CG वीडियो- गर्ल्स हॉस्टल या जेल का बैरक: छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल को देखकर हिल जाएंगे आप, पढ़िए एक पालक का स्वास्थ्य मंत्री को लिखा मार्मिक खत
Chhattisgarh News रायपुर। छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े मेडिकल कॉलेज के गर्ल्स हॉस्टल की बदइंतजामी को देखकर आप हिल जाएंगे। इससे बेहतर व्यवस्था तो जेल में कैदियों को मिलती है।मेडिकल कॉलेज हॉस्टल का आलम ये है कि छात्राएं भेड़ बकरियों के समान रहने को मजबूर हैं।
दो साल बीत जाने के बाद भी छात्राओ के लिए कोई अच्छी व्यवस्था नही होने से उनके पालक भी परेशान हैं। एक अभिवावक ने इस दुर्दशा की जानकारी पत्र लिखकर स्वास्थ्य मंत्री को बताई है। साथ ही उनसे व्यवस्था सुधारने का आग्रह किया है।
रायपुर पंडित जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज: गर्ल्स हॉस्टल या जेल का बैरक, छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल को देखकर हिल जाएंगे आप.... pic.twitter.com/92Y1sZ5jL8
— NPG.News (@newpowergame) September 14, 2022
राज्य का सबसे बड़ा व पहला शासकीय मेडिकल कॉलेज राजधानी रायपुर में स्थित है। जिसे पंडित जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के नाम से जाना जाता है। यहां सत्र 2020 में एक छात्रा ने मेडिकल इंट्रेस एग्जाम नीट में 650 नंबर लाकर एडमिशन लिया था। वर्तमान में वह छात्रा द्वितीय वर्ष एमबीबीएस की पढ़ाई मेडिकल कॉलेज से कर रही है। छात्रा के पिता ने स्वास्थ्य मंत्री को पत्र लिखकर जानकारी देते हुए बताया कि उनकी पुत्री गर्ल्स हॉस्टल में रहती है। विगत दो वर्षों से उनकी बेटी गर्ल्स हॉस्टल की डॉरमेट्री में रह रही है। छात्रा के पिता के अनुसार उसमें 20 बच्चियां एक साथ रहती हैं। छात्रा के पिता के अनुसार बैरकनुमा डॉरमेट्री की स्थिति अत्यंत भयावाह है। यहां के टॉयलेट की स्थिति अत्यंत बुरी है। साथ ही वहां सफाई की कोई व्यवस्था नही है। और इसी गंदगी में 40 बच्चे बैरक नुमा डॉरमेट्री में 2 साल तक रहने को मजबूर हैं।
छात्रा के पिता ने स्वास्थ्य मंत्री को संबोधित पत्र में अपनी पहचान छुपा कर डरे मन से शिकायत की है। छात्रा के पिता के अनुसार पहचान उजागर होने के डर से व बदले की कार्यवाही होने की आशंका से उन्होंने अपना नाम पता छुपाते हुए पत्र स्वास्थ्यमंत्री को भेजा है। और स्वास्थ्य मंत्री के ऊपर व्यवस्था सुधारने हेतु अत्यधिक उम्मीद जताई है।