Chhattisgarh Budget Session- 2023: ये 3 मंत्री प्रश्नकाल में करेंगे आज सवालों का सामना, CM भूपेश करेंगे बजट पेश, भरोसे के बजट पर पूरे प्रदेश की निगाहें
Chhatisgarh Vidhansabha Budget session 2025
Chhattisgarh Budget Session- 2023: रायपुर। विधानसभा में आज मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बजट पेश करेंगे। इसके अलावा गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू, नगरीय प्रशासन मंत्री शिव डहरिया व खाद्यमंत्री अमरजीत भगत आज अपने-अपने प्रभार वाले विभागों के सवालों का जवाब देंगे। तीनों मंत्रियों के विभागों के कुल 56 सवाल लगाए गए हैं। अधिकतर सवाल मंत्री ताम्रध्वज साहू के विभागों से संबंधित है।
गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू से पुलिस अभिरक्षा में मौत, क्रेशर खदानों को विस्फोटक इस्तेमाल के लिए प्रदत लायसेंस, धार्मिक स्थलों के लिए प्रदत बजट, मृत व्यक्तियों के परिजनों को पोस्टमार्टम रिपोर्ट देने का प्रावधान, प्रदेश में जारी राष्ट्रीय सुरक्षा कानून का प्रावधान करने व प्रावधान के तहत प्रदत्त अतिरिक्त अधिकार, चिटफंड कम्पनियों से रकम वापसी,प्रदेश मे हत्या लूट डकैती,सामूहिक नरसंहार के दर्ज प्रकरण,जेल विभाग द्वारा बंदियों की संख्या बढ़ाये जाने की कार्ययोजना, गांजा, शराब व नशीली पदार्थो की जब्ती,सड़को के मरम्मत व निर्माण हेतु स्वीकृति के प्रश्न पूछे गए हैं।
मंत्री शिव डहरिया से पुरातात्विक स्थलों के संरक्षण व संवर्धन हेतु स्वीकृत राशि, अवैध प्लाटिंग पर कार्यवाही, स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा किये जा रहे कार्य, बिलासपुर निगम में सीवरेज परियोजना के तहत किये गए कार्यो की जानकारी, स्मार्ट सिटी के कार्यो में प्राप्त शिकायतें, शहरी क्षेत्रो में प्रधानमंत्री आवास, नगरीय प्रशासन अंतर्गत सिटी बसों का परिचालन, आईएचड़ीपीएस मकानों का निर्माण संबंधी प्रश्न पूछे गए हैं।
मंत्री अमरजीत भगत से धान खरीदी हेतु लिए गए ऋण व ब्याज भुगतान, प्रदेश में जारी राशन कार्ड व अपात्रों को राशन कार्ड जारी करने वाले अधिकारी कर्मचारियों पर की गई कार्यवाही, सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजन हेतु प्राप्त आबंटन व व्यय, सहकारी उचित मूल्य की दुकानों में गड़बड़ी करने वालो पर कार्यवाही, राइस मिलरो को धान के मिलिंग के लिए जारी ड़ीओ, कस्टम मिलिंग में राशि के भुगतान, पुरातात्विक स्थलों के संरक्षण व संवर्धन हेतु जारी राशि के संबंध में प्रश्न पूछे गए है।
प्रश्नकाल के बाद सीएम भूपेश बघेल अपना आखिरी बजट पेश करेंगे। सरकार द्वारा इस बजट को भरोसे का बजट बताया जा रहा है लिहाजा आम आदमी से लेकर किसानों, कर्मचारियों और विद्यार्थियों को इस बजट से काफी उम्मीदें हैं।