Chhattisgarh Assembly Election 2023: इन 11 सीटों पर अब भी सस्पेंस..! क्या होगा, अटकी है विधायकों की सांसें

Chhattisgarh Assembly Election 2023: कांग्रेस और भाजपा 90 में से अब तक क्रमश: 83 और 86 सीटों पर प्रत्‍याशी के नाम की घोषणा कर चुके हैं।

Update: 2023-10-18 15:37 GMT

Chhattisgarh Assembly Election 2023: रायपुर। भाजपा ने तीन किस्‍तों में 90 में से 86 सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है। वहीं कांग्रेस ने दो किस्‍त में कुल 83 प्रत्याशियों की घोषणा कर दी। लेकिन भाजपा के 4 और कांग्रेस के 7 प्रत्याशियों का ऐलान अब भी बाकी है। ये वो 11 सीटें हैं, जहां भाजपा और कांग्रेस के विधायकों पर टिकट कटने को लेकर तलवार लटक रही है।

छत्तीसगढ़ में पहले चरण का चुनाव 7 नवंबर और दूसरे चरण का चुनाव 17 नवंबर को होना है। यानी दूसरे चरण के लिए भी मतदान की तारीख को गिनें, तो एक महीने से भी कम समय वोटिंग के लिए रह गया है। इसके बावजूद भाजपा और कांग्रेस के 11 प्रत्याशियों का ऐलान नहीं हुआ है। दूसरे चरण के मतदान के लिए नामांकन की प्रक्रिया 21 अक्टूबर से मतलब सिर्फ तीन दिन बाद ही शुरू हो जाएगी। नामांकन की अंतिम तिथि 30 अक्टूबर यानी 12 दिन बाकी है। स्कूटनी की प्रक्रिया 31 अक्टूबर और नाम वापसी के लिए अंतिम तारीख 2 नवंबर है। इसके बावजूद 11 सीटों पर अभी तक प्रत्याशियों की घोषणा नहीं हुई है।

इन 11 सीटों पर टिकट की आस लगाए विधायकों और उनकी टिकट कटने की स्थिति में अपने नंबर का इंतजार कर रहे दावेदारों की धड़कन बन गई है। कांग्रेस ने जिन 7 सीटों पर अपने प्रत्याशी तय नहीं किए हैं, उनमें 6 सीटों पर वर्तमान में कांग्रेस के विधायक हैं, जबकि एक पर भाजपा विधायक है। इनमें कसडोल से शकुंतला साहू, रायपुर उत्तर से कुलदीप जुनेजा, सरायपाली से किस्मत लाल नंद, बैकुंठपुर से अंबिका सिंहदेव, सिहावा से लक्ष्मी ध्रुव और महासमुंद से विनोद सेवकलाल चंद्राकर शामिल हैं।

इनमें शकुंतला साहू, लक्ष्मी ध्रुव लगातार किसी न किसी विवाद में रहे हैं। शकुंतला साहू और लक्ष्मी ध्रुव के खिलाफ तो कार्यकर्ता ही अपने विधायक को टिकट नहीं देने की मांग कर रहे हैं। कुलदीप जुनेजा, किस्मत लाल नंद और अंबिका सिंहदेव पर सक्रिय नहीं होने के आरोप लगते रहे हैं। वहीं प्रत्याशी चयन की प्रक्रिया के समय से ही कहा जा रहा था कि पार्टी की ओर से कराए गए सर्वे में इन लोगों के खिलाफ रिपोर्ट अच्छी नहीं मिली है। जिस एक सीट धमतरी से कांग्रेस ने उम्मीदवार का नाम फाइनल नहीं किया है, वहां भाजपा की विधायक रंजना साहू हैं। भाजपा ने फिर से रंजना साहू को टिकट दे दिया है। लेकिन कांग्रेस ये तय नहीं कर पा रही है कि उनके सामने किसे मैदान में उतारा जाए।

भाजपा की ओर से जिन चार सीटों पर प्रत्याशी घोषित नहीं किए गए हैं, उनमें बेलतरा, बेमेतरा, कसडोल और अंबिकापुर शामिल हैं। बेलतरा में मौजूदा भाजपा विधायक रजनीश सिंह की टिकट पर इसलिए तलवार लटक रही है कि जिले की ही तखतपुर सीट से ठाकुर धर्मजीत सिंह को टिकट मिल गई है। पार्टी यहां रजनीश सिंह की बजाय ब्राह्मण समुदाय के किसी प्रत्याशी को मौका देना चाहती है। उसे यहां फाइनल फैसले के लिए कांग्रेस की टिकट का इंतजार था।

इसी तरह बेमेतरा से योगेश तिवारी के नाम को लेकर संशय की स्थिति है। कसडोल में शकुंतला साहू को टिकट मिलती है या नहीं, इसका इंतजार बीजेपी भी कर रही थी। लेकिन कांग्रेस की ओर से जारी दूसरी सूची के उम्मीदवारों में भी शकुंतला साहू का नाम गायब है। लिहाजा शायद बीजेपी को भी अभी और इंतजार करना होगा। साथ ही अंबिकापुर में डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव के खिलाफ किसे मैदान में उतारा जाए, इसे लेकर भी भाजपा पशोपेश में है। उम्मीद जताई जा रही है कि आज देर रात तक या फिर कल तक बाकी की सीटों पर भी नाम फाइनल हो सकते हैं।

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