करोड़पति SP: IPS के ठिकानों पर EOW की छापेमारी, 67 लाख का इंटीरियर, 29 लाख कैश...लाल डायरी में मिला काला चिट्ठा...

Update: 2022-10-12 09:54 GMT

डेस्क NPG। एक आईपीएस पदाधिकारी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगने पर आर्थिक अपराध इकाई की टीम ने उनके कई ठिकानों पर छापेमारी की। बिहार के पूर्णिया एसपी दयाशंकर के सरकारी आवास , दफ्तर के अलावा कई पुलिसकर्मियों समेत आधा दर्जन थानाध्यक्षों के ठिकानों पर EOW की टीम के द्वारा छापेमारी की गई। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच इस छापेमारी में दो दर्जन से अधिक अधिकारी शामिल थे।

2016 बैच के आईपीएस अफसर और पूर्णिया के एसपी दया शंकर पर आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज करने के बाद पटना और पूर्णिया के कई ठिकानों पर छापेमारी की गई। एसपी के साथ उनके करीबी बिल्डर, पुलिस अधिकारी और जवानों के यहां तलाशी में 14 लाख से ज्यादा नकद और 72 लाख के जेवरात मिले हैं। कई चारपहिया वाहन और संपत्ति के कागजात आदि भी मिले हैं। एसपी पर बड़े पैमाने पर बेनामी संपत्ति अर्जित करने के आरोप हैं। दयाशंकर शेखपुरा के एसपी के अलावा जगदीशपुर के एसडीपीओ भी रहे है।

एसपी दयाशंकर के पास से 29 लाख रुपये कैश मिले, जबकि 1 करोड़ 25 लाख की अवैध सम्पत्ति के कागजात मिले हैं। एसपी दयाशंकर के पास राजधानी पटना में कई फ्लैट हैं।

पूर्णिया एसपी दयाशंकर के पूर्णिया सरकारी आवास के दौरान 29 लाख रुपये बरामद हुए। पूर्णिया आवास से सोने के आभूषण बरामद हुए, जिनकी कीमत करीब 28 लाख रुपये बताई जा रही है। इसके अलावा पटना में कई फ्लैट के कागजात मिले, जिसमें विनसम अंपायर डी ब्लॉक, दानापुर बिस्किट फैक्ट्री रोड में फ्लैट नंबर 201 और फ्लैट नंबर 203 है। एसी दयाशंकर के पास सी ब्लॉक विनसम अंपायर डी ब्लॉक दानापुर फैक्ट्री रोड में एक दुकान भी है।

एसपी के पटना के फ्लैट से 15 लाख रुपये नगद बरामद हुए हैं। इसी फ्लैट से लगभग 35 लाख रुपए के आभूषण बरामद हुए हैं। दो वाहन बरामद हुए हैं जिनमें एक इनोवा और दूसरी नई कंपास जीप है। पटना के फ्लैट में इंटीरियर में 67 लाख रुपये खर्चा किए जाने के दस्तावेज मिले हैं।

बता दें कि आइपीएस दया शंकर की नियुक्ति के बाद 2016 से अब तक उनकी वैध कमाई एक करोड़ नौ लाख 47 हजार 691 रुपये है। आइपीएस की पत्नी गृहणी हैं। अपनी वैध कमाई में आइपीएस दया शंकर ने 72 लाख 73 हजार 418 रुपये खर्च किये। जांच में 71 लाख रुपये से अधिक की अवैध संपत्ति का खुलासा हुआ है। एसपी दयाशंकर ने अवैध एवं बेनामी संपत्ति में स्वयं, अपनी पत्नी और बिल्डर के जरिये निवेश किया है। छापेमारी में ये खुलासा हुआ कि एसपी दया शंकर ने अवैध वसूली के लिए अपने रीडर, गनर और थानेदार को तैनात कर रखा था।

इसके अलावा कुछ और अधिकारियों के यहां भी छापा पड़ा है। सदर थाना प्रभारी संजय कुमार सिंह जो 2009 बैच के हैं उनके घर से करीब 10 लाख रुपए कैश मिला है। इसके अलावा दो वाहन बरामद हुए हैं जिसमें एक मारुति सुजुकी वैगन आर एवं एक इकोस्पोर्ट्स गाड़ी शामिल है। उनके यहां से करीब 9 लाख के आभूषण भी मिले हैं।

एसपी के आवास से मिली लाल डायरी ने एसपी के काले कारनामों की पोल खोलकर रख दी है। इस लाल डायरी में कई लोगों के नाम से रकम का ब्यौरा तिथिवार दर्ज है। डायरी में दर्ज कुल रकम को जोड़ा जाए तो यह रकम लाखों में है। ये कौन लोग हैं और उनके नाम से जितनी रकम का डायरी में उल्लेख है वह दिया गया है या नहीं अब इसकी भी जांच शुरू हो गयी है। 


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