Chhattisgarh Secretariat: बंगले से नहीं चलेगी सरकार...मंत्रालय होगा अब गुलजार, CM विष्णुदेव और उनके मंत्री नियमित बैठेंगे मंत्रालय में, पढ़िये इसके क्या होंगे फायदे...

Chhattisgarh Secretariat: छत्तीसगढ़ के नए सीएम विष्णुदेव साय बंगले से सरकार चलाने की बजाए मंत्रालय को प्रायरिटी देंगे। अफसरों का कहना है, सीएम रायपुर में रहे और कार्यक्रम की व्यस्तता नहीं रही, तो नियमित तौर से मंत्रालय जाएंगे। इसका आगाज आज से ही हो रहा। आज छुट्टी के दिन भी वे मंत्रालय जाएंगे। आज मंत्रालय क्यों जाएंगे, पढ़िये नीचे...

Update: 2023-12-25 07:32 GMT

Chhattisgarh Secretariat: रायपुर। छत्तीसगढ़ का मंत्रालय याने महानदी भवन अब गुलजार होगा। नए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और उनके मंत्री मंत्रालय में अब नियमित बैठेंगे। अधिकारिक सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री और मंत्री अगर रायपुर में रहें तो कोशिश होगी कि मंत्रालय में बैठे और मीटिंग और फाइलों का निबटारा वहीं से करें। पता चला है, कैबिनेट की बैठकें भी अब मंत्रालय में होंगी, जैसा रमन सिंह सरकार में 15 साल तक होता रहा।

बता दें, पिछली कांग्रेस सरकार के दौरान पांच साल मंत्रालय में वीरानगी छाई रही। कोविड से पहले इक्के-दुक्के मंत्री मंत्रालय पहुंच भी जाते थे, इसके बाद तीन साल से मंत्रालय सूना रहा। भूपेश बघेल सरकार में कैबिनेट की सिर्फ एक बैठक मंत्रालय में हुई थी। वो भी सीएम भूपेश और उनके दो मंत्री टीएस सिंहदेव और ताम्रध्वज साहू शपथ लेने के बाद सीधे मंत्रालय पहुंचकर किसानों के बोनस की फाइल पर दस्तखत किए थे। उसके बाद कैबिनेट की कोई बैठक मंत्रालय में नहीं हुई। अधिकांश कैबिनेट की बैठकें सीएम हाउस में हुई। विधानसभा सत्र के दौरान एकाध बैठक विधानसभा में हुईं। जबकि, रमन सरकार के समय अधिकांश कैबिनेट की बैठकें मंत्रालय में रखी जाती थीं। सीएम दोपहर का भोजन वहीं करते थे। हफ्ते में कम-से-कम तीन दिन वे मंत्रालय जाते ही थे। बंगले में बैठकें होने से नुकसान यह होता है कि मंत्रालय से अफसर अगर रायपुर आए तो उसके बाद फिर मंत्रालय न जाकर घर चल देते हैं। या फिर कहीं फर्स्ट हाफ में बंगले में बैठक है तो दूसरे हाफ में नया रायपुर नहीं जाते। जाहिर है, इससे सरकारी काम प्रभावित होंगे ही। आखिर, अफसर आफिस नहीं जाएगा तो काम कैसे होंगे। अजीत जोगी और रमन सरकार में कई बार ऐसा होता था कि सेकेंड हाफ में मंत्री मंत्रालय पहुंच जाते थे। सो, अफसर सतर्क रहते थे कि कभी भी मुख्यमंत्री, मंत्री मंत्रालय आ सकते हैं।

मंत्रालय में बैठने के फायदे

मुख्यमंत्री समेत मंत्रियों के मंत्रालय में बैठने से कई फायदे हैं। पहला, मंत्रालय में अनुशासन रहता है। सिकरेट्री, अफसर टाईम से आते और टाईम से जाते हैं। मुख्यमंत्री और मंत्रियों के बैठने से पूरा सिस्टम चौकस रहता है। दूसरा बड़ा फायदा यह है कि फाइलें तेजी से दौड़ती है। बंगले में मीटिंग होने से अचानक किसी फाइल की जरूरत पड़ी या किसी अफसर को बुलाने की तो मंत्रालय फोन कर उसे बुलाने में घंटा लग जाएगा। इस वजह से मामला आगे टल जाता है। मंत्रालय में अगर ऐसी कोई आवश्यकता हुई तो तुरंत फाइल भी आ सकती है और अफसर या मुलाजिम को इंटरकॉम पर फोन कर बुलाया जा सकता है।

*मुख्यमंत्री के 25 दिसम्बर के कार्यक्रम*

विष्णु देव साय 25 दिसम्बर को बिलासपुर और रायपुर जिले में आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होंगे।

निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय 25 दिसम्बर को सुबह 11.05 बजे पुलिस लाइन हेलीपेड रायपुर से हेलीकॉप्टर द्वारा प्रस्थान कर 11.35 बजे पंडित सुंदरलाल शर्मा मुक्त विश्वविद्यालय हेलीपेड बिलासपुर पहुंचेंगे और वहां अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय बिलासपुर में सुबह 11.40 बजे कुल उत्सव-2023 -में नामकरण एवं लोकार्पण समारोह में शामिल होंगे।

मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय कार्यक्रम पश्चात वहां से सरस्वती शिशु मंदिर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सेन्दरी, कोनी बिलासपुर जायेंगे और वहां पूर्वान्ह 12.30 बजे विद्या भारती के पदाधिकारियों से भेंट करने के पश्चात बिलासपुर से हेलीकॉप्टर द्वारा रायपुर जिले के विकासखण्ड अभनपुर के ग्राम बेन्द्री के लिए प्रस्थान करेंगे और वहां दोपहर 2 बजे सुशासन दिवस पर आयोजित धान बोनस वितरण समारोह में शामिल होंगे।

मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय कार्यक्रम पश्चात ग्राम बेन्द्री से कार द्वारा मंत्रालय महानदी भवन रायपुर अटल नगर जाएंगे और वहां दोपहर 3.50 बजे अटल मॉनिटरिंग पोर्टल का शुभारंभ करेंगे। मुख्यमंत्री कार्यक्रम पश्चात शाम 4.50 बजे राज्य अतिथि गृह पहुना लौट आएंगे।

मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय शाम 6.30 बजे नालंदा परिसर में जनकल्याणकारी योजनाओं पर आधारित छायाचित्र प्रदर्शनी का शुभारंभ करेंगे। इसके पश्चात मुख्यमंत्री शाम 7.10 बजे पंडित दीनदयाल उपाध्याय आडिटोरियम में ’सुशासन दिवस’ पर आयोजित काव्यांजलि, कवि सम्मेलन, संगोष्ठी कार्यक्रम में शामिल होंगे। कार्यक्रम पश्चात रात्रि 8 बजे शदाणी दरबार रायपुर के लिए प्रस्थान करेंगे और वहां सिंधी समाज द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में शामिल होंगे। मुख्यमंत्री कार्यक्रम पश्चात रात्रि 8.45 बजे राज्य अतिथि गृह पहुना शंकर नगर रायपुर लौट आएंगे।

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