इंसान-कुत्ते सेम-सेम!!! क्या इंसान भी सूंघकर बनाते हैं अपना दोस्त... पढ़िये रिसर्च में इंसान और कुत्तों की कौन सी समानता सामने आई
NPG डेस्क। जब वफादारी की बात होती है, तब इंसान और कुत्तों के बीच में तुलना की जाती है। या कभी-कभी अलर्टनेस के मामले में लोग दूसरे की तारीफ करते हैं कि यह तो कुत्ते की तरह अलर्ट रहता है, लेकिन आपको इंसान और कुत्तों में एक और समानता के बारे में कुछ पता है क्या? आइए आपको एक ऐसे रिसर्च के बारे में बता रहे हैं, जिसके मुताबिक दोस्त बनाने के मामले में कुत्ते और इंसान एक तरह की बिहेव करते हैं।
आपने कभी दो कुत्तों को एक-दूसरे को सूंघते हुए देखा है। शायद सबने देखा होगा, लेकिन क्या आप बता सकते हैं कि इस तरह कुत्ता क्या करता है। इजराइल के विजमन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस के वैज्ञानिकों का कहना है कि कुत्ते सूंघकर यह तय करते हैं कि किससे दोस्ती करनी है और किस पर हमला करना है।
यह तो हुई कुत्तों की बात। अब इंसानों के बारे में भी जान लीजिए। जाने-अनजाने इंसान की ऐसी हरकत करते हैं। वे गंध सूंघते हैं और यह तय करते हैं कि दोस्ती करनी है या नहीं। आपमें से कुछ इसे हाइपोथीसिस कह सकते हैं, लेकिन वैज्ञानिकों ने इसे साबित कर दिखाया है।
विजमन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस के वैज्ञानिकों ने एक eNose यानी इलेक्ट्रॉनिक नोज डेवलप किया। इसके बाद एक ही सेक्स के कुछ लोगों को इकट्ठा किया। ये ऐसे लोग थे, जिनकी दोस्ती बहुत जल्दी हो गई थी। इन सभी के शरीर से निकलने वाली गंध के सैंपल लिए गए। इसकी जांच में यह बात सामने आई कि सभी की गंध मिलती-जुलती है।
इस रिसर्च में शामिल इनबाल रावरेबी ने eNose के जरिए अलग-अलग लोगों की गंध के सैंपल जुटाए। इसके बाद इन्हें एक-दूसरे से दोस्ती करने का मौका दिया गया। इसके परिणाम चौंकाने वाले आए। एक-दूसरे से मिलती-जुलती गंध वाले आसानी से दोस्त बन गए। इस तरह वैज्ञानिकों ने यह निष्कर्ष निकाला है कि सामाजिक फैसले लेने में नाक बड़ी भूमिका अदा करती है।