CG पॉलीटिक्स: रमन बोले- कलेक्टर-एसपी की पोस्टिंग में आईपीएल जैसा ऑक्शन, कांग्रेस- ईडी और आईटी भाजपा के मोर्चा-संगठन
छत्तीसगढ़ में इन्कम टैक्स डिपार्टमेंट की कार्रवाई के बाद गरमाई राजनीति। पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह का हमला। कांग्रेस ने भी किया जवाबी पलटवार।
रायपुर। छत्तीसगढ़ में इन्कम टैक्स डिपार्टमेंट की कार्रवाई के बाद राजनीति गरमा गई है। आईटी डिपार्टमेंट द्वारा जारी प्रेस रिलीज के आधार पर भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह ने राज्य सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया और सीएम भूपेश बघेल से इस्तीफे की मांग रखी। पूर्व सीएम ने आरोप लगाया कि छत्तीसगढ़ में आईपीएल के ऑक्शन की तरह कलेक्टर-एसपी की पोस्टिंग की जा रही है। इस पर कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने पलटवार करते हुए ईडी और आईटी को भाजपा का मोर्चा-संगठन बताया है।
देश में इतनी भ्रष्टतम सरकार कहीं नहीं है
पूर्व सीएम रमन ने आरोप लगाया है कि छत्तीसगढ़ में देश की भ्रष्टतम सरकार है। इतनी भ्रष्ट सरकार छत्तीसगढ़ में कभी नहीं बनी। राज्य सरकार के इस भ्रष्टाचार को जन-जन तक पहुंचाना है। लोगों को जागरूक करेंगे और जनता ही परिवर्तन लाएगी। पूर्व सीएम ने कहा कि जहां सरकार अच्छा काम कर रही है, उन्हें ईडी या आईटी का डर नहीं है। जो गड़बड़ करते हैं, उन्हीं के अंदर भय रहता है। जहां भाजपा की सरकार नहीं है, वहां ईडी-आईटी के छापे के सवाल पर पूर्व सीएम ने कहा कि कोयला, रेत और शराब का पैसा हमारे यहां नहीं आता। जहां वसूली हो रही है। इसके प्रमाण मिलते हैं, वहां छापे पड़ते हैं। छत्तीसगढ़ में जब भाजपा की सरकार थी, तब भी कई व्यापारी और अधिकारियों के यहां छापे पड़े थे, लेकिन कभी पुलिस बैठाकर रखने की जरूरत नहीं पड़ी।
इस्तीफा मांगना रमन सिंह की अवसरवादिता
कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि राज्य में कुछ लोगों के आईटी की कार्यवाही के आधार पर सीएम भूपेश बघेल से इस्तीफा मांगना डॉ. रमन सिंह की खीझ और राजनैतिक अवसरवादिता है। यह आश्चर्यजनक है कि जिस रमन सिंह के ऊपर 36,000 करोड़ के नान घोटाले के आरोप लगे हुए हैं, जिनके बेटे का नाम पनामा पेपर में आता है, जिनके ऊपर अंतागढ़ में विपक्ष के प्रत्याशी को खरीदने के आरोप लगे हों, जिनके दामाद पर डीकेएस अस्पताल घोटाले का आरोप लगे हों, वे किस नैतिकता से सीएम बघेल से इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। रमन सिंह के बयान से यह साफ हो गया कि छत्तीसगढ़ में पड़े आईटी के छापे भाजपा के देशव्यापी राजनैतिक अभियान का हिस्सा है। भाजपा जहां पर अपने विरोधी दलों से राजनैतिक रूप से नहीं निपट पाती, वहां पर वह आईटी, ईडी, सीबीआई जैसी केंद्रीय एजेंसियों को आगे करती है।