इस कारण हटे कलेक्टर-एसपी: 3 महीने में बालोद के एसपी तो 5 महीने में गरियाबंद की कलेक्टर हटाई गईं, सामने आ रही ये वजह
राज्य सरकार ने 31 मई को कुछ आईएएस और दो आईपीएस अफसरों का तबादला किया है।
रायपुर, 31 मई 2022। राज्य सरकार ने मंगलवार को अचानक गरियाबंद की कलेक्टर और बालोद जिले के एसपी को हटा दिया गया। नम्रता गांधी जनवरी महीने में कलेक्टर बनी थीं। वहीं, गोवर्धन ठाकुर मार्च महीने में बालोद जिले के एसपी बने थे। दोनों को हटाने के कारणों को लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं।
बालोद में कुछ दिनों पहले आदिवासी समाज के कार्यक्रम में छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के अध्यक्ष अमित बघेल द्वारा जैन समाज व संतों के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। इसी मसले पर बलवा हो गया था। व्यापारियों और समर्थकों के बीच झड़प हुई थी। इसका सीधा का मैसेज यह गया कि एसपी लॉ एंड ऑर्डर नहीं संभाल पा रहे हैं। इस मुद्दे पर जैन समाज के लोग नाराज थे। समाज के लोगों ने पैदल मार्च कर राज्यपाल को ज्ञापन दिया था। इसके बाद सरगुजा से अमित बघेल को गिरफ्तार कर लिया गया।
एसपी को हटाने का फैसला ऐसे समय आया, जब सीएम भूपेश बघेल बालोद दौरे पर थे। सीएम ड्यूटी के दौरान ही एसपी को हटाने जाने की खबर मिली। एक और चौंकाने वाला फैसला गरियाबंद कलेक्टर नम्रता गांधी को हटाने के संबंध में भी है। हालांकि उन्हें किसी शिकायत की वजह से नहीं हटाया गया, बल्कि मेटरनिटी लीव के हिसाब से हटाया गया है। जून महीने में डिलीवरी होनी है, इसलिए उन्हें मंत्रालय में पोस्टिंग दी गई है, जिससे कलेक्टर के रूप में भागदौड़ से राहत मिले।