Chhattisgarh News: डिप्टी सीएम विजय शर्मा के हॉस्टल के दिनों के सीनियर रहे हैं कवर्धा के नए कलेक्टर गोपाल वर्मा
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ सरकार ने कवर्धा के कलेक्टर जन्मजय मोहबे और एसपी अभिषेक पल्लव को हटा दिया है। जन्मजय मोहबे की जगह गोपाल वर्मा को कलेक्टर बनाया गया है। गोपाल वर्मा कॉलेज के दिनों में उप मुख्यमंत्री के सीनियर रहे हैं। ये एक संयोग है कि उसी जिले से जूनियर राज्य कैबिनेट में डिप्टी सीएम और सीनियर कलेक्टर।
Chhattisgarh News: रायपुर। कवर्धा हिंसा के बाद राज्य सरकार ने कलेक्टर और एसपी को हटा दिया है। उनकी जगह पर गोपाल वर्मा को कलेक्टर और राजेश अग्रवाल को एसपी बनाया गया है। गोपाल वर्मा की पोस्टिंग को लेकर सोशल मीडिया में तरह-तरह की बातें की जा रही...सवाल खड़े किए जा रहे हैं।
दरअसल, गोपाल वर्मा पूर्व मुख्यमंत्री के भांजी दामाद हैं। पिछली सरकार में उन्हें एलायड कोटे से आईएएस अवार्ड किया गया था। उसके कुछ दिन बाद उन्हें खैरागढ़ का कलेक्टर बनाया गया। दिसंबर 2023 में विष्णुदेव साय के नेतृत्व में बीजेपी की नई सरकार बनी तो गोपाल वर्मा को खैरागढ़ से हटा दिया गया था। मगर दो दिन पहले जब जन्मजय मोहबे की जगह गोपाल वर्मा का नाम पोस्टिंग लिस्ट में देख लोग चौंक गए। क्योंकि, बीजेपी के फायर ब्रांड नेता और उप मुख्यमंत्री के जिले में पूर्व मुख्यमंत्री का दामाद कलेक्टर।
डिप्टी सीएम के सीनियर
गोपाल वर्मा को कलेक्टर बनाए जाने के पीछे संयोग यह है कि वे डिप्टी सीएम के हॉस्टल में सीनियर रहे हैं। विजय शर्मा जब पं. रविशंकर विश्वविद्यालया रायपुर में फीजिक्स में एमएससी कर रहे थे, तब गोपाल वर्मा एमए ज्योग्राफी के एसटूडेंट थे। दोनों यूनिवर्सिटी के आजाद हॉस्टल में रह रहे थे। उस समय के दोनों के कॉमन फ्रेंड बताते हैं, विजय शर्मा और गोपाल वर्मा में गहरी छनती थी। बाद में गोपाल वर्मा पीएससी में सलेक्ट होकर वाणिज्यि कर विभाग में पोस्टिंग पा गए और विजश शर्मा सियासत में अपनी पारी शुरू की।
गोपाल वर्मा विरोधी पार्टी के बड़े नेता के रिश्तेदार रहे मगर विजय शर्मा के संघर्ष के दिनों में उन्होंने काफी मोरल सपोर्ट किया। संयोग यह भी है कि गोपाल वर्मा को पिछली सरकार में खैरागढ़ का कलेक्टर बनाया गया था, वह भी कवर्धा से लगा हुआ है। बहरहाल, जन्मजय मोहबे को हटाने का सरकार ने फैसला किया तो डिप्टी सीएम ने अपने पुराने साथी गोपाल वर्मा का नाम आगे किया। हालांकि, बीजेपी के लोगों का कहना है कि डिप्टी सीएम को आगाह किया गया कि कांग्रेस नेता से रिश्तेदारी की वजह से अच्छे संदेश नहीं जाएंगे मगर विजय शर्मा ने गोपाल के नाम पर अडिग रहे। इसके बाद सरकार ने आदेश जारी कर दिया।
जानिये कौन हैं गोपाल वर्मा
गोपाल वर्मा वाणिज्यि कर विभाग में अफसर थे। 2021 में उन्हें एलायड कोटे से आईएएस अवार्ड किया गया। 2023 में उन्हें खैरागढ़ का कलेक्टर बनाया गया था। मगर सरकार बदलने पर उन्हें हटा दिया गया। उसके बाद उन्हें राज्य सूचना आयोग में पोस्टिंग दी गई थी।