बलात्कार की कोशिश में हुए नाकाम तो उतार दिया मौत के घाट...बहुचर्चित हत्याकांड के आरोपी पकड़ाए....

Update: 2022-06-19 17:33 GMT

रायगढ़ 19 जून 2022। रायगढ़ के बहुचर्चित काजल मसंद हत्याकांड की गुत्थी रायगढ़ पुलिस ने सुलझा ली है। आरोपियो ने काजल को घर मे अकेले देख पहले उससे रेप की कोशिश की और शोर मचाने पर उसकी हत्या कर दी। मामले का मुख्य आरोपी पूर्व में भी नाबालिक से दुष्कर्म व हत्या के प्रयास के मामलो में जेल जा चुका है। पुलिस ने घटना में शामिल तीनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है।

मिली जानकारी के अनुसार चक्रधरनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत स्वास्तिक विहार कालोनी में 14 जून को दोपहर एक युवती काजल मसंद की संदिग्ध मौत की जानकारी पुलिस को मिली थी। सूचना मिलने पर एडिशनल एसपी लखन पटले व सीएसपी दीपक मिश्रा ने फारेंसिक टीम के साथ मौके का मुआयना किया था। डॉग स्क्वायड को भी मौके पर बुलवाया गया था। संदिग्ध मौत की जांच के लिए एसपी अभिषेक मीणा ने एडीशनल एसपी अभिषेक मीणा के सुपरविजन व सीएसपी दीपक मिश्रा के नेतृत्व में तीन टीआई,एक थाना प्रभारी एसआई के साथ ही सायबर सेल की टीम बनाई थी। पुलिस को जांच में पता चला कि काजल की तीन बहने थी,जो शादी के बाद अन्य राज्यो में निवासरत है। घटना के वक्त काजल की माँ भी बाहर गयी हुई थी। और कजल घर में अकेली थी। पुलिस डॉग रूबी ने स्मेल लेकर घरक पीछे फुलवारी पारा व श्मशान की ओर गया था जिससे वहां के संदेहियों से पूछताछ पुलिस ने की थी।

सैकड़ो सीसीटीवी किये चेक:-

पुलिस टीम ने जांच के दौरान मृतिका के दोस्तो,परिजनों, सहकर्मियों, पड़ोसियों, आस पास काम मे लगे मजदूरों,मृतिका से सम्पर्क में आये ऑटो चालकों समेत दो सौ से अधिक लोगो से पूछ ताछ की थी। तथा सैकड़ो सीसीटीवी चेक किये थे। इस दौरान सीसीटीवी में दिखे संदेही रामभरोसे को जब पुलिस डॉग रूबी के सामने लाया गया तो उसने भी संकेत दिए। रामभरोसे इलाके का कुख्यात बदमाश है व पूर्व में भी वह नाबालिक से दुष्कर्म व हत्या के प्रयास के मामलों में जेल जा चुका था। उससे पूछताछ करने पर वह पहले पुलिस को गुमराह करता रहा फिर सख्ती बरतने पर टूट गया और अपने दो अन्य साथियों के साथ घटना को अंजाम देना कबूल कर लिया।

ऐसे खुला राज

काजल की हत्या करने के बाद उसके मोबाइल को आरोपी मित्रभानु लेकर चला गया था और पकड़े जाने के डर से उसे पँचधारी डेम में फेंक दिया था। पुलिस ने जब मृतिका के मोबाइल की डिटेल चेक किया तो पता चला कि उसके व उसके परिजनों के मोबाइल सभी एक ही जीमेल से चल रहे थे। पुलिस ने जिस पर जीमेल का बैकअप लिया तो पता चला कि काजल की हत्या के बाद भी उससे फोटो खिंचे गए हैं जो कि घटनास्थल से कुछ भिन्न थे। आरोपियो ने काजल की हत्या के बाद उसके कपड़े उतार कर फ़ोटो लिया था।

मृतिका पर थी गंदी नजर

आरोपी रामभरोसे चौहान पॉक्सो एक्ट में जेल से छूटने के बाद फुलवारी पारा में रहता था। जिसका स्थानीय लड़की से प्रेम सम्बंध हो गया था। लडक़ी सर्किट हाउस की तरफ मजदूरी करने जाती थी। जो काजल मसंद के घर के बगल से होकर जाता था। वही पास में आम के पेड़ के नीचे रामभरोसे अपने साथी मित्रभानु सोनवानी व गोपाल साहू के साथ अपनी प्रेमिका के गुजरने के इंतजार में बैठा रहता था। इसी दौरान उनकी नजर काजल मसंद पर पड़ी। तीनो साथी उस पर बुरी नजर रखने लगे थे।

कई मामलों में सलिप्त रहा है राम भरोसे

रामभरोसे व उसके दोनों साथी घटना दिनांक की सुबह से ही शराब पिये हुए थे। सुबह उन्होंने काजल को अपनी माँ को स्कूटी में कही छोड़ते जाते हुए देखा था। उसके बाद जब काजल वापस घर आई तो भी तीनो वही थे। उन्हें अच्छी तरह से जानकारी थी कि घर मे सिर्फ माँ बेटी ही रहते हैं। उनके अलावा कोई भी पुरूष सदस्य घर मे नही रहता। जब ये तीनो काजल के घर के पास थे तो काजल को घर के बाहर मोबाइल पर बात करते हुए देखा और काजल के घर मे घुसने के बाद तीनों काजल को देखने गए तथा खिड़की से झांक कर देखे तो काजल मोबाइल से बात करते हुए बिस्तर पर कुछ लिख रही थी। तीनो दरवाजा का कुंडी न लगे होने के कारण अंदर चले गए।

तीनों बिस्तर पर काजल का मुंह, गर्दन दबा दिए थे। काजल ने उनसे छूटने की कोशिश की और शोर कर प्रतिरोध किया। जिससे तीनो डर गए और रामभरोसे बाहर निकला और बाहर पड़े चिप पत्थर को लाकर काजल के सर पर कई बार प्रहार किया जिससे उसका सर फट गया और उसकी मौत हो गई। तीनो ने साक्ष्य छुपाने के नियत से अलमारी में रखे टॉवेल में पत्थर को लपेट दिया।।और काजल के मोबाइल से उसके कपड़े उतार कर फ़ोटो ले लिया। जाते जाते कमरे में रखा हुआ एक प्लास्टिक पाउच,जिसमे 1540 रुपये रखता उसे तीनो ने बाँट लिया।।साथ मे ही एटीएम कार्ड भी ले गए और पीछे अटल आवास के बिल्डिंग में छोड़ कर अपने अपने घर चले गए।

गिरफ्तार आरोपी

रामभरोसे चौहान उम्र 26 वर्ष, गोपाल उर्फ नानू साहू उम्र 19 वर्ष, मित्र भानु उर्फ मोनू सोनवानी उम्र 19 वर्ष सभी निवासी स्वास्तिक विहार कालोनी के पीछे फुलवारी पारा रायगढ़ का रहने वाला है।

आरोपी रामभरोसे चौहान के विरूद्ध पूर्व में भी आबकारी एक्ट,तीन बार शांति भंग की कार्यवाही, प्रतिबंधात्मक कार्यवाही, 110 की कार्यवाही,दुष्कर्म व पॉक्सो एक्ट की कार्यवाही की गई थी। हत्या के प्रयास के मामले में आरोपी को सजा हुई व 5 साल जेल में रहा था। वर्तमान में वह हाईकोर्ट से जमानत पर बाहर चल रहा है।

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