Chhattisgarh weather-ठंड से ठिठुर रहा छत्तीसगढ़ः रायपुर, बिलासपुर, पेंड्रा, सरगुजा सहित इन जिलों के लिए अलर्ट जारी, अगले 48 घंटे के दौरान शीतलहर के साथ पड़ेगी कड़ाके की ठंड....

chhattisgarh weather | cold news |

Update: 2023-01-08 07:44 GMT

Chhattisgarh weather-रायपुर। राजधानी सहित पूरे प्रदेश में कड़ाके की ठंड पढ़ रही है। मौसम विभाग ने इसे लेकर कई जिलों के लिए अलर्ट भी जारी किया है। रायपुर मौसम विभाग के मुताबिक जिन जिलो के लिए चेतावनी जारी की गई है, इनमें सरगुजा, सूरजपुर, पेंड्रा, बिलासपुर, रायपुर, दुर्ग, बलरामपुर, जशपुर, कबीरधाम, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही और कोरिया जिला है। इन जिलों में अगले 48 घंटे के दौरान शीतलहर के साथ साथ कड़ाके की ठंड पड़ेगी।

सरगुजा के मैनपाट में भी शिमला जैसे हालात है। यहां के कुछ इलाकों में बर्फ की पतली चादर देखी गई। ठंड की वजह से एक व्यक्ति की मौत हो गई। वहीं एक गंभीर है, जिसका उपचार अस्पताल में जारी है। सरगुजा में शनिवार को 4.6 डिग्री सेल्सियस, जशपुर में 4 डिग्री सेल्सियस, कोरिया में 2.6 डिग्री सेल्सियस, बिलासपुर में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस, रायपुर में  7.5 डिग्री सेल्सियस तक रहा है।

प्रदेश के सरगुजा भाग के जिलों में ही लहर चली अधिकतम तापमानों में प्रदेश के बिलासपुर संभाग में वृद्धि दर्ज की गई। शेष सभी संभागों में विशेष परिवर्तन नहीं हुये वे प्रदेश के सरगुजा, दुर्ग संभागों में सामान्य कम तथा शेष भागों में सामान्य रहे।

न्यूनतम तापमान में प्रदेश के रायपुर बस्तर संभागों में गिरावट। प्रदेश में सर्वाधिक अधिकतम तापमान 27.9°C बीजापुर में तथा सबसे कम न्यूनतम तापमान 026 °C KVK कोरिया में दर्ज किया गया।

शीत लहर के दौरान 

यथासंभव घर के अंदर रहें. ठंडी हवा से बचने के लिए कम से कम यात्रा करे। 

सूखा रहे। यदि गीले हो जाएँ तो शरीर की गर्मी को बचाने के लिए शीघ्रता से कपड़े बदलें। निरंगुल दस्ताने को चुने। निरंगुल दस्ताने ठंड में ज्यादा गरम और ज्यादा अच्छा रक्षा कवच होता है।

मौसम की ताजा खबर के लिए रेडियो सुने, टीवी देखे और समाचार पत्र पढ़ें।

नियमित रूप से गरम पेय सेवन करें।

बुजुर्ग और बच्चों का ठीक से देखभाल करें।

ठंड में पानी का पाइप जम जाता है। इसलिए पेय जल का पर्याप्त संग्रहण करके रखें ।

उँगलियों, अंगुण्ठों के सफेद होना या फीकापन, नाक के टिप में शीत दंश लक्षण प्रकट होते है। 

शीत दंश से प्रभावित क्षेत्रों को गर्म नहीं करें, गर्म पानी डालें (शरीर के अप्रभावित हिस्सों के लिए तापमान स्पर्श करने के लिए आरामदायक होना चाहिए)।



Tags:    

Similar News