Chhattisgarh SP Transfer: खत्म होगा पुलिस का रायपुर ग्रामीण रेंज, कई प्रमोटी आईपीएस बनेंगे एसपी, पीएचक्यू में होगी बड़ी उलटफेर

Chhattisgarh SP Transfer: आईएएस के बाद आईपीएस की बहुप्रतीक्षित लिस्ट लगभग फायनल होने की स्थिति में है। सरकार के रणनीतिकार पिछले तीन दिन से आईपीएस की लिस्ट पर काम कर रहे हैं। सत्ता के गलियारों से जैसी कि छनकर खबरें आ रही...आईएएस की तरह आईपीएस की लिस्ट भी काफी चौंकाने वाली होगी।

Update: 2024-01-05 14:39 GMT

Chhattisgarh SP Transfer: रायपुर। छत्तीसगढ़ में बड़े पैमाने पर प्रशासनिक सर्जरी करने के बाद विष्णुदेव सरकार अब पुलिस महकमे में बड़े़ ट्रांसफर को अंजाम देने की तैयारी में जुट गई है। प्रशासनिक सूत्रों का कहना है, लिस्ट लगभग फायनल होने की स्थिति में है। आईपीएस की लिस्ट आईएएस की तरह लंबी नहीं होगी क्योंकि आईपीएस का कैडर उतना बड़ा नहीं है। फिर भी इस उलटफेर में 50 से अधिक अफसर प्रभावित होंगे और बड़े-बड़े दिग्गज अफसर इसमें धराशायी होंगे। कुछ अतिमहत्वाकांक्षी अधिकारियों को किनारे लगाया जाएगा। पुलिस मुख्यालय में भी काफी बदलाव किया जाएगा। कुछ अफसरों के विभाग बदले जाएंगे। मगर सूत्रों का ये भी कहना है कि अगर सरकार जल्द ही डीजीपी बदलने के मूड में होगी तो फिर नए डीजी के आते तक पुलिस मुख्यालय का परिवर्तन रुक जाएगा। क्योंकि, नए डीजीपी को फिर अपनी टीम बनाने का मौका दिया जाएगा।

खबर ये भी है कि रायपुर ग्रामीण पुलिस रेंज को खत्‍म कर सिर्फ एक रायपुर रेंज बनाया जाएगा। इसके साथ ही आईजी लेवल पर भी अहम बदलाव किए जाएंगे। बस्तर आईजी सुंदरराज कई सालों से वहां पोस्टेड हैं। वे डेपुटेशन पर जाना चाहते हैं मगर पिछली सरकार से उन्हें एनओसी नहीं मिल सका। चूंकि सामने लोकसभा चुनाव है, इसलिए तब तक बस्तर आईजी को टच नहीं किया जाएगा। मगर बाकी कुछ आईजी बदलेंगे। नई सरकार की पहली लिस्ट में प्रमोटी आईपीएस अधिकारियों को भी ठीक-ठाक जिला मिलेगा। रजनेश सिंह पिछली सरकार में जमकर प्रताड़ित रहे। नारायणपुर एसपी रहने के दौरान एसीबी ने उनके खिलाफ अपराध दर्ज कर लिया था। इसके बाद उन्हें सस्पेंड कर दिया गया। रजनेश की गिनती साफ-सुथरी और रिजल्ट देने वाले अधिकारियों में होती है। इसी तरह पूरे पांच साल बस्तर में गुजारे अजात बहादुर शत्रु और शशिमोहन सिंह भी अब रायपुर लौटेंगे। हालांकि, अजातशत्रु एसपी बनने में इंटरेस्टेड नहीं हैं। उन्हें रायपुर में रहना है, यहां कोई पोस्टिंग चाह रहे हैं। चूंकि अब समय बदल गया है, सो वे जो चाहेंगे, वो उन्हें मिल भी जाएगा। इनके अलावे और कई प्रमोटी आईपीएस एसपी बनने की दौड़ में हैं। जशपुर से ताल्लुकात रखने वाले सुरजन राम भगत को भी जिला मिल सकता है। हालांकि, वे आईपीएस नहीं बने हैं। मगर इससे पहले दर्जन भर से अधिक नॉन आईपीएस छत्तीसगढ़ में एसपी बन चुके हैं।

सूत्रों के अनुसार लिस्ट से अधिकांश बड़े जिलों के एसपी के नाम गायब हैं। उन्हें या तो बटालियन भेजा जा रहा या फिर पुलिस मुख्यालय में एआईजी, डीआईजी बनाया जा रहा। रायपुर चूकि बड़ा जिला है, इसलिए यहां किसी सीनियर आईपीएस मसलन डीआईजी को मौका दिया जा सकता है। हालांकि, दो-एक सीनियर आईपीएस का नाम भी रायपुर के लिए चल रहा है। धर्मांतरण को लेकर पूर्व मंत्री कवासी लखमा को पत्र लिख चर्चा में आए सरगुजा एसपी सुनील शर्मा को सरकार या तो वही कंटीन्यू करेगी या फिर अपग्रेड कर किसी बड़े जिले की कमान सौंप सकती है। जाहिर है, सुनील शर्मा के पत्र से पिछली सरकार बैकफुट पर आ गई थी और बीजेपी को घेरने का मौका मिल गया था।   

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