DFO, SDO के खिलाफ जातिसूचक अपशब्द बोलने के आरोपी डिप्टी रेंजर के खिलाफ एट्रोसिटी एक्ट के तहत अपराध दर्ज, ऑडियो वायरल होने पर कार्रवाई..
मुंगेली, 5 दिसंबर 2021। उच्चाधिकारियों व वन अमले के खिलाफ आपत्तिजनक व जातिसूचक शब्दो का प्रयोग करने पर डिप्टी रेंजर पर एफआईआर दर्ज की गई हैं। मुंगेली में पदस्थ डिप्टी रेंजर के बातचीत का ऑडियो सोशल मीडिया में वायरल होने पर समाज के लोगो की शिकायत पर एफआईआर दर्ज की गई हैं। मामले में मिली जानकारी के अनुसार लोरमी वन विभाग में पदस्थ डिप्टी रेंजर प्रबल दुबे का किसी भवानी शंकर तिवारी से बातचीत का ऑडियो सोशल मीडिया में वाइरल हुआ था। जिसमे डिप्टी रेंजर दुबे के द्वारा समस्त वन मण्डल के अधिकारियों व कर्मचारियो के विरुद्ध असंवैधानिक शब्दो का प्रयोग करते हुए कहा था कि पूरे वन मण्डल को एक जाति विशेष के लोगो ने घेर रखा हैं। इसके अत्तिरिक्त अपने डीएफओ, एसडीओ,व्यय शाखा में पदस्थ बाबू मानिकपुरी को गाली देने के साथ ही उन्हें मारने की बात कही थी। इसके साथ ही फारेस्ट गॉर्ड दशरथ बघेल को पागल आदमी बताते हुए जातिसूचक गाली भी डिप्टी रेंजर द्वारा दी गयी थी। ऑडियो वाइरल होने के बाद वन कर्मचारी व वन लिपिक संघ पुरजोर विरोध कर रहा था। उनकी शिकायत मिलने के बाद उक्त ऑडियो का परीक्षण सीसीएफ बिलासपुर नवीद शुजाउददीन ने अन्य वन अधिकारियों के समक्ष करवा कर डिप्टी रेंजर को 1 दिसम्बर को निलंबित कर दिया था।
उक्त ऑडियो के सोशल मीडिया पर वाइरल होने के बाद समाज के लोगो ने बड़ी संख्या में लोरमी थाने में जा कर शिकायत की और कार्यवाही की मांग की थी। शिकायत को संज्ञान में ले कर लोरमी एसडीओपी माधुरी धिरही ने मामले की जांच की,जांच में मामले की पुष्टि होने के बाद लोरमी थाने में जीरो में एक्ट्रोसिटी एक्ट की धारा 3(1)(प) के तहत एफआईआर कायम कर मामले की अग्रिम विवेचना हेतु अजाक थाने को भेजा गया हैं। एसडीओपी माधुरी धिरही ने बताया, समाज के लोगो द्वारा ऑडियो क्लिप के साथ समाज को अपमानित करने की शिकायत सौपी गयी थी। जिसको जांच में ले कर ऑडियो क्लिप का परीक्षण करवाया गया व अन्य लोगों के बयान भी दर्ज किए गए, जिसमें मामले की पुष्टि होने पर एफआईआर कायम कर अग्रिम कार्यवाही पुलिस कर रहीं हैं।