CG नोटों की बारिश-अंधविश्वास: तांत्रिक क्रिया से कराने वाले थे नोटों की बारिश, 12 नाखून वाले कछुआ के साथ 6 पकड़ाए...
रायपुर। तांत्रिक क्रिया के जरिये नोटों की बारिश के नाम पर 12 नाखून वाले कछुआ के साथ छह लोगों को दुर्ग पुलिस ने पकड़ा है। पकड़े गए दो आरोपी दुर्ग सुपेला और चार आरोपी नागपुर के रहने वाले है। सभी आरोपी कछुए को कार में डालकर दुर्ग होते हुए धमतरी जा रहे थे। नेवाई पुलिस ने मैत्री गार्डन के पास सभी आरोपियों को कछुआ के साथ रंगे हाथ पकड़ा है।
दरसअल, दीवाली त्यौहार को देखते हुए एसपी अभिषेक पल्लव ने सभी थाना प्रभारियों को पेट्रोलिंग कर संदिग्ध लोगों पर नजर रखने के निर्देश दिए थे। इसी कड़ी में नेवई थाना टीआई ममता शर्मा अली के नेतृत्व में थाना स्टाफ की टीम पेट्रोलिंग पर निकले थे। इस दौरान एमएच 49 A 2829 तवेरा गाड़ी में छह लोग सवार थे। गाड़ी को रोकर जब उनसे पूछताछ की तो अंदर बैठा एक युवक झोला पकड़कर भागने लगा। भागते हुए युवक को दौड़ाकर पुलिस ने उसे पकड़ा। आरोपी से पूछताछ की गई तो आरोपी ने झोले में एक कछुआ होने की बात स्वीकार की। कड़ाई से पूछताछ में तवेरा गाड़ी सवार छह आरोपियों ने बताया कि नागपुर से कछुआ लाये थे और तंत्र मंत्र के सहारे धमतरी जा कर रुपयों की बारिश करने वाले थे।
फिलहाल पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही उनके खिलाफ कछुआ तस्करी के तहत अपराध दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है। पकड़े गए आरोपियों में कमलेश यादव 23 वर्ष सुपेला दुर्ग, निखिल टंडन 23 साल सुपेला दुर्ग, देवीदास मेश्राम 62 वर्ष नागपुर, मनीष कौशिक 36 साल मिनीमाता नगर नागपुर, ओमप्रकाश वैष्णव 38 वर्ष वर्धमान नगर लकड़गंज नागपुर, श्रीराम शिव प्रसाद आसेकर 65 वर्ष यशोधरा नागपुर शामिल है।
बता दें, इन दिनों छत्तीसगढ़ से सटे मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र में नोटों की बारिश करने का अंधविश्वास जोरों शोरों से छाया हुआ है। मध्यप्रदेश में तो आये दिन ऐसे ही कई मामले सामने आते रहते है। लोग तांत्रिक क्रिया के नाम पर वन्य जीवों की बलि दे रहे है। तांत्रिक दावा कर रहे है कि दुर्लभ प्रजाति के कछुए मिल जाये तो वो नोटों की बारिश कर सकते है। कछुए की तस्करी करने वालों का गिरोह कई राज्यों में फैलता जा रहा है। तांत्रिक लोगों में अंधविश्वास फैदा कर लोगों को लूटने का काम कर रहे है। फिलहाल पुलिस लगातार ऐसे तस्करों पर कार्रवाई भी कर रही है।