ट ट्रैफिक का... स्कूलों में सड़क सुरक्षा की पढ़ाई के साथ-साथ परीक्षा भी होगी, शिक्षा सचिव बोले...

स्कूली बच्चों में सड़क सुरक्षा और ट्रैफिक नियमों के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए यह कवायद की जाएगी।

Update: 2022-08-03 13:57 GMT

रायपुर। अब स्कूलों में सड़क सुरक्षा और ट्रैफिक नियमों के संबंध में पढ़ाई के साथ-साथ परीक्षा में सवाल भी पूछा जाएगा। इसका उद्देश्य यह है कि विद्यार्थियों को ट्रैफिक नियमों की जानकारी होने के साथ-साथ उन्हें बार-बार रिमाइंड कराया जाए, जिससे वे ट्रैफिक के नियमों के अलावा सुरक्षा के प्रति भी जागरूक हों। इस संबंध में स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा सभी स्कूलों को निर्देश जारी किया जाएगा।

राज्य सड़क सुरक्षा परिषद की बैठक के दौरान इस बात पर चिंता की गई कि सड़क हादसों से आने वाली पीढ़ी को कैसे बचाया जाए। इसमें यह मुद्दा उठा कि बच्चों को ज्यादा से ज्यादा सड़क सुरक्षा और ट्रैफिक नियमों के प्रति जागरूक किया जाए। इसे ध्यान में रखकर स्कूलों के पाठ्यक्रम में सड़क सुरक्षा को भी शामिल किया गया है। इसे और ज्यादा प्रभावी बनाने के लिए सड़क सुरक्षा व ट्रैफिक नियमों के संबंध में परीक्षा में सवाल पूछने का निर्णय लिया गया है।

स्कूल शिक्षा सचिव डॉ. एस. भारतीदासन ने NPG.News को बताया कि सड़क सुरक्षा के संबंध में स्कूली किताबों में जो विषय शामिल हैं, उसके आधार पर समय-समय पर परीक्षा में प्रश्न पूछा जाएगा। साथ में, बस्ता रहित शनिवार के दिन सामान्य ज्ञान के आयोजन के समय में भी सड़क सुरक्षा से संबंधित सवाल पूछे जाने के लिए निर्देश जारी करेंगे।

बता दें कि सीबीएसई द्वारा भी स्कूलों की परीक्षा में प्रश्न पूछने के संबंध में निर्णय लिया गया है। इस संबंध में अंतर्विभागीय लीड एजेंसी के अध्यक्ष संजय शर्मा व सदस्य एक बैठक में शामिल हुए थे। इस बैठक में सीबीएसई के अधिकारियों ने ट्रैफिक जागरूकता और सड़क सुरक्षा के संबंध में पाठ्यक्रम में शामिल कंटेंट के संबंध में परीक्षा में सवाल पूछने की जानकारी दी थी।

अमेरिका और चीन से आगे है भारत

सड़क हादसों में होने वाली मौत के मामले में भारत अमेरिका और चीन से भी आगे है। यहां सड़क दुर्घटनाओं में मरने वालों की दर प्रति एक लाख पर है। कुछ समय पहले सुप्रीम कोर्ट ने भी सड़क हादसों में मरने वालों के आंकड़े देखकर यह टिप्पणी की थी कि देश में इतने लोग सीमा पर या आतंकी हमले में नहीं मरते जितने सड़कों पर गड्ढों की वजह से मर जाते हैं। केंद्र सरकार के एक आंकड़े के मुताबिक देश में हर साल 1.5 लाख लोग सड़क हादसों में मारे जाते हैं।

6 महीने में 3053 व्यक्तियों की मौत

छत्तीसगढ़ में भी सड़क हादसों की संख्या चिंताजनक है। अंतर्विभागीय लीड एजेंसी सड़क सुरक्षा एवं संयुक्त परिवहन आयुक्त श्री संजय शर्मा ने बैठक में बताया कि राज्य में वर्ष 2021 में 12 हजार 375 सड़क दुर्घटनाओं में 5371 व्यक्तियों की मृत्यु हुई और 10 हजार 683 व्यक्ति घायल हुए। वर्ष 2022 के प्रथम छह माह में 6981 सड़क दुर्घटनाओं में 3053 व्यक्तियों की मृत्यु हुई और 6441 व्यक्ति घायल हुए हैं।

Tags:    

Similar News