कलेक्टर का गजब आदेश: आय, जाति और निवास प्रमाण पत्र घर बैठे ही, आवेदन लेने के लिए आएंगे पटवारी, पंचायत सचिव और शिक्षक
कलेक्टर सौरभ कुमार ने अधिकारियों के साथ बैठकर बनाई कार्ययोजना। बुधवार से होगी शुरुआत।
बिलासपुर। आय, जाति और निवास प्रमाण पत्र जैसे जरूरी प्रमाण पत्र बनवाने के लिए ग्रामीणों को अब तहसील कार्यालयों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। राजस्व अमला मोर मितान योजना की तर्ज पर जरूरत मंद लोगों के घर-घर पहुंचकर जरूरी दस्तावेज और आवेदन जुटाएगा। इसके बाद लोक सेवा केंद्रों में ऑनलाइन आवेदन दर्ज कराएंगे। प्रमाण पत्र तैयार हो जाने पर स्थानीय जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में इसका वितरण गांव में ही किया जाएगा।
ग्रामीणों के लिए एक बहुत बड़ी जरूरत के काम को सरल और सुविधाजनक तरीके से उपलब्ध कराने के लिए कलेक्टर सौरभ कुमार ने अधिकारियों के साथ बैठक कर एक विस्तृत कार्ययोजना बनाई है। राजस्व अधिकारियों के साथ शुक्रवार को लंबी बैठक लेकर सोमवार तक ग्राम वार दौरे का रोस्टर प्रस्तुत करने के लिए कहा है। अभियान की शुरुआत 13 जुलाई से होगी।
कलेक्टर सौरभ कुमार ने बैठक में कहा कि शिक्षा, नौकरी सहित कई सरकारी कामों के लिए आय, जाति और निवास प्रमाण पत्रों की जरूरत होती है। बहुत से जरूरतमंद लोगों के प्रमाण पत्र विभिन्न कारणों से नहीं बन पाए हैं। यह अभियान उन लोगों के लिए बहुत ही उपयोगी साबित होगा। अभियान के अंतर्गत रोस्टर के अनुरूप पटवारी, ग्रामीण कृषि विकास अधिकारी, पंचायत सचिव, शिक्षक आदि गांव में घर -घर जाकर भेंट देंगे। मांग आने पर जरूरी कागजात और आवेदन संकलित कर ले जाएंगे।
यदि किसी के पास जाति की पुष्टि के लिए किसी प्रकार का दस्तावेज उपलब्ध नहीं होगा तो विशेष ग्राम सभा आयोजित की जाएगी। इसमें विचार कर अनुमोदन लिया जाएगा। हर हाल में सकारात्मक रूप से प्रमाण पत्र बांटने का काम किया जाएगा। यह एक प्रकार से मोर मितान योजना का ग्रामीण मॉडल होगा। कलेक्टर ने टीम के ग्रामीण क्षेत्रों में दौरे के दिन का मुनादी के जरिए प्रचार-प्रसार करने को कहा है। बैठक में अपर कलेक्टर कुरुवंशी सहित सभी राजस्व अनुविभाग के एसडीएम उपस्थित थे।