीरे डॉक्टर साहेब सीख रहे हैं। संतोष है कि कम से कम भाजपा के लोग छत्तीगढ़िया संस्कृति को अपनाने लगे हैं। अभी आपके लोग भौंरा चलाते और गिल्ली खेलते भी दिखेंगे। उम्मीद है कि कभी खुद की भी वीडियो/फोटो डालेंगे। इसके आगे सीएम ने लिखा- क्या कहते हैं डॉ. रमन सिंह जी, हो जाए गेड़ी दौड़ एक बार साथ में? वैसे भी प्रदेश में छत्तीगढ़िया ओलंपिक का माहौल है। जवाब का इंतजार रहेगा।