NPG से बोले CM भूपेश बघेल "मैं कार्यकर्ता हूँ, और किसान भी.. मौसम विभाग कह दें पानी नहीं गिरेगा तो भी खेत तो तैयार करुंगा..धान बोऊंगा"

Update: 2022-04-09 15:41 GMT

रायपुर,9 अप्रैल 2022। खैरागढ़ उप चुनाव का मतदान बारह अप्रैल को है, और कल शाम पाँच बजे प्रचार थम जाएगा।पिछड़ा वर्ग बाहुल्य और किसान वर्ग के निर्णायक मतदाता वाले इस ईलाके में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शुरु से लेकर अब तक ना केवल स्टार प्रचारक की भूमिका में है, बल्कि समूचा चुनाव ही उन पर केंद्रित हो गया है।खैरागढ़- गंडई-छुई खदान को ज़िला बनाए जाने के सशर्त ऐलान के बाद बमुश्किल दो दिनों का समय बीता होगा कि चार दिनों के लिए मुख्यमंत्री बघेल यहाँ आ गए, और जबकि चार दिन की मियाद ख़त्म हुई लेकिन उनकी सभाएँ होती रहीं। अब तक सीएम बघेल क़रीब 26 सभाएँ ले चुके हैं, इसके अलावा विराट कार्यकर्ता सम्मेलन भी वे शुरु में ले चुके हैं। आज भी सभाओं का सिलसिला जारी है और व्यस्ततम दिन छुई खदान और फिर खैरागढ़ में रोड शो के बाद समाप्त होगा।

कानीमेरा में जहां कि मुख्यमंत्री बघेल की सभा थी, वहाँ सभा के बाद उन्होंने NPG से क़रीब दस मिनट की चर्चा की।

मुख्यमंत्री बघेल से यह सवाल हुआ कि सत्तर सीटों का हिमालयीन बहुमत है, फिर इस एक उप चुनाव को लेकर इतनी सक्रियता कैसे, इस पर सीएम बघेल ने कहा

"मैं कार्यकर्ता हूँ, मैं तो वहाँ रहूँगा ही जहां पार्टी का काम करना हो.. फिर चुनाव का मसला है तो कोई कार्यकर्ता शांत तो नहीं ही रहेगा.. सक्रिय रहेगा"

सीएम बघेल से अगला सवाल हुआ,चुनाव आप पर केंद्रित हो गया है, चाहे कांग्रेस हो या भाजपा। कांग्रेस के लिए आप चेहरा हैं, बैनर फ़्लेक्सी हो या सभा यह साफ़ है, विपक्ष के आरोप के निशाने पर भी केवल आप हैं, इस का सियासती लाभ हानि है क्या,किस रुप में देखते हैं, इस पर मुख्यमंत्री बघेल ने कहा

"सियासती लाभ हानि की बात नहीं, मैं कार्यकर्ता हूँ.. और हाँ किसान भी हूँ.. अब मौसम विभाग कह दें कि पानी नहीं गिरेगा तो खेत तैयार करना बंद नहीं करुंगा, फसल उगे इसकी क़वायद तो बंद नहीं करुंगा"

मुख्यमंत्री बघेल से ज़िले को लेकर सशर्त घोषणा और उसके समय को लेकर हो रही आलोचना पर प्रश्न हुआ तो उन्होंने कहा

"हमारी घोषणा के समय पर सवाल करने वाले ये बताएँ डॉ रमन सिंह ने नौ ज़िले बनाए, वे तो खुद को खैरागढ़ से सीधे जोड़ते हैं, उन्होंने क्यों नहीं बनाया.. हम तो घोषणा कर चुके हैं, विरोध क्यों कर रहे हैं क्या वे ज़िले के विरोधी हैं"

मुख्यमंत्री बघेल ने कहा

"इन दौरों से यह बेहद मुकम्मल समझ आता है कि हमारी योजनाओं की ज़मीनी हक़ीक़त क्या है.. किसान मज़दूर या शेष वर्ग जिनके लिए योजनाएँ बनी हैं वे लाभान्वित हो रहे हैं या नहीं.. और मुझे कहीं पर भी शिकायत नहीं मिली"

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