Chhattisgarh Assembly Election: एक-एक सीट पर पेंच: पहले चरण में कांग्रेस और भाजपा 19 सीटों पर ही तय कर पाई है प्रत्याशी
Chhattisgarh Assembly Election: छत्तीसगढ़ में पहले चरण में 20 सीटों पर चुनाव होना है। इनमें बस्तर संभाग की 12 और अविभजित राजनांदगांव और कबीरधाम की 8 सीटे शामिल हैं।
Chhattisgarh Assembly Election: रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में पहले चरण में 20 सीटों पर मतदान होना है। कांग्रेस और भाजपा दोनों ही पार्टियां अब तक 19-19 सीटों पर ही प्रत्याशियों की घोषणा कर पाई हैं। दोनों प्रमुख राष्ट्रीय राजनीतिक दलों में एक-एक सीट पर पेंच फंस हुआ है। पार्टी के नेता कह रहे हैं कि आज से कल के बीच में उस एक सीट भी प्रत्याशी की घोषणा कर दी जाएगी।
कांग्रेस ने आज अपने प्रत्याशियों की पहली सूची जारी की। इसमें पार्टी ने 30 सीटों के लिए प्रत्याशियों के नाम हैं। इनमें पहले चरण की 20 में से 19 सीटों पर पार्टी ने प्रत्याशी का नाम जारी किया गया है। केवल एक सीट जगदलपुर से पार्टी प्रत्याशी का नाम जारी नहीं किया गया है। जगदलपुर से अभी कांग्रेस के ही रेखचंद जैन विधायक हैं। बस्तर संभाग की कुल 12 सीटों में से यह एक मात्र सामान्य सीट है। भाजपा ने वहां से किरण देव को टिकट दिया है। किरण देव जगदलपुर के पूर्व महापौर हैं। इधर, कांग्रेस सूत्रों के अनुसार पार्टी के अंतरिक सर्वे में मौजूदा विधायक जैन की स्थिति ठीक नहीं बताई गई है। ऐसे में कांग्रेस भी वहां किसी नए चेहरे पर दांव लगाने पर विचार कर रही है। पार्टी नेताओं के अनुसार जगदलपुर को लेकर एक दौर की अभी और चर्चा होनी है। जैन को भी फिर से टिकट मिल सकता है।
उधर, भाजपा भी प्रथम चरण के 20 में से अब तक केवल 19 सीटों पर ही नाम जारी कर पाई है। पहले चरण में शामिल पंडरिया सीट के लिए भाजपा ने अभी तक प्रत्याशी के नाम की घोषणा नहीं की है। इधर, कांग्रेस ने पंडरिया सीट से अपानी मौजूदा विधायक ममता चंद्राकर का टिकट काट दिया है। चंद्राकर के स्थान पर पार्टी ने नीलकांत चंद्रवंशी के रुप में नए चेहरो को मैदान में उतारा है। बताते चले कि भाजपा कबीरधाम और बेमेतरा जिला की सीटों के जरिये भाजपा प्रदेश में इस बार हिंदुत्व कार्ड चलाने की कोशिश में है। कवर्धा से विजय शर्मा और साजा से ईश्वर साहू को टिकट भाजपा की इसी रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है। साजा से मंत्री रविंद्र चौबे के खिलाफ भाजपा ने जिस ईश्वर साहू को टिकट दिया है उनके पुत्र भुवनेश्वर साहू की इस साल की शुरुआत में हत्या हो गई थी। हत्या की वजह लव लिहाद बताया गया। वहीं, मंत्री मोहम्मद अकबर के खिलाफ कवर्धा के रण में उतारे गए विजय शर्मा कवर्धा में हुए झंडा विवाद जिसने बाद मे संप्रादयिक रंग ले लिया था, उस मामले में न केवल आरोपी हैं बल्कि जेल भी जा चुके हैं।