Chhattisgarh leopard trapped in cage-मुर्गा के चक्कर में फंसा आदमखोर तेंदुआ: तीन लोगों की जान लेने वाला आदमखोर तेंदुआ पकड़ाया, वन विभाग ने ऐसे पकड़ा...
रायपुर/मनेंद्रगढ़। छत्तीसगढ़ के मनेंद्रगढ़ में खौफ का पर्याय बन चुका आदमखोर तेंदुआ पकड़ लिया गया। 38 दिन बाद वन अमले की टीम ने तेंदुआ को पकड़ा है। बीती रात भरतपुर विकासखंड अंतर्गत ग्राम नौड़िया में पिंजरे में मुर्गा रखा गया था। मुर्गे को देखकर जैसे ही तेंदुआ पिंजरे में घुसा और फंस गया। तेंदुए को पकड़ने के बाद वन की टीम ने राहत की सांस ली। पकडे गए तेंदुआ को कानन पेंडारी बिलासपुर भेजा जायेगा। इधर तेंदुआ के पकड़े जाने की सूचना के बाद मौके पर ग्रामीणों की भीड़ इकट्ठा हो गई थी।
ज्ञातव्य है कि, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश पर आदमखोर तेंदुआ को पकड़ने बड़ा अभियान चलाया गया। पीसीसीएफ संजय शुक्ला ने इसके लिए रायपुर से पीसीसीएफ वाइल्डलाइफ सुधीर अग्रवाल के नेतृत्व में दो सीसीएफ और दो डीएफओ को मौके पर भेजा था। वन विभाग के अधिकारी एक्सपर्ट को लेकर पहुंचे। तेंदुआ को बड़ी मशक्कत के बाद पिंजरे में कैद कर लिया गया। नीचे देखें वीडियो
बता दें, बीते रविवार को भरतपुर विकासखंड के तहत आने वाले कुंवारी गांव में रविवार शाम तेंदुए ने एक ग्रामीण पर हमला कर दिया था। इस हमले में ग्रामीण की मौत हो गई। घटना की खबर जैसे ही पूरे इलाके में फैली तो हड़कंप मच गया था। जिले में तेंदुए के हमले से मौत की ये तीसरी घटना थी। इसके पहले तेंदुए ने दो ग्रामीणों को मौत के घाट उतारा था। 11 दिसम्बर को कुंवारपुर परिक्षेत्र के गांव गौधोरा निवासी फुलझरिया 65 वर्ष, और 23 दिसम्बर को छपराटोला गांव निवासी सुरेश 8 वर्ष पर हमला कर मौत के घाट उतार दिया था। वहीं, तीन जनवरी को उमा बैगा 55 वर्ष की हमले में मौत हुई थी।