CG PCC President: दीपक बैज को झटकाः बस्तर बंद के आह्वान के बाद भी पीएम की सभा में जुटी भीड़, एआईसीसी तक पहुंची रिपोर्ट
CG PCC President: पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज बस्तर के सांसद हैं। उन पर बंद को सफल बनाने की महत्ती जिम्मेदारी थी। बावजूद इसके पीएम मोदी की सभा सफल रही।
CG PCC President: रायपुर। पीएम नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम के दिन बस्तर बंद के कांग्रेस के आह्वान के बावजूद जुटी भीड़ से पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज को बड़ा झटका लगा है। बैज के प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद यह पहला मौका था, जब पार्टी ने इतना बड़ा फैसला लिया था। ऐसे में प्रदेश अध्यक्ष और बस्तर सांसद होने के नाते संगठन कौशल दिखाने का बड़ा बढ़ियां मौका मिला था, लेकिन बंद का असर नहीं दिखा। इसे बैज के लिए व्यक्तिगत झटका माना जा रहा है। इस मामले में एआईसीसी तक रिपोर्ट पहुंचने की बात भी आ रही है।
बस्तर में पीएम नरेंद्र मोदी ने 03 अक्टूबर को 27 हजार करोड़ के विकास कार्यों की सौगात दी है। इसमें नगरनार स्टील प्लांट एक बड़ा मील का पत्थर है। 23800 करोड़ के इस प्रोजेक्ट का पीएम ने लोकार्पण किया। यहां बस्तर व आसपास के 50 हजार युवा और लोगों को रोजगार मिलेगा। नगरनार स्टील प्लांट के निजीकरण के विरोध में कांग्रेस ने बंद का आह्वान किया था। इसका असर दिखा और बस्तर बंद रहा, लेकिन पीएम मोदी की सभा में भीड़ में कमी नहीं आई। भाजपा ने एक लाख लोगों के जुटने का दावा किया है, जबकि सरकारी एजेंसियों के मुताबिक 50 हजार के आसपास भीड़ थी। बंद के बाद इतनी संख्या में भीड़ को लेकर पीएम की सभा को सफल माना जा रहा है।
इसी के कारण पीसीसी अध्यक्ष बैज के लिए व्यक्तिगत झटके के रूप में देखा जा रहा है। दरअसल, जुलाई में मोहन मरकाम को हटाकर बैज को पीसीसी की जिम्मेदारी दी गई। बस्तर के सांसद बैज को राहुल गांधी का करीबी माना जाता है। बैज ने अपनी पसंद से महामंत्रियों की नियुक्ति की और नई टीम बनाई। इसके बाद इस तरह का पहला मामला था, जब बैज पर बंद को सफल बनाने का पूरा दारोमदार था। बैज यह पूरा नहीं कर सके। चूंकि चुनाव का समय है, इसलिए बंद के आह्वान के पीछे सांकेतिक विरोध के साथ-साथ कार्यक्रम में जुटने वाली भीड़ को कम करना भी था, जिससे यह संदेश जाए कि नगरनार स्टील प्लांट के निजीकरण के विरोध में भीड़ नहीं जुटी, लेकिन यह संभव नहीं हो सका।
सोशल मीडिया में भी निशाने पर बैज
मरकाम के कार्यकाल में संगठन में प्रमुख पदों पर रहे कुछ नेताओं ने मोदी की सभा में जुटी भीड़ को लेकर पीसीसी अध्यक्ष बैज पर सवाल उठाए हैं। पीएम मोदी की सभा में भीड़ नहीं जुटने की स्थिति में पूरे देश में संदेश जाता, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। कांग्रेस ने राष्ट्रीय अधिवेशन में निजीकरण को बड़ा मुद्दा बनाया था। जब पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी आए थे, तब भी उन्होंने यह मुद्दा उठाया था कि पीएम अपने कुछ दोस्तों को सबकुछ बेच रहे हैं। राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने रायगढ़ को कोड़ातराई में प्रमुखता से इस बात का जिक्र किया। बस्तर का प्रभाव बाकी जगह भी पड़ता पर पीएम की सभा की भीड़ से समीकरण बदल गया है।